Chhattisgarh: पचरीघाट पर लगा ‘हैप्पी स्ट्रीट’ का बोर्ड, लोग कर रहे विरोध, उठी जगह बदलने की मांग

Chhattisgarh: बिलासपुर के पचरीघाट पर भोजली विसर्जन के लिए लोगों द्वारा एक अलग घाट देने की मांग की जा रही है.
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अरपा नदी

Chhattisgarh: बिलासपुर में अरपा नदी के तट पर दशकों पुराना पचरी घाट अब अपने वजूद को तरस रहा है. एक तरफ अरपा बैराज तो दूसरी तरफ नगर निगम ने चौपाटी तैयार कर दी है. बड़ी बात यह है कि इस जगह का नाम भी बदल दिया गया है. यहां पचरी घाट की जगह हैप्पी स्ट्रीट का बोर्ड लगा है, जिसे लोग बदलने की मांग कर रहे हैं. लोगों ने प्रशासन से मांग करते हुए कहा है कि इस जगह पर पिछले 400 वर्षों से भोजली विसर्जन मां दुर्गा विसर्जन गणेश विसर्जन जैसी गतिविधियां होती आ रही हैं. इसलिए इस जगह का नाम नहीं बदल जाए और पुराना नाम पचरी घाट ही रखा जाए… उन्होंने इस बात को लेकर अफसरों को ज्ञापन भी सौंपा है… लेकिन अभी उनकी सुनवाई नहीं हुई है.

दरअसल, पचरी घाट पर भोजली विसर्जन के लिए एक अलग घाट देने की मांग की जा रही है. जूना बिलासपुर और इस क्षेत्र में रहने वाले लोगों का कहना है कि, जिस तरह दूसरे समाज के लोगों को अर्पण नदी के तट पर पूजा पाठ के लिए अलग-अलग घाट उपलब्ध करवाए जा रहे हैं. इसी तरह बिलासपुर वालों के लिए भी भोजली विसर्जन और अन्य काम के लिए एक अलग घाट एलॉट किया जाए. उन्होंने ज्ञापन सौंप एक अलग जगह की मांग की है.

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बता दें कि नगर निगम के अधिकारी इस चौपाटी पर 40 लाख रुपए से ज्यादा खर्च कर रहे हैं. इस जगह को संवारने की योजना तैयार हुई है, जिसके तहत यह काम चल रहा है. साथ ही पास में बैराज का काम भी जारी है. निगम अफसर का तर्क है कि बोर्ड और हमर बिलासपुर का साइन लगने से यहां की सुंदरता और खूबसूरती बढ़ेगी.

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