Surajpur: पढ़ाने नहीं आए तो प्रिंसिपल ने किया अपसेंट, नशे में बंदूक लेकर स्कूल पहुंचा हेड मास्टर

Surajpur: प्रतापपुर विकासखंड क्षेत्र स्थित ग्राम पंचायत बरबसपुर के मुसलमानपारा के प्राथमिक पाठशाला में पदस्थ प्रधान पाठक सुनील कौशिक नशे की हालत में बंदूक लेकर हाई स्कूल पहुंच गया और वहां की महिला प्रिंसिपल को धमकाने लगा.
Surajpur

Gun लेकर पहुंचा हेड मास्टर

Surajpur: जब कोई शिक्षक स्कूल में कॉपी किताब और कलम की जगह बंदूक लेकर पहुंच जाए तो आप उसे क्या कहेंगे और वह भी दहशत पैदा करने के लिए और ऐसा ही कुछ हुआ है. सूरजपुर जिले के बरबसपुर गांव में स्थित एक सरकारी स्कूल में जहां का हेड मास्टर अनुपस्थित था और उसे उपस्थिति पंजी में गैर हाजिर बताया गया तो इससे नाराज होकर दो दिन बाद वह हाई स्कूल के प्रिंसिपल की टेबल में बंदूक लेकर पहुंच गया और धमकाने लगा.

नशे में बंदूक लेकर स्कूल पहुंचा हेड मास्टर

सूरजपुर जिले के प्रतापपुर विकासखंड क्षेत्र स्थित ग्राम पंचायत बरबसपुर के मुसलमानपारा के प्राथमिक पाठशाला में पदस्थ प्रधान पाठक सुनील कौशिक नशे की हालत में बंदूक लेकर हाई स्कूल पहुंच गया और वहां की महिला प्रिंसिपल को धमकाने लगा. बंदूक लेकर पहुंचे शिक्षक का कहना था कि आखिर तुमने मुझे अनुपस्थित क्यों कर दिया. क्योंकि उसके अनुपस्थित रहने पर उसे BEO नें नोटिस दे दिया था, इससे नाराज हेड मास्टर प्रिंसिपल को गोली से उड़ने की धमकी देने लगा. इसके बाद दूसरे शिक्षकों की समझाइश के बाद बंदूक लेकर पहुंचा प्रधान पाठक वापस स्कूल से तो चला गया लेकिन हाई स्कूल की प्रिंसिपल अभी भी दहशत में है उन्होंने घटना के दिन ही इसकी जानकारी विकासखंड शिक्षा अधिकारी को दी, लेकिन इसके बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हो रही थी.

ये भी पढ़ें- CG News: राज्यपाल से मुलाकात के बाद मंत्री के खाली पदों को लेकर चर्चा तेज, CM साय बोले- थोड़ा इंतजार करिए

हेड मास्टर को किया गया सस्पेंड

इसके बाद विस्तार न्यूज़ ने मंगलवार यानी आज ही खबर दिखाई और खबर दिखाए जाने के बाद आरोपी प्रधान पाठक को जिला शिक्षा अधिकारी ने जांच रिपोर्ट को आधार बनाकर सस्पेंड कर दिया है. बताया जा रहा है कि जिस हेड मास्टर ने स्कूल में बंदूक से धमकी दी वह एक सुरक्षा कर्मी का दोस्त है और माना जा रहा है कि उसी का राइफल लेकर वह स्कूल पहुंच गया था हालांकि इस पूरे मामले की अभी तक पुलिस में शिक्षा विभाग के अधिकारियों के द्वारा रिपोर्ट नहीं लिखाई गई है. ऐसे में स्कूल के शिक्षक और बच्चे भी असुरक्षित महसूस कर रहे हैं और ऐसी लापरवाही की वजह से कभी भी बड़ी घटना भी हो सकती है.

ज़रूर पढ़ें