Chhattisgarh: वेब सीरीज देखकर नकली नोट छापने और लाखों की धोखाधाड़ी का मामला आया सामने, इस तरह हुआ खुलासा

Chhattisgarh News: उड़ीसा के कुछ लड़कों ने एक गिरोह बनाया और जॉब कंसलटेंसी पैन इंडिया नामक ऑफिस खोलकर नौकरी दिलाने के नाम से कई लोगों से लाखों रुपए की धोखाधाड़ी की और ऐसे ही पैसे कमाने लगे जब उनकी ख्वाहिश बढ़ने लगी तो इन्होंने नकली नोट छापने का काम भी शुरू किया. 
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रायपुर पुलिस ने किया मामले का खुलासा

Chhattisgarh News: कुछ दिनों पहले फर्जी नाम की एक वेब सीरीज आई थी, जिसमें हीरो जाली नोट बनाकर बहुत ज्यादा पैसे कमाता है, और ऐश ओ आराम की जिंदगी जीता है, बस इसी सीरीज से प्रभावित होकर उड़ीसा के कुछ लड़कों ने एक गिरोह बनाया और जॉब कंसलटेंसी पैन इंडिया नामक ऑफिस खोलकर नौकरी दिलाने के नाम से कई लोगों से लाखों रुपए की धोखाधाड़ी की और ऐसे ही पैसे कमाने लगे जब उनकी ख्वाहिश बढ़ने लगी तो इन्होंने नकली नोट छापने का काम भी शुरू किया.

नकली नोट छपने और लाखों की धोखाधड़ी का मामला आया सामने

दरअसल उड़ीसा के एक गिरोह ने जॉब कंसलटेंसी पैन इंडिया नामक ऑफिस खोलकर नौकरी दिलाने के नाम से कई लोगों से लाखों रुपए की धोखाधाड़ी की और ऐसे ही पैसे कमाने लगे जब उनकी ख्वाहिश बढ़ने लगी तो इन्होंने नकली नोट छापने का काम भी शुरू किया. अलग-अलग पूछताछ में इन्होंने यह बताया की फर्जी नामक वेब सीरीज को देखकर, उससे प्रेरित होकर इन्होंने नकली नोट छापने के बारे में सोचा, नकली नोट छापने के लिए पेपर को इन्होंने ऑनलाइन चीन से मंगवाया और नकली नोट छापने लगे. जब नकली नोट इनके चल निकले तो उससे ये लोग ऐश ओ आराम की जिंदगी जीने लगे रॉयल एनफील्ड बाइक, थार जैसी गाड़ियों को उपयोग करने लगे और सोने चांदी और मोबाइल खरीद कर आराम से जीने लगे.

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रायपुर पुलिस ने किया खुलासा

लेकिन इनके यह दो नंबर के काम भला कब तक चल पाते, रायपुर पुलिस को लगातार शिकायत मिलने लगी कि कुछ लोग संगठन बनाकर जॉब दिलाने के नाम से ठगी कर रहे हैं. रायपुर पुलिस ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए इन पर नजर रखना शुरू किया और अलग-अलग जगह छापेमारी की. छापेमारी के दौरान पंडरी एवं अनुपम नगर में इनके खोले गए कॉल सेंटर में छापामारी की गई जहां से पुलिस को बहुत सारे दस्तावेज, फोन, एटीएम कार्ड,कई बैंक के पासबुक व इनसे जुड़े बहुत सारी सामग्रियां मिली. जब इन्हें अरेस्ट करके इनसे अलग-अलग पूछताछ किया गया तो इन्होंने स्वीकार किया कि जॉब दिलाने के नाम से पहले रजिस्ट्रेशन करते थे और खुद ही उन्हे फेल करके बाद में पास करने के नाम से पैसे वसूल करते थे और बाकायदा उन्हे स्पाइसजेट का प्रमाण पत्र भी दिया जाता था. इन्होंने यह भी स्वीकारा कि इनका स्पाइसजेट कंपनी से कोई संबंध नहीं है.

एक रॉयल एनफील्ड बुलेट समेत कई सामान हुए बरामद

कार्यवाही के दौरान इन लोगों के पास से एक रॉयल एनफील्ड बुलेट, एक थार चार पहिया, 27 मोबाइल फोन और 14 नग कीपैड वाले फोन 3 सोने की चैन, एक सोने की ब्रेसलेट, 3 सोने की अंगूठी, एक सोने की नेकलेस,4 लैपटॉप, 1 कलर प्रिंटर, 165 नग नोट छापने का कोरा कागज, वाटरमार्क इंक, विभिन्न बैंकों के पासबुक और एटीएम कार्ड साथ में चेक बुक मिले इन सामानों की कीमत लगभग 24 लख रुपए थी. पकड़े गए आरोपियों में सभी आरोपी उड़ीसा के रहने वाले थे जो कि पिन्टू ताण्डी, कैलाश ताण्डी आकाश ताण्डी, खेत्रो ताण्डी, अभिजीत दीप, विक्की ताण्डी राज टाकरी एवं नितेश कुमार बाग थे इन सभी आरोपियों के विरूद्ध थाना सिविल लाईन में अपराध क्रमांक 340/2024 धारा 420, 467, 468, 471, 489(ए), 489(बी), 489(सी), 489(डी), 489(ई), 120बी, 34. के तहत् कार्यवाही की गई है. यह सारे लोग उड़ीसा के रहने वाले थे और रायपुर में फ्लैट लेकर रह रहे थे जिन्हें अनुपम नगर पंडरी और अशोक रतन में छापा मार के गिरफ्तार किया गया. इस पूरे मामले मे थाना सिविल लाईन एवं एसीसीयू की संयुक्त टीम ने कार्यवाही की है.

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