Chhattisgarh: खूंखार नक्सलियों से लेकर बलौदाबाजार हिंसा के आरोपियों पर रहती है नजर, सेंट्रल जेल के सुपरिटेंडेंट खोमेश मांडवी ने बताया कैसे होती है निगरानी
Chhattisgarh News: बलौदा बाजार के आरोपियों से कांग्रेसी मिलने पहुंचे हैं. कांग्रेस और जेल के लिहाज से आज बिलासपुर में बड़ा दिन है. ऐसे में विस्तार न्यूज़ ने सेंट्रल जेल के सुपरिटेंडेंट खोमेश मांडवी से एक्सक्लूसिव बातचीत की है. उनसे जेल के संदर्भ में हर उस बात का जायजा लिया गया है. जिसे आम आदमी जानना चाहेगा. बिलासपुर केंद्रीय जेल के अधीक्षक खोमेश मंडावी ने बताया कि बलौदा बाजार कांड के आरोपी हो या फिर खूंखार नक्सली या हत्या दुष्कर्म डकैती के आरोपी सब पर जेल प्रबंधन की नजर है. इनकी हर गतिविधियों सीसीटीवी फुटेज में कैद हो रही है.
जानिए खूंखार अपराधियों पर कैसे नजर रखते है, सुपरिटेंडेंट खोमेश मांडवी
सबसे बड़ी बात यह है कि जेल में ओवरक्राउड की स्थिति है. जेल के भीतर 290 कैदियों को रखने की क्षमता है, लेकिन उससे ज्यादा कैदी और बंदी रखे गए हैं. सबसे बड़ी बात यह है कि कुछ दिन पहले जिला अपर सत्र न्यायाधीश से अपनी ही पत्नी और बच्चों की हत्या के आरोपी को फांसी की सजा हुई है. उसे फांसी होना है जिसे रायपुर के सेंट्रल जेल में भेज दिया गया है क्योंकि बिलासपुर जेल में यह सुविधा उपलब्ध नहीं है. फांसी की जितनी सजा छत्तीसगढ़ में होती है वह सारी सजा रायपुर के सेंट्रल जेल से ही पूरी होती है. विस्तार न्यूज़ से बातचीत में उन्होंने बताया कि जय जय होता है और यहां हर कैदी और बंदी के साथ समान व्यवहार किया जाता है. जेल की सुरक्षा को लेकर भी उन्होंने इंतजाम पूरे होने की बात कही इसके अलावा कई और खुलासे किए गए. बिलासपुर जेल में नक्सलियों पर विशेष नजर रखी जाती है ताकि वह किसी तरह की अपराध की गतिविधियों में शामिल नहीं हो सके.
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कांग्रेसी पहुंचे और जेल अधीक्षक कमरे में किया मुलाकात
बिलासपुर में केंद्रीय जेल है जहां अधीक्षक बैठते हैं वहां ही प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सभी पदाधिकारी ने लगभग 25 से ज्यादा बलोदा बाजार कांड में पकड़े गए आरोपियों से मुलाकात की है. उनसे उनकी पीड़ा और सामान्य बातचीत कर यह जाना गया है कि आखिर जेल में उनके साथ कैसा व्यवहार किया जा रहा है. कांग्रेसी दोपहर 2:00 बजे बिलासपुर केंद्रीय जेल पहुंचे थे. जहां उन्होंने प्रदेश कांग्रेस कमेटी के निर्देश पर यहां कांग्रेस के नेताओं से जो जेल में बंद है उनसे मिलने का काम किया है.