Year Ender 2024: छत्तीसगढ़ की इन 5 घटनाओं ने फैलाई सनसनी, कहीं कलेक्ट्रेट में भड़की आग तो कहीं पूरे परिवार को जिंदा जलाने की कोशिश
Year Ender 2024: साल 2024 में छत्तीसगढ़ सरकार, प्रशासन और पुलिस को सबसे ज्यादा उपद्रवियों और अपराधियों ने चुनौती दी. इस साल छत्तीसगढ़ में कई ऐसी कई घटनाएं घटीं जो प्रदेश के इतिहास में कभी नहीं घटी. उपद्रवियों ने ऐसी घटनाओं को अंजाम देकर खुलेआम कानून व्यवस्था को चुनौती दी. साल 2024 को अलविदा कहने से पहले इस साल घटी ऐसी ही 5 घटनाओं के बारे में जानिए-
बलौदाबाजार हिंसा
10 जून 2024. बलौदाबाजार में सतनामी समुदाय के प्रदर्शन के दौरान बवाल हो गया. बवाल इतना बढ़ा कि उपद्रवियों ने कलेक्ट्रेट में खड़ी गाड़ियों में तोड़फोड़ कर दी, पथराव शुरू कर दिया और तो और पूरे कलेक्ट्रेट और SP ऑफिस को आग के हवाले कर दिया. इससे दर्जनों गाड़ियां और कई अहम दस्तावेज जलकर खाक हो गए. इसके बाद प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच झड़प भी हुई. इसमें पुलिसकर्मियों समेत कई लोग भी घायल हो घए. कलेक्टर और SPदफ्तर में भी आग से लाखों रुपए का नुकसान हो गया. कानून व्यवस्था को लेकर जमकर राजनीति हुई और प्रदर्शन हुए. ये घटना छत्तीसगढ़ के इतिहास की सबसे बड़ी और भयावह घटना थी, जिसेने पूरे सिस्टम पर कई सवाल खड़ कर दिए.
रायपुर गोलीकांड
13 जुलाई 2024 को राजधानी रायपुर के तेलीबांधा इलाके में कोयला कारोबारी के दफ्तर में गोली चली तो सनसनी फैल गई. इस घटना के बाद आस-पास के इलाके में हड़कंप मच गया. इस गोलीकांड के तार गैंगस्टर अमन साहू गैंग से जुड़े. आरोपी झारखंड के कुख्यात अमन साहू गैंग के सक्रिय सदस्य थे. उन्होंने कारोबारी को डराने के लिए वारदात को अंजाम दिया था, जिससे वो लेवी की रकम दे सके. इससे छत्तीसगढ़ में कारोबारियों की सुरक्षा पर बड़ा सवाल खड़ा हो गया. इस घटना के जरिए फिर अपराधियों ने पुलिस प्रशासन और कानून व्यवस्था को चुनौती दे दी.
कवर्धा में उपसरपंच को जिंदा जलाया
घटना 15 सितंबर 2024 की है. कवर्धा जिले के लोहारीडीह में भीड़ ने हैवानियत की हदें पार कर दी. लोहारीडीह गांव में उपसरपंच रघुनाथ साहू को उसी के घर में जिंदा जला दिया गया था. इस वारदात को अंजाम ग्रामीणों ने एक शक पर दिया. गांव के ही रहने वाले शिव प्रसाद साहू उर्फ कचरू का शव फांसी के फंदे पर लटकता मिला था. इस हत्या के शक में उग्र गांव वालों ने उपसरपंच रघुनाथ और उसके परिवार के साथ मारपीट कर उन्हें जिंदा जलाने कोशिश की. भीड़ इतनी उग्र थी कि उसने पुलिसकर्मियों को भी रोकने की कोशिश की. पुलिस के सामने ही उपसरपंच अपने घर में जिंदा जल गया.
तत्कालीन कवर्धा SP डॉ. अभिषेक पल्लव बल के साथ मौके पर पहुंचे लेकिन उनसे धक्का-मुक्की की गई. पुलिस बल पर पथराव भी किया गया. इस पथराव में SP समेत 7-8 पुलिसकर्मी जख्मी हो गए. इस घटना को लेकर जमकर राजनीति हुई. कांग्रेस ने जांच टीम भेजी और सरकार को कानून व्यवस्था के मुद्दे पर फेल बताया. इस घटना में 161 लोगों पर नामजद पांच FIR दर्ज की गई थी, जिसमें 33 महिला समेत 69 लोगों को गिरफ्तार किया गया था. इसमें से एक आरोपी की जेल में मौत हो गई थी. 23 आरोपियों को जमानत मिल गई. वहीं, 54 आरोपी अब भी जेल में हैं जबकि 98 आरोपी फरार चल रहे हैं.
सूरजपुर में डबल मर्डर से फैली सनसनी
14 अक्टूबर 2024 को सूरजपुर जिले में दोहरे हत्याकांड से सनसनी मच गई. हेड कॉन्स्टेबल तालिब शेख की पत्नी और बेटी की तलवार से काटकर हत्या कर दी गई. वारदात को अंजाम देने के बाद शव को घर से ले जाकर आरोपी ने बाहर फेंक दिया. आरोपी कोतवाली थाना में पदस्थ प्रधान आरक्षक तालिब शेख के घर का दरवाजा तोड़कर अंदर घुसा. उसने पत्नी और मासूम बच्ची की धारदार हथियार से हत्या कर दी. दोहरे हत्याकांड की खबर जंगल में आग की तरह फैल गई. भारी संख्या में लोग सड़कों पर निकल आए.
उग्र हुई भीड़
घटना से आक्रोशित लोगों ने आरोपी कुलदीप साहू के घर और गोदाम के बाहर खड़ी गाड़ियों में आग के हवाले कर दिया. आरोपी की गिरफ्तारी की मांग को लेकर भीड़ इतनी उग्र हो गई कि पुलिस के संभाले नहीं संभल रही थी. घटना को अंजाम देने से पहले कुलदीप साहू ने कोतवाली के सामने प्रधान आरक्षक तालिब शेख और प्रधान आरक्षक उदय सिंह को कार से कुचलने की कोशिश की थी. रात में ही एक आरक्षक पर गर्म तेल भी फेंका था.
बलरामपुर में तोड़फोड़
सूरजपुर की आग अभी धधक ही रही थी कि 25 अक्टूबर को बलरामपुर में एक और घटना ने छत्तीसगढ़ सरकार को बड़ा झटका दे दिया. बलरामपुर में पुलिस कस्टडी में हुई स्वास्थ्यकर्मी गुरुचरण मंडल की मौत को लेकर दो दिनों तक हंगामा चला. थाने में हमला और तोड़फोड़ की गई. करीब 500 पुलिसकर्मी सड़कों पर तैनात करना पड़ा. शव गृहग्राम ले जाने के दौरान लोग और उग्र हो गए. भीड़ ने पुलिसकर्मियों पर पथराव कर दिया. साथ ही साथ भीड़ को कंट्रोल करने पहुंची ASP निमिषा पांडे पर भी महिलाओं ने हमला कर दिया था. इस दौरान एक महिला ASP निमिषा पांडे को चप्पल से मारती नजर आई. हमला और पथराव के दौरान भाग रही निमिषा पांडेय दो बार गिर गईं और घायल हो गईं.