Chhattisgarh: अभनपुर में 6.30 लाख रुपए के सामुदायिक भवन पर कबाड़ियों का कब्जा, लोगों का हक छिन रहे सरपंच
Chhattisgarh News: राजधानी रायपुर से लगे अभनपुर में मुख्यमंत्री समग्र ग्रामीण विकास योजना के तहत बने 6.30 लाख रुपए के सामुदायिक भवन पर कबाड़ियों का कब्जा हो गया है. कबाड़ी भी कोई और नहीं सरपंच का बेटा है.
अभनपुर में 6.30 लाख रुपए के सामुदायिक भवन पर किया कब्जा
छत्तीसगढ़ में हम लगातार स्कूलों के जर्जर होने की खबर दिखा रहे हैं. जहां बरसात के बीच में जर्जर भवन में बच्चे पढ़ने के लिए मजबूर है. लेकिन रायपुर के नजदीक अभनपुर में सरकारी संपत्ति पर कब्जा हो गया है. जिस सामुदायिक भवन को आम जनता और विशेष समाज के लिए बनाया गया था. उसमें अब कबाड़ियों का बोल बाला है.. राजधानी रायपुर से महज 10 किलोमीटर दूर अभनपुर माना बस्ती में सामुदायिक भवन मुख्यमंत्री समग्र ग्रामीण विकास योजना के तहत साल 2019 में बनाया गया था. इस योजना के तहत माना बस्ती में सामुदायिक भवन का निर्माण साल 2018-19 में करवाया गया था. समाज की मांग पर बने सामुदायिक भवन पर अब सरपंच के बेटे का कब्जा है. सरपंच के बेटे ने यहां पर कबाड़ दुकान खोल दिया है. पंचायत और कई बार इसके विरोध के बाद भी अब तक यहां कब्जा नहीं हटा है. मां सरपंच है इसलिए बेटा पद का भरपूर उपयोग कर सरकारी संपत्ति का स्वयं उपयोग कर रहा है.
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सरपंच का बेटा ही चला रहा कबाड़ी की दुकान
यही नहीं इसी भवन में साल 2020-21 में 15 वे वित्त के 1 लाख 30 हजार रुपए के सिंटेक्स पानी टंकी भी बनाया गया. ताकि भवन पर लोगों को राहत मिल सके.. लेकिन यह भी किसी उपयोग नहीं आ रहा है. जब इस मामले को लेकर हमने गांव के सरपंच उषा रमेश सोनी का तलब किया. तो उन्होंने अपने ही बेटे को गरीब घर का बेटा बताया.. यानी की साफ तौर पर बेटे के करतूत में पर्दा डालने का काम सरपंच कर रही हैं.
सरकारी संपत्ति के दुरुपयोग करने की खबरें अक्सर आती रहती हैं लेकिन जब सरपंच के संरक्षण में ही संपत्तियों का दुरुपयोग शुरू हो जाए तो सख्त रवैया अपनाने की जरूरत नजर आती है उम्मीद यही है कि इस पर एक्शन लिया जाएगा और जिस समाज के लिए सामुदायिक भवन बना था उसे फिर वापस दे दिया जाएगा..