CGPSC घोटाला मामले में आरती वासनिक गिरफ्तार, रेड में CBI को मिले कई अहम सबूत

CGPSC: सीजीपीएससी घोटाला मामले में CBI ने परीक्षा नियंत्रक रही आरती वासनिक को गिरफ्तार लिया है.
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CGPSC: छत्तीसगढ़ में CBI की टीम ने CGPSC घोटाला मामले में बड़ा एक्शन लिया है. CBI के अधिकारियों ने राजनांदगांव से पूर्व एग्जाम कंट्रोलर आरती वासनिक को गिरफ्तार किया है. इससे पहले शनिवार को टीम ने महिला अधिकारी के घर पर रेड मारी थी. इस दौरान कई सबूत मिलने के बाद रविवार को यह कार्रवाई की गई है.

पूर्व परीक्षा नियंत्रक आरती वासनिक गिरफ्तार

छत्तीसगढ़ PSC घोटाला मामले में CBI की टीम ने पूर्व परीक्षा नियंत्रक आरती वासनिक को गिरफ्तार किया है. रविवार को की गई इस कार्रवाई से पहले शनिवार को CBI की टीम ने राजनादगांव स्थित आरती वासनिक के घर पर छापा मारा था.

कोर्ट में किया जा सकता है पेश

उम्मीद है कि राजनादगांव में हुई इस गिरफ्तारी के बाद आरती वासनिक को आज रायपुर कोर्ट में पेश किया जा सकता है. महिला अफसर पर घोटाले में शामिल होने का शक है.

CBI की छापेमारी में मिले कई सबूत

 शनिवार को CGPSC की पूर्वू परीक्षा नियंत्रक आरती वासनिक के ठिकानों पर CBI ने रेड मारी थी. अधिकारियों की टीम राजनांदगांव स्थित घर पर कार्रवाई करने पहुंची. इस दौरान आरती वासनिक से पूछताछ भी की गई. जानकारी के मुताबिक रेड के दौरान CBI अधिकारियों को कई सबूत मिले हैं.

क्या है पूरा मामला

साल 2019 से 2022 तक हुई CGPSC भर्ती में कुछ अभ्यर्थियों के चयन को लेकर विवाद है. साल 2021 में CGPSC की ओर से कुल 171 पदों के लिए भर्ती परीक्षा का आयोजन किया गया था, जबकि 2020 में 175 पदों पर भर्ती के लिए परीक्षा हुई थी. इन परीक्षाओं में भ्रष्टाचार और अनियमितता की शिकायत के बाद जांच की जा रही है.

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आरोप है कि CGPSC पूर्व अध्यक्ष टामन सिंह सोनवानी ने अपने रिश्तेदारों, कांग्रेस नेताओं और ब्यूरोक्रेट्स के बच्चों की नौकरी लगवाई. इस मामले में छत्तीसगढ़ के स्टील कारोबारी श्रवण गोयल को भी अरेस्ट किया गया है.

टामन सिंह सोनवानी की मुश्किलें बढ़ीं

CBI की स्पेशल कोर्ट में शनिवार को CGPSC भर्ती घोटाला मामले के आरोपी पूर्व अध्यक्ष टामन सिंह सोनवानी और श्रवण कुमार गोयल को पेश किया गया. दोनों आरोपियों की 14 दिनों की रिमांड पूरी हो गई थी. इस दौरान कोर्ट ने दोनों की रिमांड 20 दिसंबर तक बढ़ाते हुए रायपुर की सेंट्रल जेल में रखने के आदेश दिया.

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