दिल्ली में सीएम विष्णुदेव साय ने गृहमंत्री अमित शाह से की मुलाकात, नक्सलवाद समेत कई मुद्दों पर हुई चर्चा

CG News: गृहमंत्री को जानकारी देते हुए सीएम ने बताया कि सरकार की नई आत्मसमर्पण एवं पुनर्वास नीति-2025 का असर दिखने लगा है. हाल ही में बीजापुर जिले में 9 ईनामी नक्सलियों समेत कुल 19 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण कर मुख्यधारा में लौटने का निर्णय लिया
CM Vishnu deo Sai met Home Minister Amit Shah

सीएम विष्णुदेव साय ने गृहमंत्री अमित शाह से की मुलाकात

CG News: छ्त्तीसगढ़ के सीएम विष्णुदेव साय (Vishnu Deo Sai) दिल्ली दौरे पर हैं. सोमवार को मुख्यमंत्री ने देश के गृहमंत्री और सहकारिता मंत्री अमित शाह (Amit Shah) से उनके निवास पर मुलाकात की. इस बैठक में नक्सलवाद को पूरी तरह खत्म करने, बस्तर के विकास को तेज करने और पर्यटन व आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा देने पर विस्तार से चर्चा हुई.

‘बस्तर में स्थायी शांति पर जोर’

मुख्यमंत्री ने गृह मंत्री को बताया कि नक्सलवाद अब अपने आखिरी पड़ाव पर है. सरकार इसे पूरी तरह खत्म करने के लिए निर्णायक कदम उठा रही है. राज्य और केंद्र के संयुक्त प्रयासों से नक्सली संगठनों की पकड़ कमजोर हो चुकी है. अब अंतिम चरण की रणनीति तैयार कर बस्तर को स्थायी शांति की ओर ले जाने पर जोर दिया जा रहा है.

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‘आत्मसमर्पण एवं पुनर्वास नीति का मिल रहा लाभ’

गृहमंत्री को जानकारी देते हुए सीएम ने बताया कि सरकार की नई आत्मसमर्पण एवं पुनर्वास नीति-2025 का असर दिखने लगा है. हाल ही में बीजापुर जिले में 9 ईनामी नक्सलियों समेत कुल 19 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण कर मुख्यधारा में लौटने का निर्णय लिया. आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों को सरकार द्वारा आर्थिक सहायता और पुनर्वास योजनाओं का लाभ दिया जा रहा है, ताकि वे समाज में सम्मानजनक जीवन व्यतीत कर सकें.

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‘बस्तर में विकास कार्यों में तेजी लाने पर जोर’

बैठक में बस्तर में विकास कार्यों को तेज करने पर विशेष ध्यान दिया गया. मुख्यमंत्री ने बताया कि सरकार क्षेत्र में शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़क, बिजली और जल जैसी बुनियादी सुविधाओं को मजबूत कर रही है. इसके साथ ही, बस्तर के समृद्ध सांस्कृतिक और प्राकृतिक सौंदर्य को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने के लिए पर्यटन को बढ़ावा देने की योजनाओं पर भी विचार किया गया.

बस्तर के युवाओं को मुख्यधारा से जोड़ने के लिए कौशल विकास, स्वरोजगार और नए रोजगार के अवसर तैयार किए जा रहे हैं. सरकार का लक्ष्य है कि बस्तर सिर्फ संघर्ष की भूमि न रहकर शांति, विकास और संभावनाओं का नया केंद्र बने.

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