Chhattisgarh: कांग्रेस ने की प्रेस कांफ्रेंस, विधानसभा सत्र समापन समेत कई मुद्दों पर BJP को घेरा
Chhattisgarh News: राजधानी रायपुर के कांग्रेस कार्यालय राजीव भवन में कांग्रेस की विधानसभा सत्र समापन समेत कई मुद्दों को लेकर प्रेस कांफ्रेंस हुई जहां PCC चीफ दीपक बैज , विधानसभा अध्यक्ष डॉ चरण दास महंत और पूर्व CM भूपेश बघेल समेत अन्य कांग्रेस के नेता मौजूद रहे तीनों नेताओं ने अपनी बात रखते हुए जमकर सत्ता पक्ष पर जमकर निशाना साधा है.
विधानसभा घेराव के दिन कार्यकर्ताओं को रोक गया – दीपक बैज
पीसीसी चीफ बोले कि 24 जुलाई को प्रदेश भर से हमारे कार्यकर्ता रायपुर में सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करते हुए विधानसभा का घेराव करने पहुंचे, लेकिन कई जगहों पर शासन प्रशासन ने पूरा जोर लगा दिया, हमारे कार्यकर्ताओं को कई जिलों में रोका गया ताकि वह रायपुर ना पहुंच पाए. इसके बाद भी हमारे कार्यकर्ता उनसे लड़ते हुए रायपुर पहुंचे और 25000 से के लगभग कार्यकर्ता रायपुर में प्रदर्शन के लिए पहुंचे. मैं सभी कार्यकर्ता साथियों को धन्यवाद करता हूं, उसके सहयोग के लिए, सभी कार्यकर्ताओं को वाटर कैनन और बल के दम पर रोकने की कोशिश की गई लेकिन वह नहीं रुके.
मानसून सत्र में हमने सभी मुद्दों को उठाया – चरणदास महंत
नेता प्रतिपक्ष डॉ चरणदास महंत ने कहा कि आप सभी लोग विधानसभा में रहते हैं आपने देखा होगा कि छोटा सत्र होने की वजह से 5 दिन में भी हमारे सभी विधायकों ने अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. पहली बार हुआ है कि 5 दिन में चार स्थगन प्रस्ताव पर चर्चा करना हमारी यह बहुत बड़ी कामयाबी रही है. घंटे – 2 घंटे तक चर्चा हुई. जहां तक बात है 24 जुलाई की प्रदर्शन की बहुत ही शानदार प्रदर्शन रहा. जैसा कि आप सब जानते हैं कि बलौदा बाजार की घटना थी उसको कलंकित करने वाली घटना है. सरकार का प्रशासन, खुफिया तंत्र, पुलिस विभाग सब जगह असक्षम रहे. विधानसभा में हम लोगों ने खाद बीज और अन्य मुद्दों को उठाया. पूरे प्रदेश में मलेरिया और डायरिया बढ़ा हुआ है. विधानसभा में भी हमने दिखा दिया कि भूपेश बघेल की सरकार ने मलेरिया और डायरिया के जितना काम किया था उन सभी को उन कामों को उन्होंने बंद कर दिया. रीएजेंट जो टेस्ट के लिए जरूरी है अस्पतालों में नहीं मिल पा रहा है.
नक्सल घटना पर चर्चा करते हुए भी मैं वहां(विधानसभा) पर कहा था की पुरानी भरमार बंदूक की होती है उन सभी को ग्रामीण मारे जाते हैं वहां पर दिया जाता है। आपको सोचिए कब से भरमार बंदूकों का चलन बंद हो गया है. मैंने यह सवाल उठाया है क्या आपने भरमार बंटी को की गिनती कार्रवाई या कल परीक्षण करवाया है वह भरमार बंदूक के चलती भी है या नहीं. उनका उपयोग सिर्फ ग्रामीणों को मारे जाने के बाद नक्सली बताने के लिए किया जा रहा है. हमने बेमेतरा की घटना उठाएं, हसदेव की घटना उठाई, उसके साथी तमाम जितनी भी करना है प्रदेश में हो रही थी सभी को हमने विधानसभा में सरकार के सामने रखा.
विष्णुदेव साय सरकार के लिए बलौदा बाजार की घटना काला धब्बा है – भूपेश बघेल
पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा “6 महीने में भाजपा के सरकार विफल साबित हुई है विष्णुदेव साय की सरकार रिमोट कंट्रोल सरकार है. सुशासन की बात तो छोड़िए सरकार है भी या नहीं यह भी पता नहीं चल रहा है पता चल भी रहा है तो रिमोट से चल रहा है. विष्णु देव साय सरकार के लिए बलौदा बाजार की घटना काला धब्बा है. 7 महीने में ही रेत माफिया, भु माफिया , गांजा तस्कर , मानव तस्कर सबका बोलबाला पूरे प्रदेश में दिखाई दे रहा है। स्थिति यह है राजधानी रायपुर में चार बार गोली चली , भिलाई में गोली चली , रायगढ़ के लोग दूसरे प्रदेश में गोली चला रहे हैं इस प्रकार से प्रोटेक्शन मनी पर गोली चल रही हैं व्यापारियों के घर में घुसकर धमकी दे रहे हैं. मलेरिया उल्टी दस्त से मौत लगातार हो रहा है दवाइयां प्रदेश में नहीं है दवाई का अभाव है यहां स्थिति यह है टीवी का दवाई नहीं मिल रहा है. फर्जी नक्सली बताकर आदिवासियों को गिरफ्तार करने का मामला है, एनकाउंटर करने का मामला है, आदिवासियों को चना राशन नही पहुचा पा रहे है, महतारी वंदन महिलाओं को नहीं मिल पा रहा है ये विष्णुदेव साय का सुशासन है. सरकार पूरी तरह से विफल है. सदन से सड़क तक हमने जनता के मुद्दे को उठाया है.