Chhattisgarh: CGPSC परीक्षा में गड़बड़ियों को रोकने की सरकार ने की तैयारी, परीक्षा को पारदर्शी बनाने के लिए आयोग का किया गया गठन
Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित परीक्षाओं को संघ लोक सेवा आयोग के मॉडल के अनुरूप पारदर्शी बनाने के लिए सुझाव देने हेतु आयोग का गठन किया गया है. संघ लोक सेवा आयोग के पूर्व अध्यक्ष प्रोफेसर डॉ. प्रदीप कुमार जोशी को आयोग का अध्यक्ष बनाया गया है. वहीं अब आवेदन से लेकर परिणाम तक की प्रक्रिया को मोबाइल ऐप के माध्यम से करने की तैयारी की जा रही है.
परीक्षा को पारदर्शी बनाने आयोग का किया गया गठन
CGPSC मे गड़बड़ी पर रोक लगाने के लिए सरकार व्यापक स्तर पर तैयारी कर रही है. अब मोबाइल ऐप से पीएससी परीक्षा के फॉर्म भरे जाएंगे. ऐप में आवेदन, प्रवेश पत्र, परीक्षा और परिणाम सब की जानकारी मिलेगी. प्रवेश पत्रों में क्यूआर कोड होगा. जिसमें से कोड परीक्षा केंद्र के बाहर स्कैन किया जाएगा ऐप के माध्यम से ही थंब इम्प्रेशन लेने के साथ चेहरे की पहचान होगी. 1 सितंबर को होने वाले ट्रांसपोर्ट सब इंस्पेक्टर परीक्षा में एप का किया ट्रायल करने की तैयारी है.
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इधर CGPSC को पारदर्शी बनाए जाने को लेकर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज ढकोसला बता रहे है. वहीं UPSC के तर्ज पर CGPSC द्वारा तैयार किए गए मोबाइल एप के जरिए ऑनलाइन फार्म भरे जाने पर उप मुख्यमंत्री अरुण साव का कहना है कि एक समिति बनाई गई है. छत्तीसगढ़ पीएससी की परीक्षा पारदर्शी हो, निष्पक्ष हो. उसके लिए यह कमेटी बनाई गई है. कमेटी की रिपोर्ट आनी बाकी है. आधुनिक तकनीक के माध्यम से भी पारदर्शिता निष्पक्षता लेकर आना है. हमारी सरकार उस पर विचार कर रही है.