Chhattisgarh: सुजीत स्वर्णकार और किरण काशी की मौत के मामले में जांच के लिए SIT गठित, एक सप्ताह में मिलेगी रिपोर्ट
Chhattisgarh News: बलरामपुर जिले के डूमरखी गांव में बजरंग दल के सहसंयोजक सुजीत स्वर्णकार और किरण काशी नामक युवती की लाश संदिग्ध हालात में मिलने पर मिलने पर पूरे मामले की जांच के लिए गृह मंत्रालय ने 9 सदस्यों वाले विशिष्ट जांच दल SIT का गठन किया है, जो एक सप्ताह के भीतर पूरे मामले की जांच कर रिपोर्ट पेश करेगी. बता दें कि पूरे मामले में स्थानीय लोगों का कहना है कि, दोनों की हत्या के बाद लाश को जंगल में ठिकाने लगाया गया. जबकि स्थानीय पुलिस की जांच में सामने आया है कि दोनों की मौत करंट लगने से हुई है. वहीं इस पूरे मामले को लेकर बलरामपुर जिले में चक्का जाम और पुलिस के खिलाफ विरोध प्रदर्शन हो चुका है.
पुलिस विभाग के अपर सचिव ने किया स्पेशल जांच दल का गठन
सुजीत स्वर्णकार की लाश जंगल में मिली थी इसके बाद स्थानीय लोगों ने बलरामपुर शहर को बंद कर दिया था और सड़क पर टायर जलाकर विरोध प्रदर्शन किया था. वहीं स्थानीय लोगों ने क्षेत्रीय विधायक राम विचार नेताम पर इस पूरे मामले में गंभीरता नहीं दिखाने का आरोप लगाया था. इसके बाद नेताम ने लोगों को भरोसा दिया था कि उन्हें स्थानीय पुलिस पर भरोसा नहीं है. ऐसी स्थिति में इस वारदात की जांच के लिए विशिष्ट जांच दल का गठन किया जाएगा. इसके बाद उन्होंने इस पूरे मामले को लेकर गृह मंत्री से बात की और गृह मंत्री के निर्देश पर पुलिस विभाग के अपर सचिव मनोज कुमार श्रीवास्तव ने स्पेशल जांच दल का गठन किया है. बता दें कि इस पूरे मामले की जांच में पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए विश्व हिंदू परिषद ने भी CBI जांच की मांग की थी और पीड़ितों के परिजनों को 3 करोड़ रुपए का मुआवजा देने की भी मांग रखी थी.
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तीन लोगों को गिरफ्तार कर पहले ही जेल भेज चुकी है पुलिस
विश्व हिंदू परिषद ने साथ ही कहा था कि उनकी मांगों को पूरा नहीं किया जाता है तो ऐसी स्थिति में पूरे प्रदेश भर में विश्व हिंदू परिषद की ओर से प्रदर्शन किया जाएगा. विश्व हिंदू परिषद का आरोप है कि सुजीत स्वर्णकार बजरंग दल का संयोजक था और वह गौ तस्करी के खिलाफ काम कर रहा था . इससे स्थानीय गौ तस्कर उसकी हत्या की साजिश रच रहे थे और उनकी ओर से ही इस वारदात को अंजाम दिया गया है. हालांकि, अब देखना होगा कि विशिष्ट जांच दल की जांच में क्या कुछ सामने आता है. वहीं बलरामपुर पुलिस इस पूरे मामले में जंगल में तरंगित तार बिछाने के आरोप में तीन लोगों को गिरफ्तार कर पहले ही जेल भेज चुकी है. पुलिस के मुताबिक तरंगित तार बिछाने वालों से पूछताछ में पता चला है कि उन्होंने जंगली जानवरों के शिकार के लिए तार बिछाया था और जब सुबह आकर देखा तो उसमें दो लोग फंसे हुए थे. इसके बाद ग्रामीण तार को वहां से निकालकर घर ले गए और लाश को वहीं छोड़ दिया था.