Chhattisgarh: छत्तीसगढ़ BJP को झारखंड जिताने की जिम्मेदारी! जानिए पूरा समीकरण
Chhattisgarh News: झारखंड विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने पूरी ताकत झोंक दी है. एक तरफ पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन ने बीजेपी ज्वाइन कर लिया है. दूसरी तरफ बीजेपी ने झारखंड में छत्तीसगढ़ के बीजेपी नेताओं की ड्यूटी लगा दी है. झारखंड विधानसभा चुनाव जिताने के लिए छत्तीसगढ़ के बड़े बड़े नेताओं की ड्यूटी लगाई गई है. कौन कौन है वो नेता जिनकी ड्यूटी लगी है…? और क्यों छत्तीसगढ़ के नेताओं को ज़िम्मेदारी दी गई है? चलिए विस्तार से बताते है.
8 नेताओं को 44 सीट जिताने की जिम्मेदारी
छत्तीसगढ़ के प्रदेश प्रभारी नितिन नवीन को 6 विधानसभा का प्रभार मिला है. राजमहल, बोरियो, बरहेट, लिट्टीपाड़ा, पाकुंड, महेशपुर विधानसभा की जिम्मेदारी मिली है, डिप्टी सीएम विजय शर्मा को 6 विधानसभा का प्रभार धनवार, बगोदर, गिरिडीह, जमुआ, गाडेय, कोडरमा. वित्त मंत्री ओपी चौधरी को 6 विधानसभा का प्रभार मिला है. बरकट्टा, बरही, हजारीबाग, रामगढ़, माडू, बड़कागांव. सबसे ज्यादा सांसद विजय बघेल को 8 विधानसभा की जिम्मेदारी मिली है–ईचागढ़, सरायकेला, खरसांवां, चाईबासा, मंझगॉव जगन्नाथपुर,मनोहरपुर, चक्रधरपुर. विधायक भावना बोहरा को भी 6 विधानसभा की जिम्मेदारी बहरागोड़ा, घाटशिला, पोटका ,जुगसलाई ,जमशेदपुर पूर्वी, जमशेदपुर पश्चिम. केंद्रीय राज्यमंत्री तोखन साहू को 4 विधानसभा की जिम्मेदारी सिमरिया,चतरा, मनिका , लातेहार. सांसद संतोष पांडे को 4 विधानसभा की जिम्मेदारी- लोहरदगा, सिसई, गुमला, बिशुनपुर. मंत्री केदार कश्यप को 4 विधानसभा की जिम्मेदारी – तोरपा, खूंटी, सिमडेगा, कोलेबिरा.
इसके अलावा विधायक, पूर्व विधायकों और पूर्व सांसदों का भी नाम
बीजेपी ने झारखंड चुनाव में बहुत तगड़ी फील्डिंग लगाई है. प्रदेश प्रभारी नितिन नवीन से लेकर विष्णु सरकार के मंत्री, सांसद और विधायकों की ड्यूटी लगा दी है…चुनावी राजनीति के लिए आज रांची में मीटिंग भी हुई है.
जानिए क्या है झारखंड का पूरा समीकरण
झारखंड जिताने की जिम्मेदारी क्यों मिली..? ये भी समझ लीजिए. छत्तीसगढ़ और ओडिशा आदिवासी बहुल राज्य है. छत्तीसगढ़ में बीजेपी ने आदिवासी मुख्यमंत्री बनाया है…सीएम विष्णु देव साय का झारखंड में पारिवारिक रिश्ता है. सीएम साय का मामा घर झारखंड है. इसके अलावा सीएम विष्णुदेव साय की टीम को ओडिशा में भी चुनाव जिताने की जिम्मेदारी मिली थी. ओडिशा में विधानसभा और लोकसभा चुनाव में बीजेपी को बड़ी जीत मिली. इसमें मुख्यमंत्री विष्णु देव साय खुद अपने मंत्रिमंडल के साथ चुनाव प्रचार की पूरी जिम्मेदारी उठाए थे. इसी लिए बीजेपी ने पड़ोसी राज्य झारखंड की भी जिम्मेदारी दी है. झारखंड में 81 विधानसभा सीट है. इसमें से 30 सीट NDA के पास है. 47 सीट इंडिया गठबंधन के पास है और 4 सीट खाली है.
किस वर्ग के लिए कितनी सीट है आरक्षित
एसटी- 28
एससी- 9
सामान्य- 44
सबसे ज्यादा किस वर्ग का वोट बैंक है?
OBC- 55 प्रतिशत,
ST- 26.3 प्रतिशत
SC- 11 प्रतिशत आबादी है.
झारखंड में सबसे ज्यादा ओबीसी वोटर है दूसरे नंबर पर आदिवासी वोटर है, इसलिए छत्तीसगढ़ बीजेपी ने राज्य के बड़े ओबीसी नेताओं को झारखंड में तैनात किया है. चुनाव करीब आएगा तो मुख्यमंत्री विष्णु देव साय भी झारखंड चुनाव में नजर आ सकते है.