Chhattisgarh: निकाय और पंचायत चुनाव एक साथ कराने जा रही छत्तीसगढ़ सरकार! कांग्रेस ने लगाया राजनीतिक फायदा लेने का आरोप

Chhattisgarh: छत्तीसगढ़ सरकार वन नेशन वन इलेक्शन की दिशा में आगे बढ़ते दिखाई दे रही है. दरअसल सरकार आगामी निकाय और पंचायत चुनाव एक साथ करा सकती है. वहीं एक साथ चुनाव कराये जाने कि चर्चाओ पर कांग्रेस ने बीजेपी पर राजनितिक लाभ लेने के आरोप लगा दिए है.
Chhattisgarh news

पूर्व मंत्री शिव डहरिया और डिप्टी सीएम अरुण साव

Chhattisgarh: छत्तीसगढ़ सरकार वन नेशन वन इलेक्शन की दिशा में आगे बढ़ते दिखाई दे रही है. दरअसल सरकार आगामी निकाय और पंचायत चुनाव एक साथ करा सकती है. वहीं एक साथ चुनाव कराये जाने कि चर्चाओ पर कांग्रेस ने बीजेपी पर राजनितिक लाभ लेने के आरोप लगा दिए है.

निकाय और पंचायत चुनाव एक साथ कराने जा रही छत्तीसगढ़ सरकार

छत्तीसगढ़ में निकाय और पंचायत चुनाव एक साथ कराये जाने क़ो लेकर बनी उच्च स्तरीय कमेटी ने अपनी रिपोर्ट सरकार क़ो सौंप दी है.यह कमेटी IAS ऋचा शर्मा की अध्यक्षता में बनाई गई थी. कमेटी ने अपनी रिपोर्ट में एक साथ चुनाव कराये जाने की सिफारिश की है. सूत्रों के मुताबिक कमेटी ने दोनों चुनाव एक साथ कराये जाने की योजना बनाई हैँ. इसके लिए दोनों चुनाव कि घोषणा एक साथ की जाएगी. पूरे चुनाव का कार्यक्रम चरणबद्ध होगा. इसमें पंचायत और निकाय के लिए नामांकन की अलग-अलग तारीख तय की जाएगी. मतदान के लिए भी दो अलग अलग तारीखे घोषित की जाएगी,जबकि मतगणना एक साथ कराइ जाएगी. कहाँ जा रहा है की कमेटी की रिपोर्ट का प्रस्ताव 16 अक्टूबर को होने वाली कैबिनेट की बैठक में रखा जायगा. जिस पर मंत्रीमंडल अंतिम निर्णय लेगी.

ये भी पढ़ें- CGPSC राज्य सेवा परीक्षा 2023 का इंटरव्यू स्थगित, आयोग ने दिया अपडेट

इससे सरकार का पैसा और समय दोनों बचेगा – अरुण साव

कमेटी की रिपोर्ट पर डिप्टी CM अरुण साव ने कहा कि एक साथ चुनाव कराने की दृष्टि से सरकार ने कमेटी बनाई थी. कमेटी की रिपोर्ट सरकार के पास आ गई है. सरकार कमेटी की रिपोर्ट पर विचार करेगी, उन्होंने कहा कि आज पूरे देश में वन नेशन वन इलेक्शन की चर्चा हो रही है. इससे सरकार का पैसा और समय दोनों बचेगा.

शिव डहरिया ने राजनीतिक फायदा लेने का लगाया आरोप

छत्तीसगढ़ में एक साथ निकाय और पंचायत चुनाव की तैयारी को कांग्रेस ने अव्यवहारिक बताया है.पूर्व नगरीय प्रशासन मंत्री शिव डहरिया ने कहा कि एक साथ चुनाव कराने का फैसला अव्यवहारिक है. राजनीतिक लाभ लेने BJP सरकार फैसला कर रही है.

निकाय और पंचायत चुनाव एक साथ होने पर सूबे में सियासत तेज नजर आ रही हैँ. मगर दोनों चुनाव एक साथ होते है. तो यह पहला मौका होगा जब छत्तीसगढ़ में निकाय और पंचायत चुनाव एक साथ होंगे. इससे सरकार का समय और पैसों की भी बचत हो सकेगी.

ज़रूर पढ़ें