साहित्यकार विनोद कुमार शुक्ल को ज्ञानपीठ पुरस्कार, पहली बार प्रदेश के साहित्यकार को मिलेगा ये सम्मान
साहित्यकार विनोद शुक्ल
CG News: छत्तीसगढ़ के रायपुर के रहने वाले साहित्यकार विनोद कुमार शुक्ल(Vinod Kumar Shukla) को इस साल का ज्ञानपीठ पुरस्कार दिया जाएगा. इसकी घोषणा आज नई दिल्ली में ज्ञानपीठ चयन समिति ने की है.
साहित्यकार विनोद कुमार शुक्ल को ज्ञानपीठ पुरस्कार
साहित्यकार विनोद कुमार शुक्ल(Vinod Kumar Shukla) को ज्ञानपीठ पुरस्कार छत्तीसगढ़ के साहित्यकार को पहली बार ज्ञानपीठ पुरस्कार मिलेगा. विनोद कुमार शुक्ल(Vinod Kumar Shukla) के उपन्यास ‘नौकर की कमीज’ पर फिल्म बनी है.
CM विष्णु देव साय ने दी बधाई
CM विष्णु देव साय ने सोशल मीडिया हैंडल X पे पोस्ट कर लिखा कि- देश के लब्धप्रतिष्ठ उपन्यासकार–कवि आदरणीय विनोद कुमार शुक्ल जी को प्रतिष्ठित ज्ञानपीठ पुरस्कार से सम्मानित किए जाने का समाचार प्राप्त हुआ है। यह छत्तीसगढ़ के लिये गौरव की बात है। आदरणीय शुक्ल जी को अशेष बधाई। उन्होंने एक बार पुनः छत्तीसगढ़ को भारत के साहित्यिक पटल पर गौरवान्वित होने का अवसर दिया है
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कौन हैं विनोद कुमार शुक्ल?
रायपुर में रहने वाले विनोद कुमार शुक्ल का जन्म 1 जनवरी 1937 को राजनांदगांव में हुआ था. वे पिछले 50 सालों से लिख रहे हैं. उनका पहला कविता संग्रह “लगभग जयहिंद” 1971 में प्रकाशित हुआ था, और तभी से उनकी लेखनी ने साहित्य जगत में अपना स्थान बना लिया था.
विनोद कुमार शुक्ल के उपन्यास
नोद कुमार शुक्ल ने कई उपन्यास लिखे हैं, जैसे नौकर की कमीज, खिलेगा तो देखेंगे और दीवार में एक खिड़की रहती थी हिंदी के सबसे बेहतरीन उपन्यासों में माने जाते हैं. साथ ही उनकी कहानियों का संग्रह पेड़ पर कमरा और महाविद्यालय भी बहुत चर्चा में रहा है.