Chhattisgarh News: नारायणपुर लाया गया मुठभेड़ में मारे गए नक्सलियों का शव, जवानों ने लैपटॉप और कंप्यूटर किया बरामद

Chhattisgarh News: जवानों ने टेकमेटा के जंगलों में करीब 16 घंटे चली मुठभेड़ के बाद 10 नक्सलियों को मार गिराया है. इस मुठभेड़ के बाद जवानों ने नक्सलियों के कैंप को भी तबाह कर दिया. नक्सली कैंप से जवानों ने बड़ी संख्या में नक्सलियों द्वारा उपयोग किए जाने वाला सामान भी जब्त किये है.
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नक्सलियों का सामान हुआ बरामद

Chhattisgarh News: नारायणपुर जिले में मंगलवार को सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच हुई मुठभेड़ में 10 नक्सली मारे गए. इस 10 नक्सलियों के शव को काफी मशक्कत के बाद नारायणपुर लाया गया है. साथ ही नक्सलियों के कैंप से जवानों ने बड़ी संख्या में नक्सल सामग्री भी जब्त की है. नक्सलियों के पास से जवानों ने कंप्यूटर और लैपटॉप भी जब्त किया है, इनकी जांच के बाद पुलिस को नक्सल संगठन से जुड़ी बड़ी जानकारी मिलने की उम्मीद है.

नक्सलियों के कंप्यूटर, लैपटॉप हुए बरामद

जवानों ने टेकमेटा के जंगलों में करीब 16 घंटे चली मुठभेड़ के बाद 10 नक्सलियों को मार गिराया था. इस मुठभेड़ के बाद जवानों ने नक्सलियों के कैंप को भी तबाह कर दिया. नक्सली कैंप से जवानों ने बड़ी संख्या में नक्सलियों द्वारा उपयोग किए जाने वाला सामान भी जब्त किये है, जवानों ने नक्सलियों का कंप्यूटर, लैपटॉप, प्रिंटर जब्त किया है. वहीं जवानों को नक्सलियों के कैंप के पास एक जेसीबी मशीन भी मिली है. इस जेसीबी मशीन को जवानों ने जंगल में ही जलाकर नष्ट कर दिया है.

बता दें कि टेकमेटा के जंगलों में नक्सलियों का महफूज गढ़ था. यही वजह है कि नक्सली यहां स्थाई कैंप लगाकर बैठे हुए थे. कई बड़े नक्सली कमांडर भी यहां मौजूद थे. जिनमें से स्पेशल जोनल कमिटी मेंबर जोगन्ना को मारने में जवानों को सफलता मिली है. जोगन्ना पर 25 लाख का इनाम घोषित था. करीब 30 सालों से नक्सल संगठन में सक्रिय जोगन्ना पर 190 से अधिक मामले दर्ज थे.

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30 अप्रैल को अबुझमाड़ के टेकामेटा के जंगलों में हुई थी मुठभेड़

नारायणपुर मुठभेड़ में बस्तर पुलिस को बड़ी सफलता मिली थी. नक्सलियों और जवानों के बीच  मुठभेड़ के बाद जवानों ने 10 नक्सलियों के शव बरामद किए थे. नक्सलियों की मौजूदगी की सूचना पर 29 अप्रैल को जवान नारायणपुर और कांकेर जिले के बॉर्डर इलाके में सर्चिंग पर निकले हुए थे. रात भर सर्चिंग के बाद 30 अप्रैल की सुबह अबुझमाड़ के टेकामेटा के जंगलों में डीआरजी और एसटीएफ़ के जवानों का सामना नक्सलियों से हुआ था.

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