TS बाबा ने दी आंदोलन की चेतावनी! कहा- ‘डेढ़ साल में 80 पैसे बढ़ी बिजली दर जबकि कांग्रेस ने 5 साल में दो पैसे ही बढ़ाए’
पूर्व डिप्टी CM TS सिंहदेव
CG News: छत्तीसगढ़ के पूर्व उपमुख्यमंत्री TS सिंह देव ने छत्तीसगढ़ में बिजली दर की बढ़ोतरी को लेकर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा है कि छत्तीसगढ़ में 15 साल जब डॉक्टर रमन सिंह की सरकार थी तब बिजली का रेट 15 सालों में दोगुना हो गया. उसके बाद कांग्रेस की सरकार आई तो मात्र दो पैसे ही बिजली के रेट बढ़ाए गए, लेकिन पिछले डेढ़ सालों के भीतर फिर से भारतीय जनता पार्टी की सरकार बिजली की दर लगातार बढ़ा रही है. इसे लेकर कांग्रेस ‘बिजली न्याय नामक आंदोलन’ करने वाली है और 18 जुलाई को बिजली दफ्तरों का घेराव किया जाएगा.’
डेढ़ साल में 80 पैसे बढ़ी बिजली दर
पूर्व उपमुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले डेढ़ सालों के भीतर बीजेपी सरकार के कार्यकाल में अब तक 80 पैसे प्रति यूनिट बिजली के दरों में बढ़ोतरी की जा चुकी है. गरीब-अमीर सभी के बिजली दलों में बराबर की बढ़ोतरी की जा रही है. यह गरीबों के साथ बहुत बड़ा अन्याय है और सबसे अधिक प्रभावित गरीब वर्ग के लोग ही होंगे. उन्होंने पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा कि पूर्व में सरगुजा जिले के अलग-अलग इलाकों में कई बिजली के सब स्टेशन स्वीकृत किए गए थे, लेकिन उन सब स्टेशन का निर्माण नहीं किया जा रहा है. शहर के सरगांव और लखनपुर में सब स्टेशन का निर्माण किया जाना था क्योंकि बिजली का लोड बहुत ज्यादा हो रहा था, लेकिन इसके बावजूद सरकार लगातार बिजली के तारों में बढ़ोतरी कर रही है. लोगों को 24 घंटे बिजली मिल सके इस दिशा में ठोस पहल नहीं कर रही है. उन्होंने कहा कि पूर्व के स्वीकृत काम को ही सरकार नहीं कर पा रही है ऐसे में नया काम क्या करेगी.
TS सिंहदेव ने कहा कि सरकार सीधे तौर पर बिजली दर पर बढ़ोतरी की है जबकि सरकार को बिजली की दरो पर बढ़ोतरी करने से पहले बिजली प्लांट की कैपेसिटी देखनी चाहिए कि जितनी कैपेसिटी के प्लांट है क्या उतनी बिजली यहां पर पैदा हो रही है ? और अगर नहीं हो रही है तो क्यों नहीं हो रही है. उसे पहले ठीक करना चाहिए. अगर वह ठीक हो जाता है तो बिजली दर बढ़ाने की जरूरत ही नहीं पड़ेगी. वहीं, ट्रांसमिशन लॉस को ठीक करने की जरूरत है.
कांग्रेस ने किसानों को मुफ्त में बिजली दी थी
बिजली घर से जितनी बिजली निकलती है क्या उपभोक्ता तक उतनी बिजली पहुंच रही है? इन समस्याओं पर पहले काम होना चाहिए और अगर इस पर ध्यान दिया जाता है तो फिर बिजली बिल बढ़ाने की जरूरत नहीं पड़ेगी. उन्होंने कहा कि सरकार ने किसानों को दिए जाने वाले बिजली बिल में भी 50 पैसे प्रति यूनिट की वृद्धि की है जबकि छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार थी तो किसानों को मुफ्त में बिजली दिया गया था.