CG Investor Connect के जरिए छत्तीसगढ़ को मिला 6000 करोड़ के निवेश का प्रस्ताव, फॉरेन इंवेस्टमेंट के खुले रास्ते

Chhattisgarh: छत्तीसगढ़ में फॉरेन इंवेस्टमेंट के रास्ते खुल गए हैं. मुंबई में आयोजित इंवेस्टर कनेक्ट मीट में छत्तीसगढ़ को 6000 करोड़ के निवेश का प्रस्ताव मिला है.
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इंवेस्टर कनेक्ट मीट

Chhattisgarh: मुंबई में आयोजित छत्तीसगढ़ इंवेस्टर कनेक्ट मीट के जरिए निवेशकों ने छत्तीसगढ़ में इंवेस्टमेंट में बढ़-चढ़कर रुचि दिखाई. इसके मीट के जरिए प्रदेश में 6000 करोड़ के निवेश का प्रस्ताव मिला है. साथ ही राज्य में FDI यानी फॉरेन डायरेक्ट इंवेस्टमेंट के रास्ते भी खुल गए हैं. CM विष्णु देव साय ने अमेरिकी काउंसल जनरल और रशिया काउंसल जनरल से मुलाकात की. दोनों अधिकारियों ने छत्तीसगढ़ में निवेश की इच्छा जताते हुए राज्य के अनुकूल कारोबारी माहौल की सराहना की.

नई औद्योगिक नीति ने किया आकर्षित

CM विष्णु देव साय ने बताया कि नई औद्योगिक नीति के कारण अब तक छत्तीसगढ़ ने लगभग 1 लाख करोड़ रुपए के निवेश प्रस्ताव आकर्षित किए हैं. ये प्रस्ताव हाल ही में रायपुर, दिल्ली और मुंबई में आयोजित इंवेस्टर कनेक्ट समिट के दौरान प्राप्त हुए. इस मीट में CM साय ने देश के प्रमुख उद्योगपतियों और निवेशकों से सीधा संवाद किया. मुख्यमंत्री ने छत्तीसगढ़ में निवेश के लिए आमंत्रित करते हुए कहा-‘हमने नई उद्योग नीति के माध्यम से निवेशकों के लिए रेड कारपेट बिछाया है.’ इस दौरान उन्होंने निवेशकों को हर संभव मदद का आश्वासन भी दिया.

छत्तीसगढ़ को 6000 करोड़ का इवेंस्टेमेंट

CM साय ने राज्य की नई औद्योगिक नीति 2024-30 की खूबियों को साझा करते हुए कहा कि निवेशकों की पसंदीदा नीति बनाने के लिए ‘न्यूनतम शासन-अधिकतम प्रोत्साहन’ को सूत्रवाक्य के रुप में अपनाया है. इसके अंतर्गत NOC की प्रक्रिया को बेहद आसान कर दिया है. सिंगल विंडो सिस्टम के माध्यम से अब क्लियरेंस हो रहे हैं. इससे निवेशकों को खासी राहत मिल रही है. नई औद्योगिक नीति से आकर्षित होकर प्रदेश को 6000 करोड़ के निवेश का प्रस्ताव मिला है.

अमेरिका और रूस काउंसल जनरल से मुलाकात

इंवेस्टर कनेक्ट मीट में CM साय ने अमेरिकी वाणिज्य दूतावास के काउंसल जनरल माइक हैंकी और रूस के काउंसल जनरल इवान फेटिसोव से मुलाकात की. इस दौरान काउंसल जनरल ने स्वास्थ्य, शिक्षा, आईटी और पर्यटन जैसे क्षेत्रों में छत्तीसगढ़ में निवेश की संभावनाओं पर चर्चा की.

कई प्रमुख उद्योग समूहों ने राज्य में निवेश के दिए प्रस्ताव

इंवेस्टर कनेक्ट मीट में अम्बुजा सीमेंट लिमिटेड ने राज्य में 2367 करोड़ के निवेश प्रस्ताव की घोषणा की. इसके अलावा बॉम्बे हॉस्पिटल ट्रस्ट ने राज्य में विश्वस्तरीय अस्पताल बनाने की इच्छा जताई है, जिसके लिए उन्होंने 700 करोड़ के निवेश का प्रस्ताव दिया है. नया रायपुर में अस्पताल की स्थापना से न केवल छत्तीसगढ़ बल्कि आसपास के राज्यों को भी बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं मिलेंगी. प्लास्टिक और टेक्सटाइल के क्षेत्र में अग्रणी वेलस्पन ग्रुप ने छत्तीसगढ़ में 500 करोड़ रुपए का निवेश करने की योजना साझा की है.

