Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ में कोर्ट कचहरी के चक्कर काट रहे हैं भगवान गणेश! अदालत की परमिशन के बाद ही मंदिर में स्थापित हो सकेंगे गजानन
Chhattisgarh: छत्तीसगढ़ में भगवान गणेश को चोरों के चलते कोर्ट कचहरी का चक्कर काटना पड़ रहा है. चार बार मंदिर में स्थापना के पहले गणेश भगवान को कोर्ट कचहरी का चक्कर काटना पड़ चुका है. दरअसल ये मामला बिलासपुर जिले के मस्तूरी का है. जहां इटवा मंदिर में स्थापित गणेश भगवान की प्रतिमा है. जो पिछले कुछ दिनों से गायब है,पुलिस का मानना है कि प्रतिमा फिर चोरी हो गई है. इसकी कीमत एक करोड़ रुपए के आस पास है. इसलिए लालच में चोरों ने प्रतिमा चोरी कर ली है.
कोर्ट कचहरी के चक्कर में फंस गए गणेश भगवान!
2 साल पहले जब गणेश भगवान की मूर्ति चोरी हुई थी तो पुलिस वालों ने गणेश भगवान की मूर्ति को अदालत से दरख्वास्त कर मंदिर में स्थापित करवाया था और अब फिर से उनकी प्रतिमा चोरी हो गई. कुल मिलाकर फिर पुलिस को न्यायालय से इस प्रक्रिया से गुजरना पड़ेगा जिससे गणेश भगवान की प्रतिमा को मंदिर में फिर से विराजमान कराया जा सके. मस्तूरी के थाना प्रभारी रविंद्र अनंत का कहना है कि उन्होंने पिछले दो हफ्तों में क्षेत्र के 100 से ज्यादा वीडियो फुटेज खंगाल लिए हैं. हर उस संदेही शख्स से पूछताछ की जा रही है, जिसके ऊपर चोरी करने की आशंका है. पुलिस का दावा है कि जैसे ही गणेश की प्रतिमा चोरों के हवाले से बरामद होगी वे नियमों के अनुसार अदालत से कहेंगे कि लोगों की धर्म आस्था का प्रतीक होने के चलते गणेश भगवान की प्रतिमा को फिर से इस मंदिर में स्थापित करवाया जाए. जहां से वे चोरी किए गए है.
पुलिस ने कहा -मूर्ति उतनी कीमती नहीं है जितना की लोग समझ रहे
भंवर गणेश की प्रतिमा चोरी हो जाने से पुलिस परेशान है. लोगों के मुताबिक इस प्रतिमा को ग्रेनाइट का होना बताया जा रहा है और इसके कारण ही लालच में लगातार कर प्रतिमा चोरी करने की घटना को अंजाम दे रहे है. एडिशनल एसपी अर्चना झा ने चोरी को लेकर एक ब्लॉग भी शेयर किया है जिसमें बताया जा रहा है कि यह मूर्ति उतनी कीमती नहीं है जितना कि लोग समझ कर इसकी चोरी कर रहे हैं.
प्रार्थी अदालत में करेंगे अपील तब विराजेंगे गजानन
पुलिस का कहना है कि इस मामले में मंदिर की तरफ से जिस व्यक्ति ने थाने में एफआईर दर्ज करवाई है वही व्यक्ति अदालत में भी गजानन की प्रतिमा को मंदिर में स्थापित करने के लिए आवेदन लगाएगा. पुलिस चोरों से प्रतिमा जब्त तक करने के बाद चोर व मूर्ति को कोर्ट में पेश कर देगी और उनका काम खत्म हो जाएगा. इसके बाद प्रार्थी वकील के जरिए कोर्ट से मूर्ति स्थापित करने का आग्रह करेगा.
तीन बार पहले भी कोर्ट कचहरी का चक्कर काट चुके गणेश
मस्तूरी के इटवा में मूर्ति चोरी का यह चौथा मामला है. 2 साल पहले 4 से 5 चोरों ने मंदिर के पुजारी का हाथ पैर बांधकर देर रात इसकी चोरी कर ली थी. तब भी गणेश जी को पुनः मंदिर में स्थापित होने के लिए कोर्ट कचहरी के चक्करों से गुजरना पड़ा. स्थिति यह है कि बीते 510 सालों में भी ठीक तरह से मंदिर में स्थापित नहीं हो पा रहे है और लगातार उनकी मूर्ति चोर चोरी कर रहे हैं
यह है पूरा मामला
11 फरवरी की रात मस्तूरी के इटवा से प्राचीन जमाने का भगवान गणेश जी का ग्रेनाइट का मूर्ति चोरी हो गई. कोई 8 से 10 दिन होने के बावजूद पुलिस फिलहाल चोर तक नहीं पहुंच पाई है. इससे पहले चोरी होने पर पुलिस ने आसपास के लोगों से पूछताछ के बाद मूर्ति जब्त कर उसे आगे की प्रक्रियाओं के लिए कोर्ट में पेश कर दिया था लेकिन अभी ऐसा नहीं हो सका है.