Chhattisgarh News: लोकसभा में कांग्रेस का बड़ा दांव, वरिष्ठ नेताओं को बनाएंगे उम्मीदवार!
Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ लोकसभा चुनाव में कांग्रेस बड़ा दांव खेलने जा रही है. पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को प्रत्याशी बनाने की तैयारी है. कांग्रेस स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक में इस पर अंतिम फैसला होगा. कांग्रेस के सूत्रों की मानें तो पूर्व में भूपेश सरकार के मंत्रियों को लोकसभा प्रत्याशी बनाया जा सकता है.
पूर्व सीएम भूपेश बघेल का नाम राजनांदगांव के पैनल में है. कांग्रेस प्रदेश चुनाव समिति ने हर लोकसभा के लिए तीन-तीन दावेदारों का पैनल तैयार किया है. चर्चा है कि चार विधायक भूपेश बघेल, उमेश पटेल, अनिला भेड़िया और डॉ. चरण दास महंत को प्रत्याशी बनाया जाएगा.
इन चेहरों पर दांव खेलेगी कांग्रेस
सरगुजा लोकसभा सीट से डॉ प्रेमसाय सिंह टेकाम
प्रेमसाय सिंह को भूपेश सरकार से 6 महीने पहले मंत्री पद से हटा दिया गया था और उन्हें विधानसभा चुनाव में टिकट भी नहीं दिया गया था. अब पार्टी लोकसभा चुनाव में सरगुजा से उन्हें उम्मीदवार बनाने की तैयारी में है. बता दें कि भाजपा ने यहां से चिंतामणि महाराज को प्रत्याशी बनाया है.
कोरबा लोकसभा सीट से डॉ चरण दास महंत
कोरबा लोकसभा सीट से डॉ चरण दास महंत को उम्मीदवार बनाया जा सकता है. यहां से उनकी पत्नी ज्योत्सना महंत सांसद हैं. भाजपा ने सरोज पांडे को यहां से प्रत्याशी घोषित किया है. डॉ महंत 2009 मैं कोरबा से सांसद रह चुके हैं. वह यूपीए सरकार में राज्य मंत्री भी थे.
बिलासपुर से पूर्व उपमुख्यमंत्री टीएस सिंहदेव
बिलासपुर से पूर्व उपमुख्यमंत्री टीएस सिंहदेव को उम्मीदवार बनाया जा सकता है. इस नाम की चर्चा लंबे समय से थी. सिंहदेव बहुत कम अंतर से अंबिकापुर सीट से विधानसभा चुनाव हार गए थे. बता दें कि सरगुजा सीट अनुसूचित जनजाति वर्ग के लिए आरक्षित है, इसलिए सिंहदेव को बिलासपुर से मैदान में उतर जा सकता है. भाजपा ने यहां से तोखन साहू को उम्मीदवार बनाया है.
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जांजगीर लोकसभा सीट से शिव डहरिया
जांजगीर लोकसभा सीट से अनुसूचित जाति वर्ग के नेता और भूपेश सरकार में मंत्री रहे डॉक्टर शिव डहरिया को उम्मीदवार बनाया जा सकता है. जांजगीर लोकसभा में डहरिया के प्रभाव वाली बिलाईगढ़ और कसडोल सीट आती है, जहां सतनामी समाज के वोटर प्रभावी भूमिका में है. भाजपा ने यहां से कमलेश जांगड़े को उम्मीदवार बनाया है. बताते चलें कि कमलेश इससे पहले सरपंच थी, और महिला मोर्चा में सक्रिय थी.
रायपुर से रविंद्र चौबे को मिलेगा मौका
कांग्रेस ने उम्मीदवारों की चयन में जातिगत समीकरण का भी ध्यान रखा जाएगा. भाजपा ने रायपुर लोकसभा सीट से सामान्य वर्ग के बृजमोहन अग्रवाल को मैदान में उतारा है. चर्चा है कि यहां से कांग्रेस पूर्व मंत्री रविंद्र चौबे को उम्मीदवार बना सकती है.
