छत्तीसगढ़िया एक्टर और धरसींवा विधायक Anuj Sharma का फिल्मों से लेकर राजनीति तक… कैसा रहा सफर? जानें
Anuj Sharma: ‘जिनकी बेइज्जती नहीं हुई उन्हें इज़्ज़त का क्या मज़ा आएगा…’ रामानुज शर्मा जिन्हें आप सभी अनुज शर्मा (Anuj Sharma) के नाम से जानते हैं. उनके द्वारा कही गयी ये पंक्ति उनकी जीवनी को काफी खूबसूरती से दर्शाती है. छत्तीसगढ़ के पहले सुपरस्टार कहे जाने वाले अनुज शर्मा आज न केवल एक डायरेक्टर और फिल्म कलाकार बल्कि, अब एक विधायक भी हैं.
वैसे तो किसी फिल्म स्टार का विधायक या सांसद बनना कोई नयी बात नहीं है. मसलन इसके पहले राजेश खन्ना से लेकर अमिताभ बच्चन, हेमा मालिनी और हालिया समय में महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी तक लिस्ट काफी लम्बी है. लेकिन छत्तीसगढ़ के पहले सुपरस्टार अनुज शर्मा का राजनीति में आना छत्तीसगढ़ के लिए नयी बात है. 2014 में पद्मश्री से सम्मानित अनुज शर्मा का जन्म 15 मई 1976 को रायपुर के भटगांव में हुआ, उन्होंने अपनी स्कूली शिक्षा भटगांव के एक स्थानीय स्कूल से की थी.
बचपन में ही पिता का साया हट जाने के कारण अनुज ने परिवार की जिम्मेदारी लेते हुए सेल्स के क्षेत्र में जॉब करना शुरू किया और साथ ही साथ आर्मी में जाने का सपना लेकर अपना 6 साल NCC और 8 साल स्काउटिंग में दिया.
पर कहते हैं न किस्मत आप को कहाँ से कहाँ ले जाए… ये कहना थोड़ा मुश्किल है. अनुज शर्मा ने अपने जीवन के बारे में बताया था कि जब उन्होंने छत्तीसगढ़ सिनेमा में कदम रखा उस वक्त एक्टिंग, कैमरा, लाइटिंग, डायलॉग ये सब उनके लिए काफी नया था. अनुज ने बताया कि उनकी मां को विश्वास ही नहीं हो रहा था कि उन्हें फिल्मो में हीरो का रोल मिला है, वैसे ये विश्वास करना उनके लिए भी थोड़ा मुश्किल था.
सन 2000 में यह फिल्म मोर छईहां भुइंयाँ रायपुर के बाबूलाल टाकीज में 106 दिन लगातार 5 शो में चली और सफलतापूर्वक 27 सप्ताह तक चलकर शोले और जय संतोषी माँ जैसी फिल्मों के रिकार्ड तोड़े. वहीँ नयापारा और राजिम के एक-एक सिनेमा हाल में पूरे 24 घंटे में आठ शो में प्रदर्शन का अनूठा रिकार्ड बनाया.
नौकरी छोड़ अनुज ने चुनी सिनेमा की राह
पहली फिल्म ब्लॉकब्लस्टर होने के बाद अपनी नौकरी छोड़ अनुज ने फिल्मो में ही काम करने का निर्णय लिया,3 महीने काम की तलाश में भटकते अनुज शर्मा ने कभी हार ना मानकर अपने कदम पीछे नहीं किये, जिसके बाद उनकी दूसरी फिल्म ‘मया देदे मया लेले’ भी काफी सुपरहिट रही .
94.3 माय एफएम पर उन्होंने छत्तीसगढ़ी गीतों का कार्यक्रम ‘माय 36 डिग्री’ प्रस्तुत किया और वे इस माध्यम से पहले छत्तीसगढ़ी आरजे बने. कार्यक्रम के गीतों को रोचक और दिलकश अंदाज़ में प्रस्तुत करने के उनके तरीके के कारण यह कार्यक्रम आरम्भ से ही लोकप्रियता कि बुलंदियों को छूने लगा.
40 से ज्यादा फिल्मों में की एक्टिंग
अपने 20 साल के करियर में उन्होने 40 से ज्यादा फिल्मों में एक्टिंग की, 50 से भी अधिक कलाकारों के साथ नृत्य, अभिनय व संचालन सहित गायन भी किया है. साथ ही छत्तीसगढ़ के आलावा उन्होंने महाराष्ट्र, उड़ीसा और मध्यप्रदेश में 300 से भी अधिक स्टेज शो भी किये हैं.
अनुज 4 बार बेस्ट एक्टर पुरस्कार और बेस्ट प्ले बैक सिंगर से सम्मानित हो चुके हैं. साथ ही छत्तीसगढ़ी गीत-संगीत, संस्कृति और भाषा में योगदान के लिए अनुज को भारत के राष्ट्रपति ने सन 2014 में पद्म श्री से सम्मानित किया था. स्वच्छ भारत अभियान में विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने अपने कार्यकाल में अनुज को प्रदेश के 9 रत्नों में शामिल किया.
बीजेपी के टिकट पर चुने गए विधायक
1 जून 2023 को अनुज शर्मा ने भारतीय जनता पार्टी के साथ जुड़कर अपना नया सफर फिल्मों से इतर राजनीति में शुरू किया, जिसमे उन्होंने धरसींवा विधानसभा से जीत हासिल की. अब देखना ये होगा कि अनुज शर्मा जिस प्रकार से अपनी फिल्मों में पीड़ितों के हक के लिए लड़ लेते हैं, क्या वे उतनी ही सच्चाई से जनता के जीवन के अन्य पहलुओं के लिए विधायक के तौर पर क्या काम करते हैं.