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इसके अलावा ड्रूल्स कंपनी ने पालतू जानवरों के आहार के उत्पादन को बढ़ाने के लिए राजनांदगांव में 625 करोड़ रुपए का निवेश की घोषणा की है. कंपनी द्वारा ऊर्जा जरूरतों को पूरा करने के लिए 30 मेगावॉट सोलर पावर प्लांट भी लगाया जाएगा. इसके साथ ही क्रिटेक टेक्नोलॉजीज ने राज्य में आईटी क्षेत्र में 600 करोड़ रुपए का निवेश के प्रस्ताव दिए हैं. नन्टेक्स मशीनरी ने 45 करोड़ और नन्टेक्स इंडस्ट्रीज ने 39.50 करोड़ तथा पिडिलाइट इंडस्ट्रीज 80 करोड़ व विजन प्लस सिक्योरिटी ने 50 करोड़ के निवेश की योजना साझा की है. इन सबके साथ ही अन्य कंपनियों को मिलकर कुल 6000 करोड़ के निवेश प्रस्ताव छत्तीसगढ़ को मिले हैं.

नई उद्योग नीति में निवेश और रोजगार के अवसर

मुख्यमंत्री ने कहा नई उद्योग नीति में निवेश एवं रोजगार के अवसरों में वृद्धि के लिए 1 हजार करोड़ रुपए अथवा एक हजार लोगों को रोजगार देने वाले उद्योगों को बी-स्पोक नीति का अवसर प्रदान किया गया है. इस नीति में 30 से 50 प्रतिशत तक और 200 से 450 करोड़ रुपए तक स्थाई पूंजी निवेश का प्रावधान किया गया है. 5 से 12 साल तक नेट एसजीएसटी प्रतिपूर्ति, रोजगार एवं ईपीएफ प्रतिपूर्ति तथा प्रशिक्षण व्यय की प्रतिपूर्ति के लिए आकर्षक प्रावधान किए गए हैं.

रायपुर में IT हब, सेंट्रल इंडिया का सबसे बड़ा फार्मास्यूटिकल पार्क

मुख्यमंत्री ने बताया नए जमाने के उद्योगों जैसे आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस, रोबोटिक्स, कंप्यूटिंग, ग्रीन हाइड्रोजन जैसे क्षेत्रों में निवेश के लिए आकर्षक प्रावधान रखे गए हैं. नवा रायपुर में हम डाटा सेंटर भी आरंभ कर रहे हैं. नवा रायपुर को हम आईटी हब के रूप में विकसित कर रहे हैं और यहां आईटी कंपनियों ने काम करना आरंभ कर दिया है. नवा रायपुर आधुनिक सुविधापूर्ण और व्यवस्थित शहर है साथ ही ग्रीनफील्ड शहर भी हैं जिससे आईटी इंडस्ट्री के विकास के लिए यहां भरपूर संभावनाएं हैं. इसके साथ ही इलेक्ट्रिकल एवं इलेक्ट्रानिक्स, फार्मा, टैक्सटाइल, फूड एंड एग्रो प्रोसेसिंग जैसे क्षेत्रों में भी विशेष रियायत दी गई है. नवा रायपुर में फार्मास्यूटिकल पार्क भी स्थापित हो रहा है, जो सेंट्रल इंडिया का सबसे बड़ा फार्मास्यूटिकल पार्क होगा.

बस्तर में नगरनार स्टील प्लांट

मुख्यमंत्री ने कहा कि बस्तर में नगरनार स्टील प्लांट के पास ग्राम नियानार में हम 118 एकड़ में नए औद्योगिक क्षेत्र की स्थापना करने जा रहे हैं. इससे यहां बड़े पैमाने पर लघु, सूक्ष्म एवं मध्यम उद्यमों को स्थापना के अवसर मिलेंगे. उन्होंने बताया बस्तर और सरगुजा को सर्वाधिक औद्योगिक निवेश प्रोत्साहन क्षेत्र के रूप में रखा है. यहां कोर सेक्टर प्रोत्साहन, आयरन और कोल रायल्टी में 50 से 100 प्रतिशत तक छूट है. सेस की प्रतिपूर्ति 150 प्रतिशत तक किए जाने का प्रावधान है.

