Chhattisgarh: बीजापुर में आदिवासी समाज ने बीजेपी नेता की गिरफ्तारी की मांग को लेकर निकाली रैली, राज्यपाल के नाम कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन
Chhattisgarh News: भाजपा कार्यकर्ता अजय सिंह के खिलाफ आदिवासी युवक के साथ जातिगत गाली गलौज करने के मामले में सर्व आदिवासी समाज ने धरना प्रदर्शन व रैली निकाली और राज्यपाल के नाम कलेक्टर को ज्ञापन सौंप कर भाजपा कार्यकर्ता अजय सिंह को गिरफ्तार करने की मांग की है. इस पर बीजापुर के कलेक्टर ने अजय सिंह की गिरफ्तारी का आश्वासन तो दिया है.
आदिवासी समाज ने बीजेपी नेता की गिरफ्तारी की मांग को लेकर निकाली रैली
कई मामलों में इसके पहले भी सर्व आदिवासी समाज ने एकजुटता का परिचय दिया है, समाज ने एकजुटता का परिचय दोबारा दिया है. समाज के पदाधिकारियों का कहना है कि हाल ही में भाजपा नेता अजय सिंह द्वारा एक आदिवासी युवक के साथ जातिगत गाली गलौज की गई है, और इस मामले में FIR भी दर्ज कर लिया गया है. परंतु आज तक भाजपा नेता की गिरफ्तारी नहीं की गई है. जिसके चलते आज सर्व आदिवासी समाज द्वारा धरना प्रदर्शन और रैली किया गया. साथ ही आदिवासी समाज ने चेतावनी दी है कि कलेक्टर के द्वारा दिए गए आश्वासन के तहत अगर जल्दी भाजपा नेता की गिरफ्तारी नहीं की जाती है तो समाज के द्वारा उग्र प्रदर्शन किया जाएगा. कलेक्टर अनुराग पांडे से सामाजिक पदाधिकारियों की मुलाकात के दौरान जब उग्र आंदोलन की बात कही गई, बताया गया है कि उसी समय कलेक्टर ने अजय सिंह की गिरफ्तारी की बात कही थी.
जानिए क्या है मामला?
बीजापुर के चर्चित व्यवसायी और ठेकेदार सुरेश चंद्राकर ने प्रेस कांफ्रेंस कर अजय सिंह पर उनके कर्मचारी के साथ जातिगत गाली गलौच करने के आरोप लगाए थे । सुरेश चंद्राकर ने अलग अलग पत्रकारों को दिए बयानों में बताया कि उनके द्वारा स्थापित किए जाने वाले क्रेशर प्लांट के एवज में अजय सिंह ने सुरेश से 15 लाख रुपयों की मांग की थी और यहीं से सारा विवाद शुरू हुआ था । जबकि अजय सिंह ने सुरेश के द्वारा जारी किए गए बयानों के बाद अपनी प्रतिक्रिया देते हुए पत्रकारों को बताया कि सुरेश ने उन पर बेबुनियाद आरोप लगाए हैं, जबकि मामला सुरेश के द्वारा शासन को गुमराह कर प्लांट स्थापित करने को लेकर वे शासन को पत्र लिखने वाले थे । अपने बयान के दौरान अजय सिंह ने सुरेश को आड़े हाथों लेते हुए कई सवाल खड़े किए थे । लेकिन इस मामले में आदिवासी वर्ग के युवक के साथ बदसलूकी के मामले ने तूल पकड़ लिया है.
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कलेक्टर विवाद, ट्रांसफर और बीजापुर के पेंच !
सर्व आदिवासी समाज ने बीजापुर नगर में धरना और रैली के बाद कलेक्टर अनुराग पांडे से मुलाकात की थी, कलेक्टर ने अजय सिंह की गिरफ्तारी का आश्वासन भी दिया लेकिन अब कलेक्टर अनुराग पांडे का ट्रांसफर हो गया है. ऐसे में बीजापुर के स्थानीय लोगों के बीच ये सारा मामला ऐसे भी गर्म है कि क्या कलेक्टर का ट्रांसफर अलग अलग कॉल रिकॉर्डिंग के ऑडियो वायरल होने के कारण हुआ है ? और कलेक्टर का ट्रांसफर हुआ है तो क्या अजय सिंह की गिरफ्तारी भी रुक जाएगी ? दरअसल कलेक्टर और अजय सिंह के बीच हुई गर्मागर्म बहस के ऑडियो को इंडियन नेशनल कांग्रेस छत्तीसगढ़ के पेज ने सोशल प्लेटफॉर्म्स पर शेयर कर प्रदेश सरकार पर और भाजपा पर निशाना साधा था. इसके बाद कलेक्टर और स्थानीय भाजपा कार्यकर्ता लक्ष्मैया जागर की ऑडियो क्लिप भी सोशल प्लेटफार्म पर आ गई. अब जबकि अनुराग पांडे ने सर्व आदिवासी समाज से कह दिया है कि इस मामले में अजय सिंह की गिरफ्तारी तय है और अनुराग पांडे का ट्रांसफर हो गया है तो क्या बीजापुर के नए कलेक्टर अजय सिंह पर गिरफ्तारी की कार्रवाई करेंगे ? तो इस सवाल के जवाब में सर्व आदिवासी समाज ने पहले से अपना रुख साफ कर रखा है कि अगर अजय सिंह की गिरफ्तारी नहीं की जाती है तो समाज उग्र आंदोलन करेगा.
अब बीजापुर की इस उठापटक वाली परिस्थितियों के बीच नए आने वाले कलेक्टर संबित मिश्रा इस मामले को कैसे हल करेंगे और खींचतान के बीच उनकी कार्यशैली कैसी होगी ये तस्वीर तो जल्द साफ होगी ही लेकिन महत्वपूर्ण सवाल ये है कि माओवाद प्रभावित इस जिले के ज़िम्मेदार लोग क्या एक दूसरे के साथ ही तालमेल बिठा सकने में कभी कामयाब होंगे ?