‘कुछ हमने हाल-ए-दिल कहा, कुछ उन्होंने…’, अखिलेश से मिले आजम खान, कम हुए गिले-शिकवे!

Azam Khan: अखिलेश यादव से मुलाकात के बाद आजम खान ने मीडिया से बातचीत में बिहार चुनाव को लेकर भी बयान दिया.
akhilesh Yadav and Azam Khan

अखिलेश यादव और आजम खान

Azam Khan Meets Akhilesh Yadav: समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता आजम खान शुक्रवार को लखनऊ पहुंचे थे, जहां उन्होंने पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव से मुलाकात की. कुछ समय पहले तक सपा प्रमुख से नाराज बताए जा रहे आजम खान अपने बेटे अब्दुल्लाह के साथ अखिलेश यादव के आवास पर पहुंचे थे. आजम खान के जेल से बाहर आने के बाद अखिलेश यादव ने रामपुर जाकर उनके मुलाकात की थी. हालांकि, इस मुलाकात के पहले आजम ने सपा प्रमुख को लेकर अपनी नाराजगी जाहिर की थी. बहरहाल, लखनऊ में दोनों नेताओं के बीच 45 मिनट तक चली मुलाकात सुर्खियों में रही है.

आजम खान से मुलाकात के बाद अखियलश यादव ने एक्स पर पोस्ट करते हुए कहा, “न जाने कितनी यादें संग ले आए. जब वो आज हमारे घर पर आए. ये जो मेलमिलाप है यही हमारी साझा विरासत है.” इस पोस्ट के साथ अखिलेश ने आजम खान और अब्दुल्ला के साथ तस्वीरें शेयर कीं.

‘कई लोग बिना दिल के काम कर रहे’

वहीं समाजवादी पार्टी के नेता आजम खान ने अखिलेश यादव से मुलाकात मीडिया से बात करते कहा, ‘मुलाकात में क्या हुआ ये तो नहीं बताया जा सकता, बस इतना कहूंगा कि यह रिश्तों की मुलाकात थी, कोई नई मुलाकात नहीं. ये सिर्फ़ राजनीतिक रिश्ते नहीं हैं, बल्कि उस ज़माने के हैं (अखिलेश यादव के पिता के ज़माने के) जब हम सिर्फ़ विधायक थे और उस वक्त ये गुमान भी नहीं था कि हम कभी सरकार बना पाएंगे. आगे भी उम्मीद करते हैं कि हम सरकार बनाएंगे.’

आजम ने कहा, ‘बस फर्क इतना होगा कि हमें पता नहीं था कि सरकार का काम क्या-क्या होता है, हम तो बस ये समझते थे कि वहां बैठे आखिरी व्यक्ति को देखें कि कहीं उसकी आंखें नम तो नहीं, अगर हैं तो उसके आंसू पोंछें, अगर वह बेसहारा है तो सरकार उसका सहारा बने, हमें नहीं पता था कि सरकार का काम किसी को बर्बाद कर देना, फ़ना कर देना, खानदानों को नेस्तनाबूद कर देना भी है… इसका क्या अंजाम होगा? इस अंजाम से बचाने के लिए हम सब लोग मिलकर चाहते हैं कि कोशिश करें और हालात ऐसे हैं कि कोशिश बेकार नहीं जाएगी.’

सपा नेता ने कहा, ‘मेरे आने का मकसद यही था कि लोगों को बता सकें कि आज भी इस धरती पर कुछ लोग जिंदा हैं.’ आजम ने कहा, ‘अब दिल ही कहां रह गया, कई लोग बगैर दिल के काम कर रहे हैं. कई लोग मुझसे मिलने के बाद रोए हैं.’ जेल में गुजारे अपने समय को लेकर आजम का कहना था कि कभी वक्त मिला कि इस पर कुछ लिख पाएं तो लिखेंगे, लेकिन दावा है कि आप उसे पढ़ नहीं पाएंगे.

करीब एक महीने में दूसरी बार अखिलेश से मिले आजम

सपा के वरिष्ठ नेता पर 70 से अधिक मामले दर्ज थे, जिनमें कुछ मामलों में उन्हें सजा भी हुई और फिर अन्य मामलों में जमानत मिलने के बाद वे जेल से बाहर आए थे.जेल से बाहर आने के बाद से अखिलेश यादव से उनकी दूसरी बार आज लखनऊ में मुलाकात हुई थी. इसके पहले, जेल से बाहर आने के करीब 16 दिनों के बाद सपा प्रमुख ने रामपुर जाकर उनसे मुलाकात की थी. आजम पहले कई दफे बिना नाम लिए अखिलेश पर आरोप लगा चुके हैं कि उनको भूला दिया गया.

आजम खान के बयानों के बाद से यूपी की सियासत में इस बात की चर्चा तेज हो गई थी कि आजम और अखिलेश के बीच रिश्तों में पहले जैसी गर्माहट नहीं रही और वे अब एक-दूसरे से दूरी बनाने लगे हैं. इन तमाम कयासों के बीच आजम और अखिलेश के बीच दूसरी बार मुलाकात हुई है. वहीं आज की इस मुलाकात के बाद आजम के तेवर भी बदले नजर आ रहे थे.

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बिहार चुनाव में प्रचार के सवाल पर क्या बोले आजम?

आजम खान ने मीडिया से बातचीत में बिहार चुनाव को लेकर भी बयान दिया. आजम खान से पूछा गया कि क्या वे प्रचार के लिए बिहार में जाएंगे? इस पर आजम खान ने कहा, ‘जाना चाहता हूं, पर असुरक्षित नहीं जाना चाहता. जंगल राज में नहीं जाना चाहता. बादशाह से लेकर वजीर तक कह रहे हैं कि बिहार में जंगल राज है और जंगल में इंसान नहीं रहते हैं.’ दुलारचंद यादव की हत्या का जिक्र करते हुए आजम खान ने कहा कि आपने देखा होगा कि किस तरह से हत्या हुई है. उनका कहना था, ‘मैं जबरदस्ती रेल की पटरी पर अपना सिर नहीं रख सकता हूं.’

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