राजनांदगांव से पूर्व सीएम भूपेश बघेल
ओबीसी बाहुल्य राजनांदगांव सीट से पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को उतारने की तैयारी है. इस लोकसभा सीट में भाजपा के तीन और कांग्रेस के पांच विधायक पिछले विधानसभा चुनाव में जीतकर आए हैं. भाजपा ने यहां से वर्तमान सांसद संतोष पांडे को एक बार फिर से उम्मीदवार बनाया है.
दुर्ग से फिर ताम्रध्वज पर भरोसा जताने की तैयारी
दुर्ग लोकसभा सीट से एक बार फिर पूर्व मंत्री ताम्रध्वज साहू को मैदान में उतारने की तैयारी है. 2014 के लोकसभा चुनाव के दौरान मोदी लहर में प्रदेश की एकमात्र सीट दुर्ग पर कांग्रेस को जीत मिली थी, जहां से ताम्रध्वज सांसद चुने गए थे. उस समय ताम्रध्वज ने सरोज पांडे को हराया था. दुर्ग से भाजपा ने विजय बघेल को एक बार फिर प्रत्याशी बनाया है. बघेल कुर्मी समाज से आते हैं.
महासमुंद से उमेश पटेल
महासमुंद लोकसभा सीट से कांग्रेस इस बार चौंकाने वाला नाम दे सकती है. पूर्व मंत्री उमेश पटेल को यहां से उम्मीदवार बनाया जा सकता है. महासमुंद से बीजेपी ने रूपकुमारी चौधरी को उम्मीदवार बनाया है. वह अघरिया समाज से आती है, जबकि उमेश पटेल भी अगरिया समाज से आते हैं. महासमुंद लोकसभा क्षेत्र में ओबीसी वाटर प्रभावी भूमिका में है, जिसमें सबसे ज्यादा साहू और कुर्मी वोटर है.
कांकेर से अनिला भेड़िया का नाम
कांकेर लोकसभा सीट से कांग्रेस अनिला भेड़िया पर दांव खेल सकती है. अनिला भेड़िया भूपेश सरकार में मंत्री रही है, और वर्तमान में डोंडी लोहार से विधायक भी हैं. भाजपा ने यहां से अंतागढ़ के पूर्व विधायक भोजराज नाग को उम्मीदवार बनाया है. 2019 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ने यहां से वीरेश ठाकुर को प्रत्याशी बनाया था, जो बहुत कम अंतर से भाजपा के मोहन मांडवी से हार गए थे.
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प्रदेश अध्यक्ष बैज को फिर बस्तर से उतारेगी कांग्रेस
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज को एक बार फिर पार्टी बस्तर से उम्मीदवार बना सकती है. बैज बस्तर से सांसद हैं. हालांकि पिछले विधानसभा चुनाव में चित्रकूट सीट से दीपक बैज चुनाव हार गए थे. यहां से भाजपा ने धर्मांतरण के खिलाफ आवाज उठाने वाले महेश कश्यप को प्रत्याशी बनाया है.
रायगढ़ से पूर्व मंत्री अमरजीत भगत
रायगढ़ से पूर्व मंत्री अमरजीत भगत को प्रत्याशी बनाया जा सकता है. अमरजीत भगत पिछले विधानसभा चुनाव में सीतापुर से पूर्व सैनिक रामकुमार टोप्पो से हार गए थे. साथ ही भगत का नाम इनकम टैक्स और ईडी के छापे में भी आया है. इन सबको दरकिनार करते हुए ऐसी चर्चा है कि कांग्रेस अमरजीत भगत को प्रत्याशी बना सकती है. वहीं बीजेपी ने यहां से राधेश्याम राठिया को अपना प्रत्याशी बनाया है.