नक्सल प्रभावित जगरगुंडा में ‘आर्थिक क्रांति’, इंडियन ओवरसीज बैंक शाखा खुलने से ग्रामीणों की पैसों की चिंता खत्म

Sukma: सुकमा के नक्सल प्रभावित क्षेत्र जगरगुंडा में 'आर्थिक क्रांति' आ गई है. यहां इंडियन ओवरसीज बैंक की शाखा का शुभारंभ हुआ है, जिससे अब ग्रामीणों को पैसों के लेन-देन के लिए किसी तरह की परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा.
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जगरगुंडा में खुली इंडियन ओवरसीज बैंक की शाखा

Sukma: छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले का जगरगुंडा क्षेत्र, लंबे समय से नक्सल समस्या से जूझता रहा है. डिजिटल युग होने के बाद भी यहां लोगों को पैसे के लेन-देन के लिए कई परेशानियों का सामना करना पड़ रहा था. अब इस क्षेत्र में ‘आर्थिक क्रांति’ आ गई है. यहां बैंकिंग सुविधा की शुरुआत हो गई है. 18 मई को CM विष्णु देव साय ने वर्चुअली जगरगुंडा में इंडियन ओवरसीज बैंक की नई शाखा का उद्घाटन किया. इस शाखा से आसपास के 12 गांवों के करीब 14 हजार ग्रामीणों को बैंकिंग सेवाओं का लाभ मिलेगा. इस मौके पर वित्त मंत्री ओपी चौधरी भी मौजूद रहे.

जगरगुंडा में खुली इंडियन ओवरसीज बैंक की शाखा

CM साय ने इस मौके पर कहा कि जगरगुंडा जैसे क्षेत्र में बैंक की स्थापना नक्सलवाद पर विकास और लोकतंत्र की जीत का प्रतीक है. केंद्र और राज्य की डबल इंजन सरकार बस्तर को समृद्ध बनाने के लिए प्रतिबद्ध है और हर गांव तक बदलाव की लहर पहुंचाई जा रही है. उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संकल्प के तहत सभी ग्राम पंचायतों में बैंकिंग सुविधा पहुंचाने का अभियान तेजी से चल रहा है. इसी कड़ी में 24 अप्रैल को राष्ट्रीय पंचायत दिवस पर 1460 ग्राम पंचायतों में अटल पंचायत डिजिटल सेवा केंद्र शुरू किए गए, जिनसे ग्रामीण डिजिटल बैंकिंग का लाभ उठा रहे हैं.

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मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार की सुरक्षा, विकास और विश्वास की नीति, सुरक्षा बलों के निरंतर प्रयासों और केंद्र-राज्य सरकार के दृढ़ निश्चय से बस्तर के गांव नक्सल समस्या से बाहर निकलकर विकास की मुख्यधारा में शामिल हो रहे हैं.

जहां कभी नक्सलियों ने बैंक लूटने की कोशिश की, वहीं अब खुला नया बैंक

वित्त मंत्री ओपी चौधरी ने इस मौके पर बताया कि जब वे दंतेवाड़ा में कलेक्टर थे, तब यह क्षेत्र नक्सलवाद से बुरी तरह प्रभावित था. उस समय अंदरूनी इलाकों में जाना जोखिम भरा था. साल 2001 में इसी भवन में एक ग्रामीण बैंक की शाखा थी, जिसे नक्सलियों ने लूटने की कोशिश की थी. आज उसी भवन में इंडियन ओवरसीज बैंक की शाखा शुरू हुई है. उन्होंने स्थानीय ग्रामीणों के साथ खाता खोलकर इस पहल को जनसहभागिता का हिस्सा बनाया. अब ग्रामीणों को तेंदूपत्ता बोनस, किसान सम्मान निधि जैसी योजनाओं का पैसा गांव में ही मिलेगा.

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