Chhattisgarh: छत्तीसगढ़ में डॉग बाइट को लेकर मानव अधिकार आयोग ने जारी किए आंकड़े, सवा लाख से ज्यादा मामले आए सामने

Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ में कुत्तों का आतंक लगातार बढ़ता ही जा रहा है. बड़ी संख्या में लोग कुत्तों का शिकार हो रहे हैं. डॉग बाइट की घटना इतनी हो रही है कि आंकड़ा लाखों के पार पहुंच गया है. आपको जानकर हैरानी होगी की छत्तीसगढ़ में सवा लाख के करीब लोगों को कुत्ते ने काटा है. डॉग बाइट के आंकड़े डराने वाले हैं. 
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आवारा कुत्ते

Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ में कुत्तों का आतंक लगातार बढ़ता ही जा रहा है. बड़ी संख्या में लोग कुत्तों का शिकार हो रहे हैं. डॉग बाइट की घटना इतनी हो रही है कि आंकड़ा लाखों के पार पहुंच गया है. आपको जानकर हैरानी होगी की छत्तीसगढ़ में सवा लाख के करीब लोगों को कुत्ते ने काटा है. डॉग बाइट के आंकड़े डराने वाले हैं.

डॉग बाइट को लेकर मानव अधिकार आयोग जारी किये चौकानें वाले आंकड़े

दरअसल छत्तीसगढ़ में डॉग बाइट को लेकर मानव अधिकार आयोग द्वारा चौंकाने वाले आंकड़े जारी किए गए हैं, प्रदेश में 2023 में सवा लाख से अधिक कुत्तों के काटने की घटना हुई, इसके बाद अब प्रदेश में कुत्तों की नसबंदी व टीकाकरण जैसे अभियान पर सवाल खड़े होने शुरू हो गए हैं. राज्य मानव अधिकार आयोग के द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार छत्तीसगढ़ में साल 2023 में 1 लाख 19 हजार 928 लोगों को कुत्ते ने काटा हैं . इनमें से तीन लोगों की जान भी गई, बढ़ते डॉग बाइट की घटनाओं पर मानव अधिकार आयोग ने खुद संज्ञान लेते हुए चिंता जाहिर की है, मानव अधिकार आयोग द्वारा जारी आंकड़े जीवन के लिए संकट और भयावह स्थिति को बढ़ावा देता हैं.

देखिए जिले वार डॉग बाईट के केस ( 1 जनवरी 2023 से 31 दिसंबर 2023 तक )

महासमुंद – 4208
बिलासपुर- 12301
राजनांदगाव- 6328
धमतरी- 3916
दंतेवाड़ा- 944
बालोद- 3121
कबीरधाम- 2050
रायगढ़- 3643
कोरबा- 8431
कोरिया- 1625
कांकेर- 2996
जशपुर- 4898
बीजापुर- 422
सूरजपुर-2613
सरगुजा-3690
कोंडागांव-1678
नारायणपुर-527
रायपुर-15953
मुंगेली-3234
गौरेला पेंड्रा मरवाही-1932
सुकुमा-442
बलरामपुर-1767
गरियाबंद-1698
सारंगढ़-1376
बलौदाबाजार-5035
सक्ति-2754
खैरागढ़ छुईखुदान-844
मनेन्द्रगढ़- 1431
मोहला मानपुर- 909
जांजगीर -चांपा 6323
बस्तर-1755
दुर्ग-11084

कुल 1 लाख 19 हजार 928 मामले

राजधानी रायपुर में सबसे ज्यादा 15953 मामले नजर आ रहे हैं . दुर्ग में 11084 और बिलासपुर में 12301 मामले सामने आए हैं. इस दौरान डॉग बाइट के कारण तीन लोगों की मौत भी हो चुकी है. बढ़ते डॉग बाइट के मामले को लेकर मानव अधिकार आयोग ने रायपुर नगर निगम समेत सभी जिलों के नगरीय निकाय को आवारा कुत्तों की नसबंदी और टीकाकरण की 15 दिनों में जानकारी मांगी है. छत्तीसगढ़ मानव अधिकार आयोग के कार्यवाहक अध्यक्ष गिरिधारी नायक ने बताया कि, पिछले साल पूरे देश में कुत्तों के काटने से 286 मौत हुई हैं.

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बढ़ा कुत्तों का आतंक

कुत्तों का आतंक इतना बढ़ गया है कि लोग अपने गली मोहल्ले और यहां तक की मुख्य सड़क पर सुबह या देर रात घर से बाहर नहीं निकल पा रहे, सड़क पर घूमने वाले आवारा कुत्ते आए दिन राहगीरों, बच्चों और दो पहिया  वाहनों पर कहीं भी किसी भी वक्त हमला कर देते हैं. राजधानी रायपुर में ही केवल बीते वर्ष 15000 से ज्यादा डॉग बाइट के मामले आए हैं. रायपुर जैसे बड़े शहर में आवारा कुत्तों के लिए एक भी डॉग शेल्टर की व्यवस्था नहीं है. डॉग बाइट के बढ़ते मामले को लेकर स्वास्थ मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल का बयान सामने आया है स्वास्थ्य मंत्री ने कहा है कि-  डॉग के बाइट करने के बाद की जिम्मेदारी हमारी है, हम चाहते हैं कि एक भी केस ना आए, रेबीज के इंजेक्शन का स्टॉक हमारे पास उपलब्ध है, जिस तरीके से कुत्तों की संख्या बढ़ रही है, इसके लिए जागरूकता अभियान चलाया जा सकता है, सड़कों में दुर्घटना भी इनसे बढ़ती है, स्थानीय प्रशासन को संज्ञान लेकर चर्चा करनी चाहिए.

प्रशासन को इस पर लेना चाहिए संज्ञान

डॉग बाइट के बढ़ते मामले चिंताजनक है, प्रदेश में ना कहीं टीकाकरण और ना ही नसबंदी जैसे अभियान चलाए जा रहे हैं, ऐसे में राज्य मानव अधिकार आयोग ने इस पर स्वतः संज्ञान भी लिया, 15 दिनों के भीतर सभी नगरी निकायों से टीकाकरण व नसबंदी की जानकारी मांगी गई है, फिलहाल अब देखना होगा कि प्रशासन कब इस पर कड़ा रुख अपनाती है और लोगों को कुत्तों के आतंक से निजात मिल पाता है.

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