Chhattisgarh: मोहला मानपुर में सर्व आदिवासी समाज ने जेल भरो आंदोलन को लेकर किया प्रदर्शन, बड़ी संख्या में जुटे आदिवासी

Chhattisgarh News: जेल भरो आंदोलन के सभा स्थल पहुंचे पूर्व केंद्रीय मंत्री अरविंद नेताम, अकबर कोर्राम पूर्व आईपीएस अधिकारी, बीएस रावटे, एआर कोर्राम सहित कांकेर, जगदलपुर,बालोद के समाज प्रमुख लोगो ने संबोधित किया
Chhattisgarh News

सर्व आदिवासी समाज का प्रदर्शन

Chhattisgarh News: मोहला मानपुर अम्बागढ़ चौकी के मानपुर ब्लॉक मुख्यालय में कुछ देर बाद सर्व आदिवासी सामाज ने जेल भरो आंदोलन के तहत प्रदर्शन किया. जिसमें बस्तर में 600 गांव को उजाड़ना व ताड़मेटला,सारकेगुड़ा, ऐसमेटा गांव की सुप्रीम कोर्ट के जांच रिपोर्ट आने के बाद भी दोषियों पर शासन-प्रशासन द्वारा कार्यवाही नही करना. मोहला मानपुर में आदिवासियों के साथ पुलिस का प्रताड़ना, मारपीट करना ,थाना बुलाना सहित गैर आदिवासियों द्वारा फर्जी तरीके से खरीदी बिक्री पर रोक लगाना जैसे अन्य विषयों पर कार्यवाही व रोक लगाने की मांग कर जेल भरो आंदोलन का प्रदर्शन हुआ. जिसमे प्रदेश के अलग-अलग जिलों से आदिवासी समाज के प्रमुखजन आदिवासी नेता पहुंच थे. जिसके चलते जिला प्रशासन व पुलिस प्रशासन पूरी तरह तैयार थे.

पुलिस प्रशासन रही मुस्तैद

दरअसल बलौदाबाजार में सतनामी समाज के द्वारा प्रदर्शन किया गया जहां कुछ उपद्रवियों ने हिंसक घटना को अंजाम दिया था. जिसे देखते हुए पुलिस के जवान हर चौक चौराहे हो या छत्तीसगढ़ महारष्ट्र बॉर्डर पर सघन चेकिंग कर हर आने जाने वाले पर नजर बनाए हुए ताकि किसी भी अप्रिय घटना होने से रोका जा सके. मानपुर पुलिस छावनी में बदला चारो ओर पुलिस की तैनाती की थी. सुरक्षा को लेकर पूरी तरह से सावधानी बरती गई. मानपुर पहुँच रहे आदिवासी नेताओ को 10 किलोमीटर दूर भी रोका गया था. अधिक भीड़ व सुरक्षा कारणों को देखते हुए जिला प्रशासन व पुलिस प्रशासन लगातार हर गतिविधि पर बनाये हुए है नजर बनाये थे.

ये भी पढ़ें- MLA देवेन्द्र यादव ने बीजेपी को दिया चैलेंज, बोले- मंच पर खड़े मेरी फोटो दिखा दें, सार्वजनिक जीवन से ले लूंगा संन्यास

समाज के प्रमुखों ने आदिवासियों पर शोषण व प्रताड़ना का लगाया आरोप

जेल भरो आंदोलन के सभा स्थल पहुंचे पूर्व केंद्रीय मंत्री अरविंद नेताम, अकबर कोर्राम पूर्व आईपीएस अधिकारी ,बीएस रावटे, एआर कोर्राम सहित कांकेर, जगदलपुर,बालोद के समाज प्रमुख लोगो ने संबोधित किया. अंत में कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा गया.

ज़रूर पढ़ें