Chhattisgarh: बिलासपुर में 2 साल से बस्ती के बीच चल रहा अवैध ईंट भट्ठा, लोग बोले- प्रदूषण से हो रही स्किन की बीमारियां

Chhattisgarh News: बिलासपुर नगर निगम के वार्ड क्रमांक 1 में पिछले दो साल से अवैध ईंट भट्ठा संचालित हो रहा है. इसके कारण क्षेत्र में प्रदूषण और बीमारियां फैल रही है. बड़ी बात यह है कि आवासीय क्षेत्र में किसी भी तरह की इस तरह की गतिविधियां प्रतिबंध है. इसके बावजूद पिछले 2 साल से निरंतर लोगों को समस्या का सामना करना पड़ रहा है.
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अवैध ईंट भट्ठा

Chhattisgarh News: आपको यह जानकर आश्चर्य होगा कि बिलासपुर नगर निगम के वार्ड क्रमांक 1 में पिछले दो साल से अवैध ईंट भट्ठा संचालित हो रहा है. इसके कारण क्षेत्र में प्रदूषण और बीमारियां फैल रही है. बड़ी बात यह है कि आवासीय क्षेत्र में किसी भी तरह की इस तरह की गतिविधियां प्रतिबंध है. इसके बावजूद पिछले 2 साल से निरंतर लोगों को समस्या का सामना करना पड़ रहा है. सकरी के 50 से अधिक लोगों ने इसकी शिकायत जिला प्रशासन से की है, लेकिन अभी तक मामले का निराकरण नहीं हो पाया है. लगभग 100 घरों के बीच में बने इस भट्टे से दिनभर धूल धुआ और गाड़ियां गुजर रही है. जिसके कारण लोगों को यहां रहना दूभर हो रहा है. उन्होंने प्रशासन को बताया है धुएं के कारण जहां उन्हें सांस लेने में तकलीफ हो रही है दूसरी तरफ उनकी स्क्रीन में भी समस्याएं शुरू हो गई है। तपती धूप के कारण गर्मी लगातार बढ़ती जा रही है और क्षेत्र के लोग अपनी दिक्कत प्रशासन को बता रहे हैं।

एसडीएम ने तहसीलदार  को कार्यवाही करने दिए निर्देश

शिकायत के बाद मामले में एसडीएम ने तहसीलदार को कार्यवाही की बात कही है लेकिन फिलहाल इस ईंट भत्ते को हटाने की कार्यवाही नहीं हो रही है. बड़ी बात यह है कि से संचालन करने का लाइसेंस भी खनिज विभाग या स्थानीय स्तर पर किसी से नहीं मिला है, और कल यहां कोई बड़ी दुर्घटना होती है इसकी जिम्मेदारी भी किसकी होगी यह बताने वाला कोई नहीं है. यही कारण है कि लोगों की शिकायत के बाद एसडीएम ने तहसीलदार को कार्यवाही करने का लिखा है लेकिन अभी तक ईट भट्ठा संचालित हो रहा है लोगों को परेशानी.

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लोगों ने बताया कि अधिकारी भी मिले हुए हैं

सबसे बड़ी बात यह है कि पिछले 2 साल से इस मामले की शिकायत हो रही है, और अधिकारियों ने कार्यवाही की बात भी कही है लेकिन निचले स्तर के कर्मचारी ईंट भट्ठा पहुंचकर कार्यवाही के बजाय वापस चले जाते हैं. यही वजह है कि उनके कार्य प्रणाली पर सवाल उठने लगा है. अब उन्होंने मंत्री से इस मामले की शिकायत करने की बात कही है ताकि इसकी शिफ्टिंग कहीं और हो सके और उन्हें कई तरह की समस्याओं से निजात मिले.

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