Chhattisgarh News: रिशू हत्याकांड के आरोपियों के घर पर चला बुलडोजर, क्राइम पेट्रोल और CID देखकर रची थी हत्या की साजिश

Chhattisgarh News: सरगुजा संभाग के इतिहास में यह पहला मामला है जब किसी हत्या के आरोपियों के मकानों को बुलडोजर से तोड़ा गया है.
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आरोपियों का मकान

Chhattisgarh News: सूरजपुर जिले के प्रतापपुर में रिशू हत्याकांड मामले में राजस्व अमले ने हत्याकांड के आरोपियों के मकान को बुलडोजर से तोड़ दिया गया. पीड़ित परिवार सहित शहर के लोगों ने आरोपियों को फांसी देने के साथ मकान तोड़ने की मांग को लेकर शहर बंद कराया और विरोध प्रदर्शन किया था. इसके बाद प्रशासन ने आरोपियों के द्वारा सरकारी जमीन पर बनाए गए मकानों को तोड़ दिया. हालांकि अब भी परिजन आरोपियों को फांसी देने की मांग कर रहे हैं.

दरअसल, प्रतापपुर निवासी 11 साल का रिशू कश्यप क्लास 6 का स्टूडेंट था. जब वह घर के बाहर बैठा था. तभी 29 जनवरी को पड़ोस में रहने वाले विशाल और शुभम नाम के आरोपियों ने उसका अपहरण कर लिया था. इसके बाद जंगल में ले जाकर उसकी हत्या कर शव को जंगल में जला दिया फिर दूसरे दिन जलने के बाद बचे हुए हड्डियों को जंगल में हीं फेंक दिया था.

लेकिन पुलिस 26 फरवरी को इसका खुलासा कर पाई थी. तब लोगों ने शहर बंद कर दिया था और आरोपियों को फांसी देने के साथ उनके मकानों को तोड़ने की मांग की थी. इसके बाद प्रतापपुर नगर पंचायत से मकान को तोड़ने का प्रस्ताव पास कर तहसीलदार को मामला भेजा गया. जिस पर तहसीलदार ने सरकारी जमीन पर बने मकानों पर उन्हें नोटिस जारी किया था और मकान के बाहर नोटिस चस्पा किया था.

नहीं तोड़ पाए तो चला दी बुलडोजर

इसके बाद आरोपियों के परिजनों ने तहसीलदार के सामने जवाब पेश किया था और मकान नहीं तोड़ने की मांग की थी. इसपर तहसीलदार के कोर्ट में चार दिन सुनवाई चली थी. वहीं जब बुधवार को पुलिस और राजस्व का अमला मौके पर पहुंचा तो आरोपियों के परिजन मकान खाली नहीं करना चाह रहे थे. वहीं मकानों को तोड़ने के लिए गैंता और फावड़ा सहित अन्य सामान लेकर मजदूर भी पहुंचे. जिन्होंने मकान तोड़ने का काम शुरू किया और फिर जब वे नहीं तोड़ पाए तो बुलडोजर चला.

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प्रतापपुर में आरोपियों ने छोटे झाड़ मद की जमीन पर कब्जा कर मकान बनाया था और वहां बिरयानी होटल संचालित करते थे. वहीं आरोपियों ने रिशू का अपहरण इसलिए किया था ताकि फिरौती मांगकर वे अपने कर्ज को पटा सके. लेकिन अपहरण के बाद जब रिशू को रात में रखने के लिए कोई मकान नहीं मिला तो आरोपियों ने जंगल में हत्या कर शव को पेट्रोल डालकर जला दिया था. आरोपियों ने हत्या और अपहरण की यह साजिश क्राइम पेट्रोल और सीआईडी जैसे टीवी शो देखकर रची थी.

इलाके में धारा  144 लागू

वहीं मकानों को तोड़ने के दौरान इलाके में धारा 144 लागू की गई और भारी संख्या में पुलिस बल के साथ पुलिस और राजस्व के अफसर मौजूद रहे. सरगुजा संभाग के इतिहास में यह पहला मामला है. जब किसी हत्या के आरोपियों के मकानों को बुलडोजर से तोड़ा गया है. तहसीलदार पुष्पराज पात्रा ने बताया कि तहसील ने सरकारी जमीन पर मकान बनाने वालों को नोटिस जारी किया गया था, उस पर सुनवाई के बाद अतिक्रमण कर बनाए गए मकानों को पुलिस की सुरक्षा में जेसीबी से तोड़ा गया.

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