Chhattisgarh News: नक्सलियों के गढ़ में फोर्स की सुरक्षा में बन रही सड़क, IG बोले- गश्त के समय आंख-कान खुले रखें जवान

Chhattisgarh News: झारखण्ड व छत्तीसगढ़ सीमा से लगे पुंदाग अटल चौक से चरहू तक आठ किलोमीटर रोड निर्माण प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के द्वारा किया जा रहा है. इस सड़क निर्माण को सुरक्षा देने के लिए यहां चरहू स्कूल परिसर में जिला पुलिस बल और छत्तीसगढ़ सशस्त्र बल का संयुक्त अस्थाई सुरक्षा कैंप बनाया गया है. यहां पहुंचे आईजी अंकित गर्ग ने बताया कि इस सड़क के बनने से अंदरूनी गांवों तक विकास पहुंचेगा.
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बनने वाली सड़क का निरीक्षण करते जवान

Chhattisgarh News: बलरामपुर जिले में घोर नक्सल प्रभावित पूंदाग इलाके में फोर्स की सुरक्षा में सड़क का निर्माण किया जा रहा है, यहां हर रोज काम शुरू होने से पहले फोर्स सड़क में इसकी जांच करती है, कि कहीं कोई बम प्लांट तो नहीं किया गया है इसके बाद जवान तब तक यहां तैनात रहते हैं जब तक मजदूर सड़क के काम में जुटे रहते हैं. सबसे बड़ी बात तो यह है कि सड़क निर्माण में सुरक्षा देने के लिए फोर्स ने यहां अस्थाई कैम्प बनाया है, ताकि नक्सली सड़क निर्माण में बाधा न पहुंचा सके. सबसे बड़ी बात तो यह है कि यहां सड़क निर्माण की सुरक्षा का जायजा लेने सरगुजा रेंज के आईजी अफसरों के साथ मौके पर पहुंचे और उन्होंने जवानो का हौसला बढ़ाया.

सड़क बनने से गांवों तक पहुंचेगा विकास

झारखण्ड व छत्तीसगढ़ सीमा से लगे पुंदाग अटल चौक से चरहू तक आठ किलोमीटर रोड निर्माण प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के द्वारा किया जा रहा है. इस सड़क निर्माण को सुरक्षा देने के लिए यहां चरहू स्कूल परिसर में जिला पुलिस बल और छत्तीसगढ़ सशस्त्र बल का संयुक्त अस्थाई सुरक्षा कैंप बनाया गया है. यहां पहुंचे आईजी अंकित गर्ग ने बताया कि इस सड़क के बनने से अंदरूनी गांवों तक विकास पहुंचेगा. वहीं इस इलाके में जहां छत्तीसगढ़ सरकार सड़कों का निर्माण कर रही है, तो झारखण्ड सरकार भी अपने इलाके में सड़क बना रही है, और इसका एक ही उद्देश्य है कि सड़क बन जाने से फ़ोर्स नक्सलियों के होने की सूचना मिलने पर कार्यवाही के लिए तेजी से पहुंच सकेगी, क्योंकि नक्सली इस इलाके में सक्रिय रहते हैं, और बूढा पहाड़ को नक्सली अपना अड्डा बनाकर रहते रहें हैं. हालांकि एक साल पहले यहां फ़ोर्स द्वारा चलाए गए जॉइन्ट आपरेशन के बाद यहां नक्सली कमजोर पड़े हैं, लेकिन पूरी तरह से नक्सलियों का सफाया नहीं हुआ है.

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पुलिस महानिरीक्षक ने जवानों को दिए कई निर्देश

पुलिस महानिरीक्षक सरगुजा अंकित गर्ग द्वारा जिले के नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में स्थापित कैम्पों सबाग, बंदरचुआ, पुन्दाग का भ्रमण करते जवानों को मिठाई खिलाकर उनका उत्साहवर्धन करते हुए उन्हे सुरक्षा संबंधी आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए. पुलिस महानिरीक्षक द्वारा नक्सल क्षेत्र में तैनात जवानों को गश्त, पेट्रोलिंग व अन्य कर्तव्यों के निर्वहन के दौरान पूर्णत सतर्कता बरतने कहा गया. पुलिस महानिरीक्षक द्वारा जवानों से कहा गया कि, जब हम नक्सल एरिया में पेट्रोलिंग के लिए जाते हैं, हमें अपने आंख-कान खुले रखने चाहिए, वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा सुरक्षा संबंधी दिए गए निर्देशों का अक्षरसः पालन करें, किसी प्रकार की लापरवाही ना बरतें. हमारी एक छोटी सी गलती बड़ा नुकसान पहुंचा सकती है.

पीपरढाबा और चरडू अतिसंवेदनशील नक्सल प्रभावित

बलरामपर-रामानुजगंज के अंतिम छोर जिला मुख्यालय से 105 किलोमीटर थाना सामरीपाठ से 55 किमी दूरी पर स्थित पीपरढाबा व चरडू गांव अतिसंवेदनशील नक्सल प्रभावित क्षेत्र है, वर्तमान समय में नक्सल गतिविधियां उक्त क्षेत्र में बनी रहती है, एवं सक्रिय नक्सलियों का दस्ता आज भी उक्त क्षेत्र में भ्रमणशील रहता है. शासन के विकास कार्यों को जिले के अतिम छोर तक पहुंचाने के उद्देश्य से यहां रोड निर्माण कार्य प्रगति पर है. नक्सलियों द्वारा निर्माणाधीन रोड़ निर्माण कार्य को बाधित करने की आशंका पर रोड निर्माण कार्य में लगे वाहनों, मशीनों और रोड निर्माण कार्य करने वाले कर्मियों की सुरक्षा के लिए रोड निर्माण एजेंसी द्वारा सुरक्षा की मांग किया गया था, जिस पर त्वरित कार्यवाही करते हुए कुछ दिन पूर्व ही वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक बलरामपुर डॉ लाल उमेद सिंह एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक नक्सल ऑपरेशन शैलेन्द्र पाण्डेय द्वारा अपनी पूरी टीम के साथ मौके पर पहुंचकर निर्माण कार्य का जायजा लिया गया और क्षेत्र की संवेदनशीलता का देखते हुए रोड निर्माण एजेंसी को सुरक्षा दिया गया है.

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