Raipur में कथावचक प्रदीप मिश्रा का बड़ा बयान, बोले- क्रिसमस पर बच्चों को जोकर न बनाएं

CG News: छत्तीसगढ़ के राजधानी रायपुर के सेजबहार में कचावाचक प्रदीप मिश्रा की शिव महापुराण कथा चल रही है. वहीं अपनी कथा के दौरान पंडित प्रदीप मिश्रा ने क्रिसमस और नए साल को लेकर बड़ा बयान दिया है, उन्होंने कहा कि क्रिसमस पर बच्चों को जोकर न बनाएं.
CG News

कथावाचक प्रदीप मिश्रा

CG News: छत्तीसगढ़ के राजधानी रायपुर के सेजबहार में कचावाचक प्रदीप मिश्रा की शिव महापुराण कथा चल रही है. वहीं अपनी कथा के दौरान पंडित प्रदीप मिश्रा ने क्रिसमस और नए साल को लेकर बड़ा बयान दिया है, उन्होंने कहा कि क्रिसमस पर बच्चों को जोकर न बनाएं.

क्रिसमस पर बच्चों को जोकर न बनाएं – प्रदीप मिश्रा

रायपुर में कथावचक पं. प्रदीप मिश्रा ने कहा कि क्रिसमस पर बच्चों को जोकर न बनाएं, लाल ड्रेस और टोपी पहनाकर बच्चों को जोकर न बनाएं, जिससे उनका मजाक उड़ाया जाए. उन्होंने भक्तों से अपील की और कहा कि सनातन धर्म की साख को मजबूत कीजिए. अपना धर्म छोड़कर किसी दूसरे धर्म में जाकर जूठन मत खाइए, भले अपने यहां रूखी-सुखी हो वह खाईए. सनातन धर्म से बड़ा कुछ नहीं, थोड़ी सी चमक देखकर दूसरे धर्म में चले जाते हो. अपने बच्चों को वीर शिवाजी, महाराणा प्रताप और झांसी की रानी के कपड़े पहनाइए. सनातन धर्म को बचाने के लिए गुरु नानक देव जी ने बाल बड़ा लिए थे जटा बना दिए थे, आज सनातन रक्षा बहुत जरूरी है.

ये भी पढ़ें- छत्तीसगढ़ से Mahakumbh के लिए 60 हजार टिकट बुक, सभी ट्रेनें हुई पैक

शिवालयों में मनाइए नया साल

पंडित प्रदीप मिश्रा ने 31 दिसंबर की रात में होने वाले जश्न को लेकर कहा कि- शिवालयों में मनाइए नया साल, थर्टी-फर्स्ट को दारू पीकर गटर में लोग मिलते हैं. नया साल शराब की दुकानों पर नहीं, बल्कि शिव मंदिरों में मनाएं. अंग्रेजी नए वर्ष थर्टी फर्स्ट को लोग पी-पीकर गटर में मिलते हैं. कथावाचक पं. प्रदीप मिश्रा ने ये बातें रायपुर में अपनी कथा के दूसरे दिन कही है. 31 फर्स्ट को शराब की बोतल खुलती है, चैत्र नव वर्ष में गंगाजल खुलता है.

पंडित प्रदीप मिश्रा ने कहा- मेरा सनातनियों से निवेदन है. आप 31 दिसंबर मना रहे हो मनाओ, हमारी तरफ से छूट है, लेकिन यह याद रखना थर्टी फर्स्ट के दिन भी शराब की दुकान पर नहीं बल्कि कुबरेश्वर धाम और महाकाल की भूमि पर जाइए. हमारे रायपुर में शिवालय, राम मंदिर, चंपारण का चंपेश्वर महादेव है. छत्तीसगढ़ के प्राचीन शिवालय में जाइए. अगर न्यू ईयर मनाना है, तो भगवान शंकर की शरण में जाकर मनाओ.

ज़रूर पढ़ें