Chhattisgarh: देश के खूंखार नक्सली कमांडर हिड़मा की मां मेडिकल जांच करवाने पहुंची पुलिस कैंप
Chhattisgarh: नक्सलगढ़ पुवर्ती में फोर्स ने नए पुलिस कैंप की स्थापना कर दी है. इसके साथ ही अब करीब चार दशकों से दुनिया से कटा हुआ पुवर्ती गांव फिर से मुख्यधारा से जुड़ गया है और फोर्स अब गांव तक मूलभूत सुविधाओं को पहुंचाने की कोशिश कर रही है. पुवर्ती में सोमवार को फोर्स ने स्वास्थ्य जांच शिविर का आयोजन किया. इसमें मोस्ट वांटेड नक्सल कमांडर हिड़मा की मां और दूसरे रिश्तेदार भी इलाज करवाने पहुंचे.
पुवर्ती गांव में लगा पहली बार स्वास्थ्य जांच शिविर
दरअसल जिला सुकमा और बीजापुर के सरहद पर मौजूद गांव पूवर्ती में पुलिस का सुरक्षा कैम्प की तरफ से ग्रामीणों के लिए स्वास्थ्य शिविर लगाया गया. गांव के ग्रामीणों के साथ-साथ नक्सल कमाण्डर हिड़मा की मां और पीएलजीए बटालियन के कमाण्डर बारसे देवा के परिजन भी स्वास्थ्य शिविर में शामिल होकर अपने-अपने स्वास्थ्य की जांच कराकर आवश्यक दवाईयां लेकर गए हैं.
कैंपों के आस-पास नियद नेल्लानार लागू
बताते चलें कि शिक्षा, स्वास्थ्य, पेयजल जैसी बुनियादी सुविधाओं का लाभ देने के लिए राज्य सरकार ने 14 कैंपों के पांच किमी के दायरे में नियद नेल्लानार योजना अर्थात आपका अच्छा गांव योजना आरंभ की गई है. इस योजना के जरिेए से 25 से अधिक मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराई जाने का दावा है और इनके माध्यम से 32 तरह की योजनाओं का लाभ दिएगा. “नियद नेल्लानार” ऐसी योजना है जिसमें प्रधानमंत्री जनमन योजना की तरह ही जरूरी सुविधाओं से संबंधित लाभ लोगों को दिए जाते हैं. इसके लिए 20 करोड़ रुपए का बजट रखा गया है.
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पहली बार हिड़मा के घर पहुंची पुलिस फोर्स
छत्तीसगढ़ में सैकड़ों जवानों के शहादत के पीछे षड्यंत्र रचने वाला हिड़मा ही है. हिड़मा पर अलग-अलग राज्यों में एक करोड़ रुपए का इनाम घोषित किया है. हिड़मा इतना खतरनाक माना जाता है कि उसके गांव के आस पास आज तक फोर्स नहीं पहुंची थी. कई बार कोशिश की गई लेकिन इसमें जवानों को नुकसान उठाना पड़ा, लेकिन इस बार फोर्स को बड़ी सफलता मिली है. इसे ऐसे भी समझ सकते हैं कि अबतक पुलिस नक्सलियों के गढ़ तक ही पहुंच रही थी. लेकिन पहली बार नक्सलियों के घर के कमरे तक फोर्स पहुंच गई है.
जिले के एसपी ने हिड़मा की मां से मुलाकात किया
गौरतलब है कि फोर्स ने हिड़मा के गांव और नक्सलियों की राजधानी में 16 फरवरी को कैंप स्थापित किया. इसके बाद सुकमा जिले के एसपी किरण चव्हाण ने हिड़मा के मां से मुलाकात किया है. सुरक्षाबल पहली बार हिड़मा के गांव पहुंची है और पहली बार हिड़मा की मां की तस्वीर सोशल मीडिया में आई है. ये पुलिस के लिए अबतक की सबसे बड़ी उपलब्धि है.