Chhattisgarh में फिर उठा कन्वर्जन का मुद्दा! CM साय ने बताया चंगाई सभा के जरिए मिल रहा बढ़ावा, TS बाबा ने किया पलटवार
Chhattisgarh: छत्तीसगढ़ में एक बार फिर धर्मांतरण का मुद्दा उठ गया है. CM विष्णु देव साय ने एक सभा को संबोधित करते हुए कहा कि आदिवासियों को बहकाया जा रहा है. जनजातीय समाज को सनातन देवी-देवताओं से दूर करने का प्रयास किया जा रहा है. चंगाई सभा के माध्यम से धर्म परिवर्तन किए जा रहे हैं. CM साय के इस बयान पर पूर्व डिप्टी CM और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता TS सिंहदेव ने पलटवार किया है. उन्होंने कहा कि चंगाई सभा में धर्मांतरण नहीं हो रहा है.
चंगाई सभा के जरिए धर्मांतरण
CM विष्णु देव साय सोमवार को गरियाबंद जिले के दौरे पर थे. इस दौरान उन्होंने गायत्री परिवार के एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए धर्मांतरण पर बयान दिया. उन्होंने कहा- ‘मैं जनजाति समाज से आता हूं. सरगुजा संभाग में धर्मांतरण का काम जोरों से होता रहा है. यहां एशिया महाद्वीप का दूसरा सबसे बड़ा चर्च है. जनजातीय क्षेत्र में हमारे लोगों को बहकाने का काम चल रहा है. उन्हें कहा जा रहा है कि आदिवासी हिंदू नहीं हैं. जनजातीय समाज को सनातन देवी-देवताओं से दूर करने का प्रयास किया जा रहा है. इस पर लोगों का ध्यान जाना चाहिए. आज हमारे आदिवासी समाज में कन्वर्जन कम हो गया है, बल्कि दूसरे धर्म में बढ़ गया है. कहीं न कहीं चंगाई सभा इसका माध्यम बना है.’
पूर्व डिप्टी CM TS सिंहदेव ने किया पलटवार
CM विष्णुदेव साय के इस बयान पर पूर्व डिप्टी CM TS सिंहदेव पलटवार किया है. उन्होंने कहा- ‘मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा है चंगाई सभा में धर्मांतरण हो रहा है. लेकिन लोग धर्मांतरण आर्थिक गरीबी की वजह से कर रहे हैं. चंगाई सभा में धर्मांतरण नहीं हो रहा है. भीमराव अंबेडकर ने सामाजिक उपेक्षा और छुआछूत की वजह से अपना धर्म बदला था. हिंदू धर्म में जन्म लेने के बाद भी उन्होंने बौद्ध धर्म अपनाया था. धर्मांतरण के खिलाफ गैर राजनीतिक तरीके से घर वापसी कार्यक्रम हो तो मैं भी साथ हूं.’