Vistaar Special Report: यूपी की तर्ज पर छत्तीसगढ़ में हुई एनकाउंटर की शुरुआत, साय सरकार के सिर दर्द बना शातिर बदमाश हुआ ढेर
Vistaar Special Report: 8 नवंबर 2024, शुक्रवार का दिन. दुर्ग जिले में देर शाम दुर्ग पुलिस ने शातिर बदमाश अमित जोश को एनकाउंटर में मार गिराया. एनकाउंटर में मारा गया शातिर बदमाश अमित जोश और पुलिस की क्राइम ब्रांच की टीम के बीच लगभग आधे घंटे तक मुठभेड़ हुई. जिस जगह पर मुठभेड़ हुई वह भिलाई से लगा हुआ जंगल और झाड़ियो का इलाका है. इसी जंगल और झाड़ियां का फायदा उठाकर गैंगस्टर अमित पुलिस की तरफ फायरिंग कर रहा था. इस मुठभेड़ में दोनों तरफ से 8 से 10 राउंड की फायरिंग हुई. कई बार चेतावनी देने के बाद भी जब अमित नहीं माना तो आखिरकार जवाबी कार्रवाई में वह ढेर हो गया.
पुलिस और अमित के बीच मुठभेड़
बदमाश अमित की तरफ से पुलिस की ओर फायरिंग की गई लेकिन गनीमत रही गोली पुलिस जवान को ना लग कर पुलिस की गाड़ी को छेदते हुए पार हो गई, जिसके बाद पुलिस की टीम गाड़ी के पीछे आड़ लेकर मोर्चा संभालती है. इसके बाद बदमाश अमित के पैर में गोली मारती है. लगातार पुलिस अमित को सरेंडर करने के लिए कहती है लेकिन अमित बिना सुने फायरिंग कर रहा था. 8 से 10 राउंड फायरिंग में दूसरी गोली अमित के पेट में लगती है और शातिर बदमाश एनकाउंटर में ढेर हो जाता है.
शातिर बदमाश अमित जोश
दुर्ग जिले का शातिर बदमाश अमित जोश लगभग 4 महीने पहले तीन लोगों को गोली मारकर फरार हो गया था, जिसकी दुर्ग पुलिस को लगातार तलाश थी. अमित जोश के खिलाफ दुर्ग भिलाई के अलग-अलग थानों में 36 से ज्यादा मामले दर्ज किए गए हैं. पुलिस ने अमित की सूचना देने वाले को 35 हजार का इनाम भी घोषित कर रखा है.
शुक्रवार देर शाम पुलिस को मुखबिर से सूचना मिलती है कि बदमाश अमित भिलाई के इलाके में आया हुआ है. इसके बाद पुलिस घेराबंदी करती है और घेराबंदी की सूचना बदमाश अमित को लग जाती है.अमित फरार होने की कोशिश करता है तभी जयंती स्टेडियम के पास घने जंगलों और झाड़ियां के बीच पुलिस और अमित का आमना सामना होता है और तुरंत अमित अपनी पिस्टल से पुलिस पर फायरिंग शुरू कर देता है. लगभग 8 से 10 राउंड फायरिंग में बदमाश अमित के पैर और पेट में गोली लगती है और शातिर बदमाश एनकाउंटर में मारा जाता है.
भिलाई गोलीकांड
अमित जोश के खिलाफ कई थानों में कई अपराध दर्ज थे. कुछ महीनों पहले अमित जोश ने तीन लोगों पर फायरिंग की थी, जिसमें से दो लोग गंभीर रूप से घायल हो गए थे. इस मामले में अमित जोश फरार चल रहा था. पुलिस को मुंगेर से सूचना मिली कि अमित जोश भिलाई आया हुआ है और जयंती स्टेडियम के पीछे उसका लोकेशन मिल रही है. इस पर पुलिस वहां पहुंची और अमित जोश को सरेंडर करने को कहा. इस दौरान पुलिस का कहना है कि अमित जोश ने पुलिस पर फायरिंग कर दी, जिसके जवाब में पुलिस ने भी कार्रवाई की. अमित जोश को पहले पैर में गोली मारी गई उसके बाद पेट में गोली मारी गई.
छत्तीसगढ़ में पिछले 10 महीने में लगातार हो रही कई घटनाओं ने प्रदेश के कानून व्यवस्था पर सवालिया निशान खड़ा कर दिया था. लेकिन अब इस एनकाउंटर के बाद छत्तीसगढ़ सरकार और पुलिस ने प्रदेश के अपराधियों बदमाशों और गैंगस्टरों को एक संदेश देने की कोशिश की है. जल्द ही अब अपराधी सुधर जाएं नहीं तो उनकी खैर नहीं. अपराध करने वालों को किसी हालत में बख्शा नहीं जाएगा. छत्तीसगढ़ में विष्णुदेव साय सरकार आने के बाद यह गुंडा-बदमाशों पर एनकाउंटर का पहला मामला है .लगता है अब राज्य की बीजेपी सरकार अपराधों पर लगाम लगाने के लिए योगी मॉडल की शुरुआत कर रही है.