Chhattisgarh: कबीर पंथ के धर्मगुरु प्रकाश मुनि साहेब ने सरकार से लगाई गुहार, बोले- दामाखेड़ा को बर्बाद होने से बचाइए

Chhattisgarh News: कबीर पंथ के धर्मगुरु प्रकाश मुनि साहेब ने कहा कि दामाखेड़ा गांव के 10 किलोमीटर के आसपास भारी उद्योग न लगने दें, यह मेरी आपसे अर्जी है.
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कबीर पंथ धर्म गुरु

Chhattisgarh News: कबीर पंथ के धर्मगुरु प्रकाश मुनि साहेब ने छत्तीसगढ़ सरकार से गुहार लगाई है. धर्मगुरु प्रकाश मुनि ने मुख्यमंत्री विष्णु देव साय से कहा कि दामाखेड़ा को बर्बाद होने से बचाइए. दरअसल मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय आज संत समागम समारोह में शामिल होने दामाखेड़ा पहुंचे थे. इस दौरान कबीर पंथ के धर्मगुरु प्रकाश मुनि साहेब ने मुख्यमंत्री से कहा कि अधिकारियों पर उद्योगपतियों का प्रभाव बढ़ता जा रहा है. अधिकारी उनके सामने घुटने टेक देते हैं. गांव में भारी विरोध होने के बावजूद उद्योगपतियों को सर्टिफिकेट मिल जाता है. समस्त कबीर पंथ समाज की ओर से निवेदन करते हुए कबीर पंथ के धर्मगुरु ने कहा कि दामाखेड़ा ग्राम को बर्बाद होने से बचाइए. दामाखेड़ा गांव के 10 किलोमीटर के आसपास भारी उद्योग न लगने दें, यह मेरी आपसे अर्जी है, बाकी आपकी मर्जी है. बता दें कि छत्तीसगढ़ में करीब 72 लाख लोग इस पंथ को मानते हैं. वहीं देशभर में इनकी आबादी करीब 96 लाख है.

धर्मगुरु ने भूपेश बघेल पर कसा तंज

धर्मगुरु प्रकाश मुनि साहेब ने पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पर तंज कसते हुए कहा कि भूपेश बघेल के कार्यकाल में हमारे शिमगा ब्लॉक में बेतहाशा उद्योग लगाने की अनुमति दे दी जाती थी. सरकार की कोई रीति नीति नहीं थी. 50 से 60 उद्योग लगाने का प्लान था. कोई भी ग्रामवासी इसके लिए तैयार नहीं था. ग्रामवासी इसका विरोध करते थे. अधिकारियों के ऑफिस में मीटिंग नहीं होती थी, अधिकारियों की मीटिंग उद्योगपतियों से विश्राम भवन में होती थी.

ऊपर से देखने में लगता है किसी ने परमाणु बाप गिराया है – धर्मगुरु

प्रकाश मुनि ने सीएम विष्णु को अपनी समस्या बताते हुए कहा कि प्रतिदिन आप हेलीकॉप्टर के माध्यम से हवाई यात्रा करते हैं. हेलीकॉप्टर से आपने सिलतरा और उरला को देखा होगा. ऊपर से देखने पर लगता है किसी ने अभी-अभी परमाणु बम गिरा दिया है. ऐसी स्थिति बन गई है कि आसपास के गांव उजड़ गए. इतना भारी प्रदूषण की रहना मुश्किल हो गया. आसपास के गांव के लोगों को श्वास की बीमारी, चर्म रोग होने लग गया है. प्रदूषण इतना है कि कपड़े काले हो जाते हैं. किसानों का धान काला हो जाता है, खाने योग्य नहीं रहता है. कबीर नगर दामाखेड़ा को बर्बाद होने से बचाइए. 10 किलोमीटर के आसपास कोई भारी उद्योग मत लगने दीजिए. इसी मंच से भूपेश बघेल ने घोषणा की थी कि 10 किलोमीटर के आसपास कोई उद्योग नहीं लगेगा. लेकिन उन्होंने अपना वादा नहीं निभाया.

सीएम बोले- दामाखेड़ा अब कबीर धर्म नगरी के नाम से जाना जाएगा

बता दें कि मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने दामाखेड़ा में संत समागम समारोह को संबोधित करते हुए कहा दामाखेड़ा को अब कबीर धर्म नगरी दामाखेड़ा के नाम से जाना जाएगा. उन्होंने आगे कहा कबीर पंथ से जुड़ाव बचपन से रहा है. चौका आरती में शामिल होते रहे हैं. मुख्यमंत्री का पद चुनौती भरा दायित्व है. आशीर्वाद लेने दामाखेड़ा आया हूं. प्रकाश मुनि के उद्योग नहीं लगने वाले मांग पर सीएम ने कहा सरकार इस पर विचार करेगी, आपकी मंशा के अनुरूप ही काम किया जाएगा.

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