बिड़ला ग्रुप करेगा इंवेस्ट

मीट के दौरान आदित्य बिड़ला ग्रुप के अध्यक्ष कुमार मंगलम बिड़ला ने भी मुख्यमंत्री से मुलाकात कर राज्य में अपने उद्योगों के विस्तार के बारे में चर्चा की. आदित्य बिड़ला ग्रुप द्वारा छत्तीसगढ़ में वस्त्र, पेंट और आभूषण के क्षेत्र में निवेश की सम्भावना जताई है. वहीं गोदरेज समूह की कार्यकारी निदेशक तान्या डुबाश ने भी छत्तीसगढ़ में रासायनिक उर्वरक, कृषि और खाद्य प्रसंस्करण के साथ-साथ मोल्डेड फर्नीचर निर्माण के क्षेत्र में निवेश की संभावना व्यक्त की है.

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ऊर्जा, इस्पात, और लॉजिस्टिक्स जैसे क्षेत्रों में अग्रणी एस्सार ग्रुप के वरिष्ठ सलाहकार डॉ हसीब द्रबू ने छत्तीसगढ़ में ऊर्जा, बुनियादी ढांचा, इस्पात और खनन जैसे क्षेत्रों में निवेश की संभावनाएं जताई हैं. वहीं, क्लोथिंग मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया के अध्यक्ष संतोष कटारिया ने मुलाकात के दौरान कहा खनिज संसाधन और सुलभ कुशल श्रमिक को राज्य में वस्त्र उद्योग के लिए अच्छी संभावनाएं हैं.

आधारभूत संरचना निवेशकों के अनुकूल

CM साय ने जानकारी दी कि नवा रायपुर में 1.6 बिलियन डॉलर का निवेश किया गया है, जिससे यहां की अधोसंरचना देश के सबसे शानदार शहरों जैसी है. यही नहीं अगले पांच सालों में यहां 2.1 बिलियन डॉलर की नई परियोजनाएं भी आरंभ की जाएंगी. छत्तीसगढ़ में आईआईटी भी हैं, आईआईएम भी हैं तो स्वाभाविक रूप से इंडस्ट्री के लिए सक्षम तकनीकी लोग यहां उपलब्ध हैं. उन्होंने बताया छत्तीसगढ़ की कनेक्टिविटी शानदार है. रांची, विशाखापट्नम तथा हैदराबाद के लिए एक्सप्रेसवे तैयार किए जा रहे हैं, जो शीघ्र ही तैयार हो जाएंगे. रेल, रोड और एयर कनेक्टिविटी छत्तीसगढ़ में शानदार है. सबसे ज्यादा निवेश रेलवे इंफ्रास्ट्रक्चर और रेलवे कनेक्टिविटी के लिए किया गया है. इससे यहां के उद्योग जगत को माल ढुलाई में बड़ा लाभ होगा.

ऊर्जा और खनिज उत्पादन में छत्तीसगढ़ अग्रणी

मुख्यमंत्री ने बताया खनिज संसाधनों और विद्युत उत्पादन के मामले में छत्तीसगढ़ देश के अग्रणी राज्यों में से हैं, जो कोर इंडस्ट्री के लिए सबसे जरूरी खनिज हैं, जैसे कोयला, लोहा और बाक्साइट आदि, यह छत्तीसगढ़ में प्रचुरता से है और स्वाभाविक रूप से हमारा प्रदेश स्टील, सीमेंट और एलुमीनियम आदि के उत्पादन में अग्रणी राज्यों में से है. 25 हजार मेगावाट उत्पादन क्षमता के साथ छत्तीसगढ़ जीरो पावर कट राज्य है। देश के 16 प्रतिशत स्टील और 15 प्रतिशत एल्यूमीनियम का उत्पादन छत्तीसगढ़ में होता है. छत्तीसगढ़ देश का एकमात्र राज्य है जो टिन का उत्पादन करता है. इलेक्ट्रिक व्हीकल सेगमेंट में लीथियम जरूरी है. छत्तीसगढ़ में न केवल लीथियम के बड़े भंडार मिले हैं अपितु हम लीथियम ब्लाक की नीलामी करने वाले पहले राज्य हैं.

इस मीट में उद्योग विभाग के मंत्री लखन लाल देवांगन, छत्तीसगढ़ के मुख्य सचिव अमिताभ जैन, मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव सुबोध सिंह, सचिव राहुल भगत, उद्योग विभाग के सचिव रजत कुमार, नई दिल्ली में छत्तीसगढ़ की इन्वेस्टमेंट कमिश्नर ऋतु सैन और सीएसआईडीसी के प्रबंध संचालक विश्वेश कुमार सहित कई वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए.

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