Chhattisgarh: कवर्धा हादसे पर HC के वकील बोले- 18 लोगों की मौत पर ड्राइवर के खिलाफ दर्ज हो सकता है गैर इरादतन हत्या का केस, अगर सरकार…

Chhattisgarh News: कवर्धा जिले में सड़क दुर्घटना में हुई 18 लोगों की मौत के मामले में हाई कोर्ट के सीनियर एडवोकेट सुदीप श्रीवास्तव ने कहा है कि इस मामले में ड्राइवर के खिलाफ गैर इरादातन हत्या का मामला चल सकता है. बशर्ते सरकार अपनी प्रक्रियाएं उसी तरह से करें, जिस तरह से नियमों के हिसाब से करनी चाहिए.
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सीनियर एडवोकेट सुदीप श्रीवास्तव

Chhattisgarh News: कवर्धा जिले में सड़क दुर्घटना में हुई 18 लोगों की मौत के मामले में हाई कोर्ट के सीनियर एडवोकेट सुदीप श्रीवास्तव ने कहा है कि इस मामले में ड्राइवर के खिलाफ गैर इरादातन हत्या का मामला चल सकता है. बशर्ते सरकार अपनी प्रक्रियाएं उसी तरह से करें, जिस तरह से नियमों के हिसाब से करनी चाहिए. यदि सरकार इतनी बड़ी घटना के बाद ड्राइवर को बचाने के पक्ष में आएगी तो ऐसा नहीं होगा, लेकिन यदि सख्ती से नियमों का पालन होगा तब ऐसा जरूर हो सकता है.

सरकार के पास कई शक्तियां, इन मामले को कर सकती है कंट्रोल

विस्तार न्यूज़ से उन्होंने खुलकर इस मसले पर बातचीत की. विस्तार न्यूज़ ने उनसे हादसे के बाद नियमों को लेकर जानना चाहा कि आखिर कानून क्या कहता है और क्या ऐसे मामलों में सरकार के पास क्या शक्तियां होती है, जिससे वह इस मामले में कंट्रोल करें. उन्होंने कहा कि सरकार चाहे तो सब कुछ कर सकती है, इच्छा शक्ति मजबूत होनी चाहिए. सिर्फ छत्तीसगढ़ नहीं बल्कि पूरे देश में सड़क दुर्घटनाओं को लेकर लगातार मौतें हो रही हैं.

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लापरवाही की वजह से जा रही जानें

बिलासपुर में पिछले 4 साल में ऐसी 107 मौतें हुई है. जिसका कारण सड़क दुर्घटना है, और इससे भी बड़ी बात यह कि चालक नशे में पाए गए हैं. यही वजह है कि दूसरों की गलती का खामियांजा उनको भुगतना पड़ रहा है जिनकी कोई गलती नहीं थी. जो सड़क पर चलते फिरते मौत के मुंह में चले गए. यही वजह है कि आवाज उठने लगी है कि अब इसे ठीक तरह से अमल में लाना होगा, नहीं तो आने वाले दिनों में सड़क पर चलने में और भी समस्याएं हो सकती है.

207 हादसे और 184 घायल, 100 से अधिक की जान गई

बिलासपुर में सड़क हादसों में लगातार मौतें हो रही है, लोग घायल हो रहे हैं. शहर के आउटर और एंट्री पॉइंट पर खास तौर पर लगातार दुर्घटनाएं सामने आ रही है. पिछले 4 साल में सिर्फ इन्हीं पॉइंट पर 204 घटनाएं हुई है. जिनमें 184 लोग घायल हो चुके हैं. इसके अलावा 107 की जान भी गई है. यह आंकड़ा डराने वाला है, इसीलिए इस पर नियंत्रण भी जरूरी है.

नशा भी हादसे का बड़ा कारण

शहर में जिस तरह वाहन चालक नशे में गाड़ियां चला रहे हैं, उससे लोगों को काफी दिक्कत हो रही है. नशेड़ी वाहन चालक में छोटी गाड़ियों से लेकर बड़े ट्रक और बस चलाने वाले चालक भी शामिल है. कुछ दिन पहले अमरकंटक रोड पर एक बड़ा हादसा हुआ था. जिसमें 50 से अधिक लोग घायल हो गए थे. उसमें भी चालक को नशे में पाया गया था. इसके अलावा बिलासपुर-रायपुर रोड पर भी आए दिन दुर्घटना हो रही है. नेशनल हाईवे पर सबसे ज्यादा दिक्कत है. जहां रफ्तार पर किसी का नियंत्रण नहीं और उसी तरह से दुर्घटनाएं भी बढ़ रही है.

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