Chhattisgarh: कृषि मंत्री राम विचार नेताम ने खुले मंच से अधिकारियों को दी चेतावनी, बोले- अब नहीं छिपेगा भ्रष्टाचार
Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ के कृषि मंत्री व रामानुजगंज विधायक राम विचार नेताम ने अधिकारियों को चेतावनी दी है. रामानुजगंज में खुले मंच से लोक निर्माण विभाग और जल संसाधन विभाग के अधिकारियों के चेतावनी देते हुए कहा है कि उन्होंने पहले जिस तरीके से खुले आम भ्रष्टाचार किया है, अब ऐसा भ्रष्टाचार नहीं चलेगा. अधिकारी अगर भ्रष्टाचार करेंगे तो वह छिपेगा नहीं. उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि पहले अफसरों ने जिस तरीके से काला पीला किया है अब नहीं कर सकेंगे.
कृषि मंत्री ने उदाहरण देते हुए कहा कि जल संसाधन विभाग के अधिकारियों ने गम्हरिया डेम का निर्माण कागजों में कर 7.77 करोड़ रुपये का घोटाला किया और बच निकले, अब ऐसा नहीं चलने वाला है.
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मंत्री ने डैम निर्माण में भ्रष्टाचार का लगाया आरोप
बता दें कि 5 साल पहले जल संसाधन विभाग के तत्कालीन कार्य पालन अभियंता यूएस राम पर आरोप लगा कि तत्कालीन विधायक बृहस्पति सिंह के गांव गम्हरिया में डेम का निर्माण होना था. इसमें अन्य किसानों के साथ विधायक बृहस्पति सिंह के खेत भी शामिल था. लेकिन तब जल संसाधन विभाग के अधिकारियों ने बिना निर्माण कराए ही करोड़ रुपये का घोटाला कर दिया. जांच के भी आदेश हुए लेकिन जांच में पूरे मामले की लीपा पोती कर दी गई. वहीं आज तक डैम का निर्माण नहीं हो सका है.
जांच में हुई लीपा-पोती
राम विचार नेताम ने आगे कहा कि हद तो यह है कि छत्तीसगढ़ में 5 साल कांग्रेस की सरकार रही और तब क्षेत्रीय विधायक बृहस्पति सिंह रहे. लेकिन इसके बाद भी इस मामले में जिम्मेदार अफसरों के खिलाफ कोई बड़ी कार्रवाई नहीं हुई. यही वजह है कि मंगलवार को जब राम विचार नेताम मंच से भाषण दे रहे थे तो उन्होंने अधिकारियों को दोबारा इस तरह का भ्रष्टाचार नहीं करने की नसीहत दे डाली. अब देखना होगा कि कृषि मंत्री के इस नसीहत का आखिर जल संसाधन विभाग व लोक निर्माण विभाग सहित अन्य विभाग के अफ़सरों पर कितना असर होता है. बता दें कि राम विचार नेताम अपने कड़क मिजाज के लिए जाने जाते हैं.
पिछले सरकार में कई घोटालों का आरोप
बलरामपुर जिले में जल संसाधन विभाग में कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में कई बड़े घोटाले हुए हैं इनमें खुटपाली परियोजना सहित कई बड़े प्रोजेक्ट हैं. आज कृषि मंत्री नेताम के सख्त रुख को देखकर जहां अफ़सर भी हैरान हुए. वहीं भ्रष्ट अफसर इस बात से डरे हुए हैं कि आखिर पिछले 5 साल में उनके द्वारा किए गए करतूतों की अगर जांच होती है उन्हें जेल जाने से कोई नहीं बचा पाएगा, यही वजह है कि ऐसे अफसर अब भाजपा नेताओं के करीब आने लगे हैं.