Chhattisgarh: अंबिकापुर-रेणुकूट रेल लाइन का डीपीआर और FLS रेलवे बोर्ड में हुआ जमा, रेल संघर्ष समिति ने सांसद चिंतामणि से की मुलाक़ात

Chhattisgarh News: अंबिकापुर रेणुकूट रेल लाइन विस्तार की मांग को लेकर रेल संघर्ष समिति के सदस्यों ने नवनिर्वाचित सरगुजा सांसद चिंतामणि महाराज से मिलकर इस अभियान को निर्णायक स्तर तक पहुंचाने का आग्रह किया.
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रेलवे संघर्ष समिति ने सांसद चिंतामणी महाराज से की मुलाकात

Chhattisgarh News: अंबिकापुर रेणुकूट रेल लाइन विस्तार की मांग को लेकर रेल संघर्ष समिति के सदस्यों ने नवनिर्वाचित सरगुजा सांसद चिंतामणि महाराज से मिलकर इस अभियान को निर्णायक स्तर तक पहुंचाने का आग्रह किया.

रेल संघर्ष समिति ने सांसद चिंतामणि से की मुलाक़ात

रेल संघर्ष समिति के सदस्यों व प्रबुद्ध नागरिकों ने सांसद निवास जाकर चिंतामणि महाराज के सांसद निर्वाचित होने पर उन्हें बधाई व शुभकामनाएं देते हुए अंबिकापुर रेणुकूट रेल विस्तार की मांग को जल्द पूरा कराने का अनुरोध किया। समिति के सदस्यों ने जन भावना के अनुरूप इस रेल लाइन के निर्माण के लिए पदयात्रा, हस्ताक्षर अभियान, समर्थन पत्र से लेकर पंचायतों के प्रस्ताव तक के प्रयासों की जानकारी दी। अंबिकापुर रेणुकूट रेल लाइन का डीपीआर और FLS पिछले अक्टूबर माह में रेलवे बोर्ड को जमा कर दिया गया है। पूर्व मध्य रेलवे द्वारा विंढमगंज अंबिकापुर रेल लाइन के रिवाइज्ड FLS भी माह के अंत तक रेलवे बोर्ड में जमा होने की संभावना है। इसके बाद अंबिकापुर रेल लाइन को विंढमगंज से रेणुकूट के बीच निर्धारित स्थान पर जोड़े जाने के संबंध में अंतिम निर्णय लिया जाएगा.

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सरगुजा अंचल की जन भावना अंबिकापुर को रेणुकूट से रेल मार्ग के माध्यम से जोड़ने की है. यह प्रस्तावित मार्ग अन्य वैकल्पिक मार्गो की तुलना में लघुतर, कम लागत वाला और अपेक्षाकृत अधिक उपयोगी है. अंबिकापुर रेणुकूट प्रस्तावित रेल मार्ग के समीप जगन्नाथपुर ओसीपी 3.5 मिलियन टन प्रतिवर्ष की कोल खदान संचालित है, जिसमें आगामी 20 वर्ष तक उत्पादन हो सकता है.मदन नगर में 15 मिलियन टन प्रतिवर्ष उत्पादन देने वाली माइंस चालू होने वाली है जो आगामी 25 साल चलने वाला प्रोजेक्ट रहेगा। इसके अतिरिक्त भवानी प्रोजेक्ट कल्याणपुर, बरतीकलां वाड्राफनगर, बगड़ा, कोटेया जैसे कई कोल प्रोजेक्ट इस रेल मार्ग के नजदीक है.

इसलिए यह रेल लाइन होगा सफल

सरगुजा अंचल कोयला उत्पादन के लिए जाना जाता है साथ ही पड़ोसी राज्य उत्तर प्रदेश एवं मध्य प्रदेश का सिंगरौली क्षेत्र भी कोयला उत्पादक क्षेत्र है. आपस में जुड़ जाने पर यह कोयला परिवहन के लिए स्वर्णिम अवसर उपलब्ध कराएगा जो आर्थिक दृष्टि से अत्यधिक लाभप्रद एवं व्यवहारिक है. अंबिकापुर रेणुकूट रेल मार्ग का रेट ऑफ़ रिटर्न भी प्रस्तावित सभी मार्गों में अत्यधिक रहेगा. सांसद चिंतामणि महाराज ने जन भावना को ध्यान में रखते हुए अंबिकापुर रेणुकूट रेल विस्तार के अभियान में गंभीरता के साथ इस संकल्पना को मूर्त रूप देने के लिए हर संभव मदद का आश्वासन दिया.

इस अवसर पर वरिष्ठ भाजपा नेता आलोक दुबे, कैलाश मिश्रा, चंद्रशेखर तिवारी, मुकेश तिवारी, अधिवक्ता रमेश द्विवेदी, कांत दुबे, भूपेंद्र सिंह, मंगल पांडे, रिंकू वर्मा,अजय तिवारी, रमेश जायसवाल, जितेंद्र सिंह, पीयूष त्रिपाठी, संतोष बिहाड़े गोल्डी, राहुल त्रिपाठी, आशुतोष प्रजापति, जमुना यादव, प्रकाश साहू पंकज चौधरी सहित अन्य लोग उपस्थित थे.

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