Chhattisgarh: लोकसभा चुनाव के बाद प्रदेश प्रभारी की अध्यक्षता में हुई BJP की बैठक, सीएम सहित सांसद और विधायक रहे मौजूद

Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ प्रदेश प्रभारी नितिन नबीन की अध्यक्षता में रविवार को भाजपा प्रदेश कार्यालय में तीन बड़ी बैठके आयोजित की गई. पहली बैठक कोर कमेटी, क्लस्टर प्रभारी की हुई.
Chhattisgarh News

भाजपा प्रदेश कार्यालय में बीजेपी पदाधिकारियों के साथ सीएम विष्णुदेव साय

Chhattisgarh News: हाल ही में संपन्न हुए लोकसभा चुनाव के बाद से भाजपा लगातार बैठक कर रही है. इस बार छत्तीसगढ़ के कुल 11 लोकसभा सीटों में से 10 पर बीजेपी ने जीत हासिल की है. इसके बावजूद भी अगर पार्टी की लगातार बड़ी बैठकें हो रही है, तो समझा जा सकता है कि भाजपा बड़ी रणनीति तैयार कर रही है. ये रणनीति आगामी नगरीय निकाय चुनाव को लेकर शुरू किए जाने वाले कार्यक्रमों को लेकर है. बैठक में मुख्यमंत्री से लेकर केंद्रीय राज्य मंत्री, विधायक, सांसद और संगठन के लोग शामिल हुए.

छत्तीसगढ़ प्रदेश प्रभारी नितिन नबीन की अध्यक्षता में रविवार को भाजपा प्रदेश कार्यालय में तीन बड़ी बैठके आयोजित की गई. पहली बैठक कोर कमेटी, क्लस्टर प्रभारी की हुई. दूसरी बैठक प्रदेश के सभी विधायकों की हुई. इस बैठक में मुख्यमंत्री से लेकर तमाम विधायक तक शामिल हुए. वही तीसरी बैठक लोकसभा सांसदों की हुई. लोकसभा चुनाव में बंपर जीत का आभार करने के बाद में तमाम प्रदेश के बड़े नेताओं को आने वाले नगरीय निकाय चुनाव की तैयारी शुरु करने के निर्देश दिए गए हैं.

ये भी पढ़ें- CG News: वन विभाग ने तीन वाहनों के खिलाफ की कार्रवाई, बिना अनुमति के रिजर्व्ड फॉरेस्ट में चल रहा था कार्य

नगर निकाय चुनाव पर हुई चर्चा

आज की मैराथन बैठक में एक बड़ा एजेंडा नगरी निकाय में चुनाव करवाने को लेकर भी था. मेयर का चुनाव किस प्रणाली से कराई जाए इस पर विधायकों से राय मांगी गई थी. इस दौरान ज्यादातर विधायकों में प्रत्यक्ष प्रणाली से मेयर का चुनाव कराने की राय बनी. वही, जल्द भाजपा इस मामले में कमिटी बना सकती है. नगरीय निकाय चुनाव को गली और मोहल्ले का चुनाव माना जाता है. ऐसे में भारतीय जनता पार्टी पखवाड़े के माध्यम से गली और मोहल्ले तक जाने की तैयारी में है.

 प्रदेश कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने चिंता जताई

जहां एक ओर भारतीय जनता पार्टी अपने कार्यकर्ताओं की पीठ थपथपा कर आगामी चुनाव के लिए उन्हें निर्देश दे रही है. वहीं कांग्रेस में अब तक एक भी समीक्षा बैठक नहीं हुई है. कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष धनेंद्र साहू ने भी इसको लेकर चिंता जताई है. उन्होंने कहा की समीक्षा होनी चाहिए. वहीं भाजपा की बैठकों को लेकर कहा कि पार्टी आज समीक्षा कर रही है तो यह प्रक्रिया होती है.

भाजपा पार्टी के रणनीति में ही यह शामिल होता है कि पार्टी आगामी 1 साल के कार्यक्रमों को लेकर चलती है. ऐसे में लोकसभा के तुरंत बाद ही अब नगरी निकायों की तैयारी शुरू है. इससे समझा जा सकता है की कितनी गंभीर होकर भाजपा चुनावी तैयारी में जुट गई है.

ज़रूर पढ़ें