पंजाब पुलिस और विजिलेंस की बड़ी कार्रवाई, ड्रग्स केस में बिक्रम मजीठिया को किया गिरफ्तार
ड्रग्स तस्करी के मामले में बिक्रम सिंह मजीठिया को गिरफ्तार किया गया
Bikram Majithia: पंजाब विजिलेंस ब्यूरो ने शिरोमणि अकाली दल (SAD) के वरिष्ठ नेता और पूर्व कैबिनेट मंत्री बिक्रम सिंह मजीठिया को ड्रग्स तस्करी के मामले में गिरफ्तार किया है. 25 जून बुधवार को यह कार्रवाई उनके अमृतसर स्थित आवास पर छापेमारी के बाद की गई. मजीठिया पर 2021 से नारकोटिक ड्रग्स एंड साइकोट्रोपिक सब्सटेंस (NDPS) एक्ट के तहत मामला दर्ज किया है. गिरफ्तारी के बाद उन्हें मोहाली ले जाया गया. उन्हें अमृतसर जिला अदालत में पेश किया जाना था.
पंजाब पुलिस और विजिलेंस की छापेमारी
पंजाब पुलिस और विजिलेंस ब्यूरो ने संयुक्त नशा विरोधी अभियान के तहत पूरे पंजाब में 25 ठिकानों पर छापे मारे. इनमें मजीठिया से जुड़े अमृतसर के 9 ठिकाने शामिल थे. छापेमारी सुबह शुरू हुई और कई घंटों तक चली. विजिलेंस ने इस दौरान 29 मोबाइल फोन, 4 लैपटॉप, 2 आईपैड, 8 डायरी और कई महत्वपूर्ण दस्तावेज जब्त किए. मजीठिया की पत्नी और अकाली विधायक गनीव कौर मजीठिया ने बताया कि उनके खिलाफ आय से अधिक संपत्ति (disproportionate assets) का भी मामला दर्ज किया गया है.
मजीठिया और SAD का आरोप
बिक्रम मजीठिया ने इस कार्रवाई को आम आदमी पार्टी (AAP) सरकार द्वारा राजनीति से प्रेरित बताया. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत मान उनकी आवाज दबाने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन वे पंजाब के मुद्दों पर बोलते रहेंगे. SAD प्रमुख सुखबीर सिंह बादल ने भी AAP पर राजनीतिक बदले की कार्रवाई का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि यह कार्रवाई SAD नेताओं को निशाना बनाने का हिस्सा है. अन्य अकाली नेताओं ने भी इस कार्रवाई की निंदा की और इसे ‘लोकतंत्र पर हमला’ करार दिया.
ड्रग्स केस का बैकग्राउंड
बिक्रम मजीठिया पर 2021 में ड्रग्स तस्करी से जुड़े एक मामले में आरोप लगे थे. यह मामला पंजाब में नशे की समस्या और ड्रग्स माफिया के खिलाफ चल रही जांच का हिस्सा है. पंजाब पुलिस ने पहले भी इस मामले में कई लोगों को गिरफ्तार किया है. लेकिन मजीठिया की गिरफ्तारी इस मामले में अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई मानी जा रही है.
AAP और सरकार का रुख
AAP सरकार ने इस कार्रवाई को नशे के खिलाफ अपनी ‘जीरो टॉलरेंस’ नीति का हिस्सा बताया. पंजाब पुलिस और विजिलेंस ने कहा कि छापेमारी के दौरान पुख्ता सबूत मिले हैं, जिनकी जांच की जा रही है. हालांकि, सरकार की ओर से अभी तक मजीठिया की गिरफ्तारी पर कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है.
वहीं, आम आदमी पार्टी के विधायक कुंवर विजय प्रताप सिंह ने अपनी ही सरकार के खिलाफ खड़े हो गए हैं. उन्होंने अपने ही पार्टी की सरकार को घेरते हुए छापेमारी की आलोचना की है. सिंह ने मजीठिया की छापेमारी को अनैतिक, परिवार की गरिमा के खिलाफ बताया है
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आगे की कानूनी प्रक्रिया
मजीठिया को अमृतसर जिला अदालत में पेश किया जाएगा, जहां उनकी जमानत याचिका पर सुनवाई हो सकती है. विजिलेंस ने दावा किया है कि उनके पास मजीठिया के खिलाफ पर्याप्त सबूत हैं, जो ड्रग्स तस्करी और आय से अधिक संपत्ति के मामलों में उनकी संलिप्तता को साबित करते हैं. इस मामले की अगली सुनवाई और जांच के नतीजे पंजाब की सियासत पर गहरा असर डाल सकते हैं.