Kawardha: ये सेल्फी कहीं जान ना ले ले! रानी दहरा वाटरफॉल ने ली डिप्टी CM के भांजे समेत कई लोगों की जान, फिर भी प्रशासन अनजान
वेदान्त शर्मा (कवर्धा)
Kawardha: छत्तीसगढ़ के कवर्धा के बोड़ला ब्लॉक में स्थित रानी देहरा वॉटरफॉल क्षेत्र के मुख्य पर्यटन केंद्रे में से एक है. जो प्रशासन के कुप्रबंधन की मार झेल रहा है. साल के अंतिम हफ्ते में वॉटरफॉल का लुत्फ उठाने हर रोज यहां सैकड़ों की संख्या में दूर दूर से पर्यटक आ रहे हैं. लेकिन वॉटरफॉल में सुरक्षा के कोई इंतजाम नहीं हैं.
वॉटरफॉल परिसर में प्रशासन का कोई व्यक्ति मौजूद है. जो यहां आने वाले सैलानियों को गाइड कर सके और डेंजर जोन में जाने से रोक सके. पर्यटकों की छोटी सी लापरवाही दुर्घटना को निमंत्रण दे सकती है. अभी लोग झरने के ऊपर सेल्फी लेते फोटो खिचवाते दिखाई दे रहे है , इसी कारण वॉटरफॉल में पहले भी कई दुर्घटनाएं हो चुकी हैं.
रानीदहरा जलप्रपात में बड़ी संख्या में आते है पर्यटक
जिले के प्रमुख पर्यटक क्षेत्र के रूप में रानीदहरा जलप्रपात में कवर्धा जिले के आसपास के अलावा बाहर के जिले मुंगेली, बेमेतरा, राजनांदगांव, दुर्ग, रायपुर, बिलासपुर आदि जिलों से काफी संख्या में लोग तो पहुंचते ही हैं, साथ ही मध्य प्रदेश के सीमावर्ती जिला मंडला, बालाघाट, जबलपुर, डिंडोरी जिला से भी काफी संख्या में सैलानी यहां पहुंच रहे हैं.
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वॉटरफॉल पर सुरक्षा घेरा भी नहीं
वॉटरफॉल में कुछ जगहों पर सुरक्षा घेरा भी नहीं है. लगभग 70 फीट ऊपर से गिरती पानी की धारा कल कल का शोर मचाती है. इस झरना को देख आपकी थकान दूर हो जाएगी. लेकिन शासन और प्रशासन की उदासीनता के चलते इसे सही पहचान नहीं मिल पा रही है. झरना में कुछ लोग नहाते भी है. वहीं कुछ शरारती तत्व झरना को उपर से देखने या फोटो खिंचाने चढ़ जाते है. जो कि बहुत ही खतरनाक है. चट्टान में पानी के कारण काई जमी होती है. ऊपर चढ़ने के दौरान पैर फिसल गया तो किसी का भी बचना नामुमकिन है. जंगल के बीच में होने के कारण यहां मोबाइल का नेटवर्क भी ठीक से काम नहीं करता. इसलिए तत्काल मदद पाना भी संभव नहीं है.