Chhattisgarh: कांग्रेस सरकार में मजदूरों को 5 रुपये में मिलता था खाना, अब भरपेट फ्री भोजन कराएगी विष्णु सरकार
Chhattisgarh: छत्तीसगढ़ सरकार मजदूरों को बड़ी सौगात देने जा रही है. भाजपा की विष्णु देव सरकार फिर से पूरे प्रदेशभर में दाल भात केंद्र खोलेगी. इन केंद्रों में मजदूरों को फ्री में भोजन कराया जायेगा .इसकी जानकारी श्रम मंत्री लखन लाल ने दी. इससे पहले कांग्रेस सरकार में मजदूरों को पांच रुपए में भोजन मिलता था.
खाने में क्या-क्या मिलेगा कहा
पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह के कार्यकाल में मजदूरों को 5 रुपए में भरपेट भोजन दिया जाता था. प्रदेशभर में अलग-अलग केंद्र खोले गए थे, जिसमें मजदूरों को भोजन कराया जाता था. छत्तीसगढ़ में 2018 के बाद कांग्रेस की सरकार बनी, उसके बाद से योजना पर काम नहीं हुआ, जिसके कारण यह केंद्र स्वत: बंद हो गया. अब प्रदेश में बीजेपी की सरकार आने के बाद दाल-भात केंद्र फिर से चलाया जाएगा और मौजदूरों को फ्री में भरपेट खाना मिलेगा.
छत्तीसगढ़ में कब शुरू होगी योजना
एक मई को विश्व मजदूर दिवस मनाया जाता हैं. इसी दिन छत्तीसगढ़ सरकार मजदूरों को सौगात देने वाली है. छत्तीसगढ़ के श्रम मंत्री लखन लाल देवांगन ने बताया कि योजना को लेकर सीएम और अधिकारियों से बातचीत हो रही हैं.कितना बेहतर मजदूरों के लिए कर सकते है उसी पर चर्चा हो रही है.बहुत जल्दी मजदूरों को बढ़िया खाना मिलेगा.
प्रदेशभर में कितने केंद्र खोलेगी सरकार
प्रदेश भर में बीजेपी की सरकार दाल भात केंद्र खोलेगी.रायपुर में 11 और प्रदेश भर में 128 दाल भात केंद्र संचालित होगा. इसके लिए अलग अलग जानकारी जुटाई जा रही है, राजधानी रायपुर में मेकाहारा, रेलवे स्टेशन, एनआईटी ,बस स्टैंड,कालीबाड़ी सहित अन्य जगहों पर खोलने की तैयारी है.
मजदूरों को कांग्रेस सरकार में क्या मिलता था?
कांग्रेस सरकार द्वारा शहीद वीर नारायण सिंह श्रम अन्न योजना के माध्यम से कार्ड धारी मजदूरों को 5 रुपए में भरपेट भोजन और बिना कार्ड धारी मजदूरों को 10 रुपए में भोजन दिया जाता था.प्रतिदिन औसतन 2 हजार से अधिक असंगठित, निर्माण एवं संगठित श्रमिक इसका लाभ उठाते हैं.
दीपक बैज ने कसा तंज
बीजेपी की सरकार मजदूरों के लिए दाल भात केंद्र खोलने जा रही है इस पर पीसीसी चीफ दीपक बैज कहा 2003 से बीजेपी ने दाल और भात केंद्र की शुरुआत हर ब्लॉक में खोलने का वादा किया था. दाल भात केंद्र खुल नहीं पाया.बीजेपी ने गरीबों के नाम से लूटने का जरिया खोज लिया है,ताकि गरीबों के हक का डाका डाल सके.