Chhattisgarh: स्वास्थ्य मंत्री के क्षेत्र में पंडो जनजाति की एनीमिक महिला ने मृत बच्चे को दिया जन्म, राष्ट्रपति के दत्तक पुत्र बाइक पर शव ले जाने मज़बूर
Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल के गृह क्षेत्र कोरिया जिले के सोनहत सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में एक पंडो जनजाति की महिला का प्रसव हुआ, इसके बाद नवजात की मौत हो गई, लाश को परिजन साथ ले जाकर अंतिम संस्कार करना चाहते थे लेकिन शव वाहन नहीं मिला और न ही दूसरी कोई सहायता. इसकी वजह से शव को बाइक पर एक कपड़े पर लपेटकर ले जाया गया. इसका वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है तो पूर्व विधायक गुलाब कमरो ने सिस्टम पर सवाल उठाया है.
गर्भवती महिला को नहीं मिली स्वास्थ्य सुविधा, नवजात की हुई मौत
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सोनहत में पोड़ी ग्राम पंचायत के अमहर पंडोपारा गांव निवासी गर्भवती महिला पूजा पंडो को उसके पति ने प्रसव के लिए अस्पताल में लाया लेकिन प्रसव के दौरान नवजात शिशु की मृत्यु हो गई. इसके बाद नवजात का शव घर तक ले जाने के लिए परिजनों ने शव वाहन उपलब्ध कराने की मांग की लेकिन कोई भी वाहन उपलब्ध नहीं हुआ तो परिजन 4 घन्टे इंतजार के बाद नवजात का पिता प्रमोद पंडो बाइक में ले जाने मजबूर हुआ.
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पंडो जनजाति को राष्ट्रपति ने लिया है गोद
बता दें कि पंडो जनजाति विशेष संरक्षित जनजाति है और इन्हें राष्ट्रपति ने गोद लिया हुआ है ताकि सरकारी अफसर और सिस्टम इनके विकास के लिए ख़ास तौर पर काम करे और सरकारी सुविधाएं मुहैया कराए लेकिन दुर्भाग्य है कि यहां नवजात के शव को ले जाने के लिए वाहन तक नहीं मिला। वहीं बताया जा रहा है कि जिस महिला ने बच्चे को जन्म दिया वह एनीमिक थी क्योंकि उसे गर्भ काल में सही पोषण नहीं मिल रहा था और न उपचार.
स्वास्थ्य मंत्री के इलाके में व्यवस्था लचर, बाइक में लपेटकर ले गए नवजात का शव
बाइक में नवजात का शव लपेटकर ले जाने की घटना से इंसानियत शर्मसार हुई तो वायरल वीडियो को देखकर हर शख्स यही कह रहा है, जब स्वास्थ्य मंत्री के इलाके में ऐसी स्वास्थ्य व्यवस्था है तो अन्य इलाकों में क्या होगी इसका अंदाजा आसानी से लगाया जा सकता है.
पूर्व विधायक गुलाब कमरो ने सरकार पर साधा निशाना
वहीं पूर्व विधायक गुलाब कमरो ने इसे लेकर टवीट किया है और सरकार को घेरा है. उन्होंने इसे लेकर टवीट किया है और स्वास्थ्य मंत्री श्यामबिहारी जायसवाल और भरतपुर सोनहत की विधायक रेणुका सिंह को टैग कर सोशल मीडिया पर लिखा है. “विधायक मंत्री प्रचार में व्यस्त नवजात तोड़ रहे है दम, शर्म है ऐसे स्वास्थ्य सिस्टम पर जहा मौत के बाद भी शव वाहन उपलब्ध नहीं होता. विधायक जी स्वास्थ्य मंत्री जी अगर प्रचार से फुर्सत मिले तो यहां भी दौरा कर लीजिए. मालूम है आपके पास 400 पार का दारोमदार है, लेकिन सबसे पहले बच्चे की जान है.”
अब देखना होगा कि इस मामले में स्वास्थ मंत्री किस प्रकार का एक्शन लेते हैं, वहीं बता दें कि पंडो जनजाति में 90 फिसदी से अधिक महिलाए एनीमिक है और इसके कारण बच्चे कुपोषित पैदा होते हैं या मृत पैदा होते हैं। हालत बदलने के लिए गर्भवती महिलाओं को आंगनबाडी केन्द्रो के माध्यम से पोषण आहार और जांच की व्यवस्था है लेकिन यहां सब कागजो में चल रहा है.