Chhattisgarh News: गौ माता को राष्ट्रमाता का दर्जा दिलाने सड़क पर उतरे शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद, शुरू किया आंदोलन

Chhattisgarh News: शंकराचार्य ने 10 मार्च को सुबह 10 बजकर 10 मिनट पर अपने-अपने स्थानों पर रहते हुए भारत बंद का आह्वान किया था.
स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती

स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती

Chhattisgarh News: गौ हत्या के विरोध में और गौ माता को राष्ट्रमाता का दर्जा दिलाने को लेकर जगद्गुरु शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती अब सड़क तक लड़ाई लड़ेंगे. इस संकल्प को पूरा करने के लिए सनातनियों के सबसे बड़े धर्मगुरु अब सड़क पर उतरेंगे. इसकी शुरुआत उन्होंने भिलाई से की, जहां आज 10 मार्च को सुबह 10 बजकर 10 मिनट पर 10 मिनट के लिए संकेत स्वरूप धरना दिया. उन्होंने सभी देशवासियों से अपने-अपने स्थानों पर रहते हुए इसके लिए 10 मिनट के सांकेतिक भारत बंद का आह्वान भी किया था.

शंकराचार्य के मीडिया प्रभारी अशोक साहू ने बताया पूज्य अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती महाराज अपने आठ दिवसीय प्रवास पर छत्तीसगढ़ में हैं. इस प्रवास के दौरान उन्होंने प्रदेश के विभिन्न जिलों में आयोजित धार्मिक कार्यक्रमों में पहुँचकर गौमाता को राष्ट्रमाता घोषित कराने चल रहे आंदोलन के लिए अपने-अपने स्थानों में रहकर सनातनियों से समर्थन मांगा है.

गौमाता को राष्ट्रमाता का दर्जा दिलाने पर चारों शंकराचार्यों का एक मत

बता दें पूर्व में जगद्गुरु शंकराचार्य ने वृंदावन में गौ संसद का आयोजन कर गौमाता राष्ट्रमाता आंदोलन की शुरुआत की थी. फिर दिल्ली के एक सभागार में त्रिदिवसीय गौ संसद का आयोजन कर इससे संबंधित मांग पत्र मीडिया के समक्ष जारी किया गया था. इस आंदोलन में चारों पीठो के शंकराचार्यों की सहमति है.

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10-10-10, गौहत्या बस: धरने पर बैठे शंकराचार्य

शंकराचार्य ने 10 मार्च को सुबह 10 बजकर 10 मिनट पर 10 मिनट के लिए अपने-अपने स्थानों पर रहते हुए भारत बंद का आह्वान किया था. जिसे लेकर पूरे भारत के गौभक्तों ने अपने-अपने स्तर पर अहिंसक रूप से 10 मिनट सड़क पर उतरकर भारत बंद का समर्थन किया. इस धरना प्रदर्शन में मुख्यरूप से ज्योतिर्मठ के सीईओ चंद्रप्रकाश उपाध्याय, ब्रह्मचारी डॉ इंदुभवानंद, आईपी मिश्रा, धर्मेन्द्र यादव सहित गौभक्त की मौजूदगी रही.

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