“छत्तीसगढ़ के सारे जंगल अडानी को समर्पित…”, चैतन्य बघेल की गिरफ्तारी पर प्रियंका गांधी ने भाजपा को घेरा

कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी ने भी चैतन्य की गिरफ्तारी पर सवाल उठाए हैं और कहा है कि कांग्रेस का प्रत्येक कार्यकर्ता भूपेश बघेल के साथ खड़ा है.
Priyanka Gandhi

प्रियंका गांधी वाड्रा

Priyanka Gandhi: 3200 करोड़ के शराब घोटाला मामले में छत्तीसगढ़ के पूर्व सीएम भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य बघेल को प्रवर्तन निदेशालय ने शुक्रवार को करीब 6 घंटे की छापेमारी के बाद गिरफ्तार कर लिया था. ईडी ने चैतन्य को कोर्ट में पेश किया जिसके बाद उन्हें चैतन्य की 5 दिन की रिमांड मिल गई है. वहीं इस मामले को लेकर छत्तीसगढ़ से लेकर दिल्ली तक सियासत गरमाई हुई है. कांग्रेस के तमाम नेता चैतन्य की गिरफ्तारी के मामले को लेकर ईडी और भाजपा पर हमलावर हैं. कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी ने भी चैतन्य की गिरफ्तारी पर सवाल उठाए हैं और कहा है कि कांग्रेस का प्रत्येक कार्यकर्ता भूपेश बघेल के साथ खड़ा है.

प्रियंका ने भाजपा सरकार को घेरा

प्रियंका गांधी ने ट्वीट किया, “भाजपा सरकार ने छत्तीसगढ़ के सारे जंगल अडानी को समर्पित कर दिए हैं. पेसा कानून और एनजीटी के निर्देशों की धज्जियां उड़ाते हुए जंगलों को तबाह किया जा रहा है. पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल विधानसभा में यह मुद्दा उठाने वाले थे. उन्हें रोकने के लिए सुबह-सुबह ED ने उनके घर पर छापा मारा और उनके बेटे को गिरफ्तार कर लिया.”

कांग्रेस सांसद ने केंद्र की भाजपा सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, “पिछले 11 सालों में देश अच्छी तरह समझ चुका है कि ये जनता की आवाज को कुचलने और विपक्ष को दबाने के तरीके हैं. लेकिन ऐसे हथकंडों से सच को दबाना और विपक्ष को डराना नामुमकिन है. कांग्रेस का एक-एक कार्यकर्ता बघेल के साथ मजबूती से खड़ा है.”

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अमित जोगी ने भी साधा निशाना

वहीं प्रवर्तन निदेशालय द्वारा चैतन्य की गिरफ्तारी पर जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ के प्रदेश अध्यक्ष अमित जोगी ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए इसे राजनीतिक प्रतिशोध से प्रेरित स्तरहीनता का एक नया नमूना बताया.

अमित जोगी ने कहा कि चैतन्य बघेल की गिरफ्तारी पूरी तरह से राजनीति से प्रेरित है. यह साबित करता है कि सरकार संवैधानिक संस्थाओं का दुरुपयोग करके विपक्ष को डराने-दबाने की रणनीति पर चल रही है. क्या भ्रष्टाचार केवल विपक्षी दलों के नेताओं तक सीमित है? जब भाजपा और उसके सहयोगी दलों के नेता भ्रष्टाचार के आरोपों में घिरे हैं, तो उनके खिलाफ ईडी की कार्रवाई क्यों नहीं होती?

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