LOKAH Chapter 1 Chandra Review: सुपरहीरो और सुपरनैचुरल जॉनर में एक नई कहानी, कल्याणी प्रियदर्शन की शानदार एक्टिंग
मलयालम फिल्म: लोका चैप्टर 1 चंद्रा
LOKAH Chapter 1 Chandra Review: दोस्तों इन दिनों एक मलयालम फिल्म की हर जगह बहुत चर्चा हो रही है जिसका नाम है Lokah Chapter-1 Chandra, ये एक सुपरहीरो टाइप की सुपरनैचरल थ्रिलर फिल्म है, मलयालम सिनमा में सुपरहीरो थ्रिलर कम ही देखने को मिलते हैं. एक मलयालम फिल्म आई थी ‘मिन्नल मुरली’ जो बहुत हिट हुई थी लेकिन उसके बाद मलयालम सिनेमा में कोई सुपरहीरो वाली सस्पेंस फिल्म आई नहीं लेकिन अब जाने माने एक्टर दुलकर सलमान और डायरेक्टर डोमिनिक अरुण ने ‘लोका चैप्टर 1: चंद्रा’ के साथ इस जॉनर को मलयालम में फिर से री-क्रिएट किया है. उन्होंने मलयालम लोकल स्टोरीज को West की सुपरहीरो शैली के साथ मिलाकर दर्शकों को दोनों ही Universe का शानदार एक्सपीरिएंस दिया है. इसलिए हमने भी सोचा की जिस फिल्म की इतनी चर्चा है उसका रिव्यु तो होना ही चाहिए. और हमने इसे देखा मलयालम में ही लेकिन इंग्लिश subtitles के साथ तो क्या ‘लोका चैप्टर 1: चंद्रा’ सुपरहीरो यूनिवर्स में एक अच्छी फिल्म है आइए जानें.
सुपरहीरो और सुपरनैचुरल जॉनर में एक नई कहानी
फिल्म की कहानी है चंद्रा यानी कल्याणी प्रियदर्शन की, जो एक रहस्यमयी महिला है और जिसके पास महाशक्तियाँ हैं, वो मूथॉन से जुड़े एक मिशन पर बेंगलुरु पहुँचती है. शहर में अंग तस्करी से जुड़े गुमशुदगी के मामलों की बाढ़ आ गई है. चंद्रा एक बेकरी की नौकरी करती है और अजीबोगरीब हरकतें करती है, जिससे उसके सामने रहने वाले तीन जिज्ञासु युवक उस पर लट्टू हो जाते हैं. सनी (नसलेन), चंदू सलीमकुमार (वेणु) और नैजिल (अरुण कुरियन) तीन दोस्त हैं जो अपना ज्यादा समय शराब पीने में बिताते हैं. भ्रष्ट पुलिस अधिकारी इंस्पेक्टर नचियप्पा गौड़ा (सैंडी) अंग तस्करी गिरोह में शामिल है. जैसे ही वो चंद्रा से मिलते हैं अगले ढाई घंटे के लिए एक अनोखी दुनिया नजर आती है.
‘लोका’ की शुरुआत चंद्रा को दिए गए एक मिशन से होती है, जो एक कॉमिक स्ट्रिप के Title Card में बदल जाता है और आपको तुरंत उसकी दुनिया में खींच लेता है. जब चंद्रा बेंगलुरु पहुँचती है, तो सनी और उसके दोस्त कहानी को आगे बढ़ाते हैं. सनी,खासकर चंद्रा के बारे में जानने को ज्यादा उत्सुक है क्योंकि उसे चंद्रा में कुछ और नज़र आता है. उसकी यही जिज्ञासा उसे एक ऐसी समस्या की ओर खींचती है जो उससे भी बड़ी है. एक बार जब आप समझ जाते हैं कि चंद्रा कौन है, तो कहानी प्रेडिक्टेबल हो जाती है.
सधे हुए डायरेक्शन ने फिल्म को दी मजबूती
निर्देशक डोमिनिक अरुण ‘लोका’ की दुनिया और चंद्रा के मकसद को स्थापित करते हैं , और सनी के मज़ेदार डायलॉग कहानी को रोचक बनाए रखते हैं. जो लोग सुपरहीरो शैली से वाकिफ हैं, उनके लिए ये मोड़ शायद ज़्यादा प्रभावशाली न लगें. लेकिन, जो नहीं जानते, उनके लिए ‘लोकाह चैप्टर 1: चंद्रा’ एक ऐसी दुनिया है जिसे आप बिलकुल एन्जॉय करेंगे क्योकि कहानी कमज़ोर होने के बावजूद, इसमें कई दमदार कैमियो रोल्स हैं जो आपको समय समय पर हैरान करते रहेंगे.
कल्याणी प्रियदर्शन की शानदार एक्टिंग
कल्याणी प्रियदर्शन ने यहाँ गजब का काम किया है, अब वो जाने माने डायरेक्टर प्रियदर्शन की बेटी हैं तो उनसे Expectations भी बढ़ जाती है जिसपर वो खरी उतरती हैं. वहीं नासलेन और बाकी लड़कों का भी काम बढ़िया है उनकी बातचीत सुनकर आपको हँसी जरूर आएगी कोरियोग्राफर सैंडी भी यहाँ नेगेटिव रोल में कमाल कर गयी हैं.
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ओवरआल कैसी है फिल्म ?
इस फिल्म की सबसे बड़ी कमी यह है कि यह आपके सामने कई सवाल छोड़ जाती है. चंद्रा का मकसद क्या है? उसका लक्ष्य क्या है? वे किसके खिलाफ लड़ रहे हैं? लेकिन, अब हमें इन सवालों के जवाबों के लिए दूसरे चैप्टर के सिनेमाघरों में आने तक इंतज़ार करना होगा. टेक्निकल रूप से फिल्म शानदार है निमिष रवि की सिनेमेटोग्राफी आपको हैरान कर देती है और जेक्स बिजॉय के म्यूजिक ने फिल्म में जान डाल दी है. इस फिल्म में कुछ बेहतरीन चीज़ें हैं, लेकिन कुछ खामियाँ इसके positive points को ढक देती हैं. फिर भी, यह एक ऐसी दुनिया है जो 2 अलग अलग यूनिवर्स को बढ़िया तरीके से दिखाती है. आप भी अगर एक ऐसी Supernatural Superhero टाइप फिल्म जिसमें सस्पेंस का भी तड़का हो देखना चाहते हैं तो इसे जरूर जाकर देखें. अभी इसके शोज कम हैं लेकिन आगे जाकर जरूर बढ़ेंगे और हाँ Subtitles के साथ देखिएगा वरना समझ नहीं आएगी.