दम तोड़ता ‘लाल आतंक’… बीजापुर में 23 लाख के इनामी 13 कुख्यात हार्डकोर नक्सलियों ने छोड़ा हिंसा का रास्ता
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Bijapur: छत्तीसगढ़ में ‘लाल आतंक’ दम तोड़ने लगा है. सुरक्षाबलों की कार्रवाई और साय सरकार की नई सरेंडर पॉलिसी और पुनर्वास नीति से प्रभावित होकर भी अब नक्सली मुख्यधारा में लौट रहे हैं. एक बार फिर बीजापुर में कुख्यात हार्डकोर 13 नक्सलियों ने सरेंडर किया है. सरेंडर करने वाले इन नक्सलियों पर 23 लाख रुपए का इनाम था. इन नक्सलियों के आत्मसर्पण पर CM विष्णु देव साय ने प्रतिक्रिया दी है.
बीजापुर में 13 नक्सलियों ने किया सरेंडर
बीजापुर में 27 जून को 8 महिला नक्सली समेत कुल 13 खूंखार नक्सलियों ने पुलिस और अर्धसैनिक बलों के सामने सरेंडर किया है. ये नक्सली पश्चिम बस्तर डिवीजन, एओबी (आंध्र-ओडिशा बॉर्डर), और धमतरी-गरियाबंद-नुआपाड़ा डिवीजनों में एक्टिव थे. पुलिस के सामने आत्मसमर्पित करने वाले नक्सलियों में कई हाई प्रोफाइल नक्सली भी शामिल हैं, जिन पर 23 लाख रुपए का इनाम था.
मोस्ट वांटेड नक्सलियों ने किया सरेंडर
बीजापुर में जिन 13 नक्सलियों ने सरेंडर किया है उनमें कई मोस्ट वांटेड हार्डकोर नक्सली शामिल हैं. इनमें 8 लाख की इनामी महिला नक्सली देवे मुछाकी उर्फ प्रमिला, 5 लाख का इनामी कोसा ओयाम उर्फ महेश और 2 लाख का इनामी कोसी पोड़ियम शामिल है.
इसके अलावा, PLGA (पीपुल्स लिबरेशन गुरिल्ला आर्मी), लोकल ऑपरेटिंग स्क्वॉड (LOS), और मिलिशिया प्लाटून के सदस्यों ने सरेंडकर किया है. इन नक्सलियों ने 2000 से 2004 के बीच नक्सली गतिविधियों में सक्रियता निभाई थी.
‘विकास की राह ही भविष्य का सही विकल्प है’
इन नक्सलियों के आत्मसमर्पण पर CM विष्णु देव साय ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा- ‘बीजापुर में 13 हार्डकोर नक्सलियों ने छोड़ा हिंसा का रास्ता बीजापुर जिले में सुरक्षाबलों के समक्ष 23 लाख के इनामी 13 कुख्यात हार्डकोर नक्सलियों ने आत्मसमर्पण कर मुख्यधारा से जुड़ने का निर्णय लिया है. इन आत्मसमर्पित नक्सलियों में से 10 पर 1 लाख से रुपए 8 लाख तक के इनाम घोषित थे.’
बीजापुर में 13 हार्डकोर नक्सलियों ने छोड़ा हिंसा का रास्ता
— Vishnu Deo Sai (@vishnudsai) June 27, 2025
बीजापुर जिले में सुरक्षाबलों के समक्ष ₹23 लाख के इनामी 13 कुख्यात हार्डकोर नक्सलियों ने आत्मसमर्पण कर मुख्यधारा से जुड़ने का निर्णय लिया है। इन आत्मसमर्पित नक्सलियों में से दस पर ₹1 लाख से ₹8 लाख तक के इनाम घोषित थे।…
उन्होंने आगे लिखा- ‘यह आत्मसमर्पण हमारी “आत्मसमर्पण एवं पुनर्वास नीति – 2025” और “नियद नेल्ला नार योजना” की सफलता का प्रत्यक्ष प्रमाण है, जिससे नक्सल प्रभावित इलाकों में विश्वास और बदलाव की नई बयार बह रही है. अब नक्सली भी यह समझने लगे हैं कि बंदूक नहीं, विकास की राह ही भविष्य का सही विकल्प है. हम इन आत्मसमर्पित नक्सलियों के पुनर्वास और पुनरुत्थान के लिए पूर्णतः प्रतिबद्ध हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के मार्गदर्शन और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह जी के नेतृत्व में मार्च 2026 तक देश और प्रदेश से नक्सलवाद के समूल उन्मूलन का लक्ष्य सुनिश्चित है.’