Chhattisgarh: उपवास रखने से बढ़ती है याद रखने की क्षमता, जानिए क्या कहता है रिसर्च
Chhattisgarh News: हिंदू धर्म में बहुत उपवास रखा जाता है. मंगलवार को भगवान हनुमान के लिए, शुक्रवार संतोषी माता के लिए, 16 सोमवार भगवान शिव के लिए रखा जाता है. इसके अलावा अलग अलग त्योहारों में भी व्रत रखा जाता है. मतलब साल के 365 दिन में उपवास रखने वाले दिन बहुत है और बड़ी बात ये है की ज्यादातर उपवास महिलाएं ही रखती है, लेकिन पुरुष में उपवास रखने ज्यादा रुचि नहीं लेते हैं.
व्रत रखने वालों की याददाश्त होती है तेज
उपवास जुड़ी एक रिसर्च आई है. व्रत रखने वालों की याददाश्त बहुत तेज होती है. दरअसल लंदन के बड़े यूनिवर्सिटी किंग्स कॉलेज में रिसर्च हुआ है. याद रखने की क्षमता को टेस्ट किया गया है. इसे पैटर्न सेपरेशन टेस्ट कहा जाता है. इस प्रयोग में शामिल होने से पहले और प्रयोग खत्म होने के बाद टेस्ट किया गया. तो याद रखने की क्षमता में कितना असर पड़ा. इसी पर रिसर्च हुआ है.
43 लोगों को पर हुआ है टेस्ट
43 लोगों को टेस्ट के लिए चुना गया. इनकी उम्र 45 से 75 साल के बीच थी. 4 सप्ताह यानी 28 दिन के लिए उनको कम कैलोरी वाला भोजन दिया गया. हर सप्ताह के 2 दिन 500- 600 कैलोरी वाला ही भोजन दिया गया. मतलब 5 केले के बराबर. बाकी 5 दिन सामान्य भोजन दिया मतलब जो वो पहले खाते थे. इसका हमारे मेमोरी कार्ड मतलब याद रखने की क्षमता पर बड़ा असर हुआ. प्रयोग के बाद सभी लोगों का ब्लड टेस्ट किया गया. जिसमे खून में प्रोटीन की मात्रा जांची गई. इस प्रोटीन को क्लोथो कहते हैं, जोकि उम्र बढ़ने के साथ इंसान के शरीर में कमी होती है, लेकिन प्रयोग में कम कैलोरी खाने वाले लोगों में क्लोथो बढ़ गया. इसके बढ़ने से नई कोशिकाएं और न्यूरॉन्स पैदा हुए. जो इस बात का संकेत है की उनकी याद रखने की क्षमता बढ़ जाता है.
मतलब आप सप्ताह में दो दिन उपवास रखने से आपकी याददाश्त बढ़ सकती है. दिनभर का निर्जला व्रत नहीं. 500 – 600 कैलोरी मिल जाए उतना भोजन लेना है. बाकी 5 दिन आप पहले जितना खाते थे उतना खाएं.