Chhattisgarh: एल्यूमिना प्लांट का फिर शुरू हुआ विरोध, ग्रामीण बोले- अमरजीत भगत ने साथ नहीं दिया, इसलिए हारे चुनाव
Chhattisgarh: सरगुजा इलाके के बतौली से लगे चिरगा गांव में एल्यूमिना प्लांट खोलने का विरोध एक बार फिर से शुरू हो गया है. क्षेत्र के 100 से अधिक की संख्या में गांव के लोग अपनी समस्या लेकर कलेक्टर से मिलने पहुंच गए. गांव वालों का कहना है कि प्लांट का काम अब तक बंद था. लेकिन कुछ दिनों से निर्माण करने के लिए वहां निर्माण सामग्री डंप की जा रही है. बता दें कि प्लांट के लिए राज्य सरकार ने पहले ही 850 एकड़ जमीन का आवंटन कर दिया है.
5 सालों से प्लांट खोलने का ग्रामीण कर रहे विरोध
चिरगा, मांजा, कालीपुर, लैगु, पोड़ी और उससे लगे ग्रामीणों ने बताया कि वे लोग पांच सालों से प्लांट खोलने का विरोध कर रहे हैं. प्लांट खोलने से क्षेत्र में प्रदूषण होगा. वहीं गांव से लगे घुनघुट्टा नदी का पानी भी दूषित होगा. चूंकि एल्यूमिना प्लांट को चलाने के लिए वहां पावर प्लांट भी खोलना प्रस्तावित है. ग्रामीणों ने बताया कि तत्कालीन विधायक और तत्कालीन मंत्री अमरजीत भगत ने उनका साथ नहीं दिया. इसके कारण इलाके से लोगों ने उन्हें वोट नहीं दिया और अब भाजपा से विधायक राम कुमार टोप्पो हैं. हमें उनसे उम्मीद है कि वे प्लांट नहीं खुलने देंगे, हम उनसे भी अपनी बात रखेंगे और इसके बाद भी अगर उन्होंने भी ध्यान नहीं दिया तो हम विरोध करते रहेंगे.
वर्ष 2023 में ग्रामीणों ने किया था आंदोलन
बता दें कि एल्यूमिना प्लांट चिरगा गांव में इसलिए खोला जा रहा है क्योंकि मैनपाट यहां से नजदीक है और वहां बक्साईट का बड़ा भंडार है जिससे एल्यूमिना बनाया जाता है. वहीं ग्रामीण प्लांट खोलने के विरोध में चिरगा गांव में कई बार धरना प्रदर्शन कर चुके हैं. वर्ष 2023 में ग्रामीणों का आंदोलन उग्र रूप धारण कर लिया था तब कलेक्टर और एसपी को वहां बुलेट प्रूफ जैकेट और हेलमेट पहनकर जाना पड़ा था क्योंकि ग्रामीण तीर धनुष और लाठी डंडे से लैस थे.
कलेक्टर ने दिया आश्वासन
ग्रामीणों से ज्ञापन लेने के बाद अपर कलेक्टर अमृत लाल धुर्वे ने बताया कि ग्रामीणों की शिकायत पर जांच कर कार्रवाई की जायेगी. बता दें कि 2022 में ज़ब यहां एल्यूमिना प्लांट को लेकर प्रशासन ने जन सुनवाई की थी, तब ग्रामीणों ने मौके पर पहुंचे अफसरों की पिटाई कर दी थी.