Chhattisgarh: बेमेतरा हादसे में स्पेशल ब्लास्ट फैक्ट्री लिमिटेड का पीड़ितों को 30 लाख देने का ऑफर, आज हो सकती है घोषणा
Chhattisgarh News: बेमेतरा के स्पेशल ब्लास्ट फैक्ट्री में हुए हादसे ने पूरे देश को हिला कर रख दिया. शनिवार सुबह 7:57 बजे बारूद फैक्ट्री के पीईटीएन यूनिट में जोरदार धमाका हुआ. धमाका इतना जोरदार था कि दो मंजिला बिल्डिंग जमीनदोज़ हो गई. वहां काम करने वाले लोगों के चिथड़े उड़ गए. एक के मौत की पुष्टि हुई थी और 8 लोग लापता बताए जा रहे थे.
वहीं इस मामले में सरकार ने मृतकों को 5 लाख देने का ऐलान किया है, वहीं फैक्ट्री प्रबंधन लगातार मृतकों के परिजनों से संपर्क कर रही है, और 10 लाख के मुआवजे देने की बात भी सामने आ रही थी. लेकिन अब इसे लेकर एक बड़ा अपडेट सामने आया है.
कंपनी ने 30 लख रुपए देने का किया ऑफर
बेमेतरा हादसे के मामले में पीड़ित परिवारों ने स्पेशल ब्लास्ट फैक्ट्री लिमिटेड के मालिक से फोन पर बात की है. बताया जा रहा है कि, मालिक संजय चौधरी से पीड़ित परिजनों ने की बातचीत है.सूत्रों के मुताबिक फैक्ट्री के मालिक ने मृतक के परिजनों को 30 लाख देने का ऑफर किया है. शासन से मिले 5 लाख रुपए मुआवजा के अलावा कंपनी ने 30 लख रुपए देने की बात सामने आई है.आज शाम 4:00 बजे तक हो इसकी घोषणा सकती है.
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फैक्ट्री हटाने लामबंद होंगे ग्रामीण
बेमेतरा स्थित स्पेशल ब्लास्ट बैटरी में ब्लास्ट होने के बाद अब छत्तीसगढ़ क्रांति सेवा के बिना तले छत्तीसगढ़ी समाज के लोगों को इकट्ठा करने की कवायद शुरू कर दी गई है. फैक्ट्री के आसपास बसे 22 गांव में नुक्कड़ सभाएं कर किया जा रहा है. इस नुक्कड़ सभा के माध्यम से गांव के लोगों यह बताया जाएगा कि इस बारूद फैक्ट्री से कितना नुकसान हो रहा है, और इस बार उस व्यक्ति की वजह से आसपास के गांव कितने प्रभावित हो रहे हैं, इस नुक्कड़ सभा के माध्यम से फैक्ट्री को यहां से हटाने को लेकर ग्रामीण लामबंद होंगे. जब 22 गांव में बैठक पूरी हो जाएगी तब छत्तीसगढ़ क्रांति सेना और छत्तीसगढ़िया समाज व ग्रामीण मिलकर यह निष्कर्ष निकलेंगे कि यहां पर बारूद फैक्ट्री रहेगा या नहीं रहेगा
आपको बता दें की न्यायिक जांच के लिए टीम का गठन कर दिया गया है एसडीएम पिंकी मनहरे को जहां टीम का मुखिया बनाया गया है इसके अलावा जांच टीम मृतक के परिजनों से अलग-अलग बात कर रही है वही छत्तीसगढ़ क्रांति सेवा के बैनर तले अब भी फैक्ट्री के गेट के बाहर ग्रामीण और परिजन धरना प्रदर्शन पर बैठे हुए हैं.