Surguja: CM तीर्थ दर्शन योजना के आमंत्रण पत्र में राजनीतिक प्रतिस्पर्धा या और कुछ, क्यों नाराज हो रहे हैं नेता?

आमंत्रण पत्र
Surguja: मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना के आमंत्रण पत्र को लेकर सरगुजा के राजनीतिक गलियारों में चर्चाएं हो रही हैं. अब इसका कारण अंबिकापुर में BJP नेताओं के बीच प्रतिस्पर्धा चलना है या फिर सरकारी विभाग के अफसर इसकी वजह हैं यह तो साफ नहीं है लेकिन मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना के तहत छपवाए गए आमंत्रण पत्र में नेताओं के नाम को लेकर एक प्रतिस्पर्धा दिखाई दी है.
जानें पूरा मामला
अंबिकापुर में मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना के तहत यात्रियों को महाकाल दर्शन के लिए 10 अप्रैल को उज्जैन भेजा जाना था. जिस ट्रेन के माध्यम से यात्रियों को रवाना करना था उस ट्रेन को हरी झंडी दिखाने के लिए छत्तीसगढ़ की महिला बाल विकास मंत्री लक्ष्मी रजवाड़े को मुख्य अतिथि बनाया गया. इसके अलावा अन्य अतिथियों में छत्तीसगढ़ युवा आयोग के अध्यक्ष विश्व विजय सिंह तोमर का नाम, छत्तीसगढ़ गृह निर्माण मंडल के अध्यक्ष अनुराग सिंह देव के नाम से पहले आमंत्रण पत्र में लिखा गया. यही आमंत्रण पत्र सभी को भेजा गया, लेकिन इसके बाद एक दूसरा आमंत्रण पत्र वायरल हुआ जिसमें छत्तीसगढ़ गृह निर्माण मंडल के अध्यक्ष अनुराग सिंह देव का नाम पहले किया गया और फिर उसके बाद युवा आयोग के अध्यक्ष विश्व विजय सिंह तोमर का नाम दर्शाया गया.
सवाल उठ रहा है कि आखिर दो आमंत्रण पत्र छपवाने की जरूरत क्यों पड़ी? हालांकि यह आमंत्रण पत्र BJP नहीं बल्कि छत्तीसगढ़ समाज पंचायत कल्याण विभाग के द्वारा जारी किया गया. इस आमंत्रण पत्र की चर्चा राजनीतिक गलियारों में खूब हो रही है.
लोग उठा रहे सवाल
लोग सवाल इस बात पर भी सवाल उठा रहे हैं कि सरगुजा के दो युवा नेताओं को बड़ी जिम्मेदारी मिलने के बाद आपस में ऐसी प्रतिस्पर्धा क्यों हो रही है और इसका नुकसान किसे होगा.
दूसरी तरफ आमंत्रण पत्र में सरगुजा के तीनों विधायकों का नाम भी था लेकिन कार्यक्रम में एक विधायक भी नहीं पहुंचे.
सरगुजा से छत्तीसगढ़ युवा आयोग और छत्तीसगढ़ गृह निर्माण मंडल के अध्यक्ष बनाए जाने के बाद भाजपा के कुछ स्थानीय नेता नाराज दिखाई दे रहे हैं. अब वह कहते फिर रहे हैं कि एक ही जाति के लोगों को छत्तीसगढ़ युवा आयोग और छत्तीसगढ़ गृह निर्माण मंडल में जगह मिली है. हालांकि, एक तरफ पद पाने के बाद राजनीतिक प्रतिस्पर्धा तो दूसरी तरफ जिन्हें पद नहीं मिला है उनकी नाराजगी से सरगुजा की राजनीति पर क्या प्रभाव पड़ेगा ये तो आने वाला वक्त बताएगा, लेकिन इतना साफ है कि भीतरखाने में सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है.
BJP नेता ने निकाली भड़ास
BJP NGO प्रकोष्ठ के जिला संयोजक कैलाश मिश्रा ने सोशल मीडिया पर जमकर अपनी भड़ास निकाली है और लगातार कई पोस्ट कर नेताओं को इस बात का एहसास दिलाने की कोशिश की है कि कार्यकर्ताओं की उपेक्षा की जा रही है. कैलाश मिश्रा सोशल मीडिया में छत्तीसगढ़ के पूर्व उपमुख्यमंत्री TS सिंहदेव के कामकाज पर भी सवाल उठाते रहे हैं.