पंडित प्रदीप मिश्रा के बयान पर Chhattisgarh में सियासत, बृजमोहन अग्रवाल ने किया समर्थन, कांग्रेस ने साधा निशाना
Chhattisgarh: छत्तीसगढ़ के राजधानी रायपुर के सेजबहार में कचावाचक प्रदीप मिश्रा की शिव महापुराण कथा चल रही है. वहीं अपनी कथा के दौरान पंडित प्रदीप मिश्रा ने क्रिसमस और नए साल को लेकर बड़ा बयान दिया है, उन्होंने कहा कि क्रिसमस पर बच्चों को जोकर न बनाएं. वहीं इस बयान पर प्रदेश में सियासत शुरू एचपी गई है, वहीं अब कांग्रेस और बीजेपी आमने-सामने है.
बृजमोहन ने बयान का किया समर्थन
रायपुर सांसद बृजमोहन अग्रवाल ने प्रदीप मिश्रा के लाल टोपी बच्चों को नहीं पहनाने वाले बयान का समर्थन किया. उन्होंने कहा कि अच्छी बात है. सनातन और जो वीरता है वह एक दूसरे का पर्याय है. नई पीढ़ी में ऐसी चीजों के प्रति आकर्षण बढ़ रहा है जो खुद के लिए देश के लिए, समाज के लिए और परिवार के लिए उपयोगी नहीं है. बच्चों के मन में हमारी संस्कृति और संस्कार डालने की आवश्यकता है. वहीं प्रदीप मिश्रा के 31st नाइट वाले बयान पर रायपुर सांसद ने कहा कि निश्चित रूप से यह तो अंग्रेजी नया साल है. हमारा नया साल तो नवरात्रि के समय होता है. हमारे नए साल में लोग पूजा पाठ करते हैं. जो मदिरा पीने वाली संस्कृति है वह हमारी संस्कृति नहीं है.
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इससे सनातन के साख पर चोट पहुंची – सुशील आनंद शुक्ला
वहीं पंडित प्रदीप मिश्रा के बयान पर कांग्रेस संचार प्रमुख सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि हर धर्म और संस्कृति की अपनी एक अलग पहचान होती है. 25 दिसंबर को ईसाई समाज क्रिसमस मनाता है. इस दिन ईसाई समाज के लोग अपने संस्कारों के अनुरूप वस्त्र पहनते हैं. इसका मज़ाक व्यास गद्दी पर बैठने वाले व्यक्ति द्वारा नहीं उड़ाया जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि कथावाचक को अपराधी की संगति नहीं करनी चाहिए, जिससे दूसरे कथा वाचक का अपमान हो. दुबई में जो पंडित प्रदीप मिश्रा ने किया उसे समस्त कथावाचकों का अपमान हुआ है. इससे सनातन के साख पर चोट पहुंची है.